Gujarat: हत्या कर दीवार में चुनवा दिया शव, इस तरह हुआ खुलासा; आरोपित गिरफ्तार
Murder In Surat पुलिस के अनुसार राजू बिहारी के घर से मिला यह कंकाल उसके दूर के रिश्तेदार किशन का है। वह पांच साल से लापता है। मृतक सूरत का ही रहने वाला है। कंकाल की पहचान किशन का कुछ सामान मिलने से हुई है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Murder In Surat: गुजरात के सूरत में हत्या के बाद शव को घर की दीवार में चुनवा देने का मामला सामने आया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पांच साल पहले हत्या कर घर की दीवार में ही शव को चुनवा दिया गया। इस मामले का खुलासा उस समय हुआ, जब अवैध शराब बेचने के मामले में जेल गया मकान मालिक राजू बिहारी पैरोल पर छूटने के बाद दोबारा पेश नहीं हुआ। पुलिस आरोपित की तलाश करते हुए गुरुवार सुबह उसके घर पहुंची। इस दौरान दीवार को देखकर उसे कुछ गड़बड़ होने का शक हुआ। दीवार तोड़ने पर वहां से एक नर कंकाल मिला। पुलिस के अनुसार, राजू बिहारी के घर से मिला यह कंकाल उसके दूर के रिश्तेदार किशन का है। वह पांच साल से लापता है। मृतक सूरत का ही रहने वाला है। कंकाल की पहचान किशन का कुछ सामान मिलने से हुई है।
सूरत पुलिस ने पांच साल पहले हत्या कर दीवार में चुनवा दिए गए शव के कंकाल को गुरुवार को एफएसएल व स्थानीय प्रशासन की मौजूदगी में निकलवाया। हत्या का आरोपित एक आदतन अपराधी था। उसने अपने संबंधी की ही हत्या कर दी थी। हत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। सूरत के पांडेसरा आशापुरी विभाग -3 में रहने वाला राजू बिहारी 2015 में अपने घर के एक कमरे में संबंधी शिवम उर्फ किशन की हत्या कर भाग गया, शिवम नजदीक के सुखीनगर में रहता था। बाद में एक अपराध के मामले में भरुच पुलिस के हत्थे चढ़ गया था।
पुलिस ने आरोपित राजूबिहारी को गिरफ्तार कर लिया है, उसकी निशानदेही पर शव का कंकाल बरामद किया। गुरुवार को पुलिस टीम उसके घर पहुंची, मकान की सीढ़ी के नीचे के हिस्से में खुदाई कर शव को यहां दीवार के पीछे छिपा दिया गया था। राजू बिहारी पर अवैध शराब बिक्री के करीब 30 मामले दर्ज हैं। हत्या के कारणों का पुलिस को पता नहीं चल पाया है। हत्या का आरोपित पैरोल पर छूटने के बाद से फरार है। पुलिस ने इस
मामले की कार्रवाई के दौरान एफएसएल की टीम को साथ रखा तथा इसकी वीडियोग्राफी भी कराई है। सिविल अस्पताल के मेडिकल अधिकारी डॉ ओमकार चौधरी ने कहा कि अपने 24 साल के कैरियर में इस तरह का पहला मामला देखा है। शव अब पूरी तरह कंकाल में तब्दील हो चुका है, इसलिए इसकी पूरी जांच-पड़ताल वैज्ञानिक
तकनीक से कराई जाएगी।