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Corruption: पारिवारिक विवाद निपटाने के बदले पुलिस ने की 2 लाख की मांग, न देने पर कार जब्‍त करने की धमकी

Corruption गुजरात में (Gujarat) पारिवारिक विवाद (Family dispute) निपटाने को लेकर पुलिस ने 2 लाख रुपये की मांग की इसके साथ ही आरोपी को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर रकम नही दी तो कार जब्‍त कर लेंगे।

By Babita KashyapEdited By: Published: Wed, 14 Jul 2021 01:20 PM (IST)Updated: Wed, 14 Jul 2021 01:20 PM (IST)
Corruption: पारिवारिक विवाद निपटाने के बदले पुलिस ने की 2 लाख की मांग, न देने पर कार जब्‍त करने की धमकी
पारिवारिक विवाद के मामले को निपटाने के बदले पुलिस ने की 2 लाख की मांग

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। भ्रष्टाचार सभ्य समाज का सबसे बड़ा दुश्मन है, भ्रष्टाचार के एक मामले की सुनवाई करते हुए गुजरात हाईकोर्ट में यह बात कही। पारिवारिक विवाद के मामले को निपटाने के बदले पुलिस अधिकारियों ने करीब 2 लाख की मांग रखी पूरा नहीं करने पर आरोपी की कार जब्‍त करने की धमकी दी।

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मेहसाणा जिले के एक व्यक्ति ने गुजरात उच्च न्यायालय के समक्ष याचिका पेश कर बताया कि उसके बहन बहनोई के पारिवारिक विवाद में हुई हाथापाई का मामला मेहसाणा तालुका पुलिस थाने पहुंच गया था। जांच अधिकारी पुलिस उप निरीक्षक एवं पुलिस उपाधीक्षक ने मामले को निपटाने के लिए 1 लाख 90 हजार रुपए की मांग रखी। आरोपी ने गांधीनगर कोर्ट परिसर में एक लाख पुलिस को दिए तथा उसका वीडियो बना लिया। पुलिस थाने से आरोपियों को जमानत दिलाने के बदले पुलिस ने और 90 हजार की मांग रखी लेकिन 50 हजार में यह बात तय हुई जब आरोपियों को पुलिस थाने में जमानत देने के बदले में पुलिस अधिकारियों को पूरा पैसा नहीं मिला तो उन्होंने शिकायतकर्ता की कार जब्‍त करने की धमकी दी।

शिकायतकर्ता ने गुजरात उच्च न्यायालय में एक याचिका दाखिल कर पुलिस अधिकारियों को गांधीनगर कोर्ट परिसर में एक लाख देते हुए वीडियो तथा अन्य सबूत पेश करते हुए बताया कि पुलिस उनके परिवार को धमका रही है। गुजरात हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि सरकारी कर्मचारी व अधिकारियों का भ्रष्टाचार सभ्य समाज का सबसे बड़ा दुश्मन है। अदालत ने शिकायतकर्ता को कहां की एंटी करप्शन ब्यूरो के समक्ष आरोपियों के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराएं ताकि भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी एवं पुलिस कर्मचारियों को कानूनी रूप से सजा दिलाई जा सके।


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