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    गुजरात से तय होगा कांग्रेस का रोडमैप, पार्टी में हो सकते हैं बड़े बदलाव; नेताओं को मिला ये टास्क

    Updated: Tue, 15 Apr 2025 11:41 PM (IST)

    हाल में ही गुजरात के अहमदाबाद में कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद से कांग्रेस का एजेंडा काफी हद तक स्पष्ट हो चुका है। अधिवेशन के दौरान पार्टी को मजबूत करने के लिए देश के आला नेताओं ने मंथन किया। पर्यवेक्षकों के साथ बैठक में सभी की भूमिका और जिम्मेदारी तय करने की बात कही गई।

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    गुजरात से तय होगा कांग्रेस का रोडमैप। (फोटो- पीटीआई)

    जेएनएन, अहमदाबाद। गुजरात में संपन्न हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद अब पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने प्रदेश संगठन के पेंच को कसना शुरू कर दिया है। मंगलवार को पार्टी के दिग्गज नेताओं ने जहां एक ओर आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की, वहीं भविष्य में देश में कांग्रेस की रीति-नीति क्या होगी, इस पर भी मंथन किया गया।

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    संकेत साफ है कि गुजरात से ही कांग्रेस का भावी रोड मैप तय होगा। अंदरखाने पार्टी में बड़े बदलाव की चर्चा है, लेकिन जिला पर्यवेक्षकों की नियुक्ति में शामिल नेताओं को देखने के बाद इस बात की संभावना कम है कि दोहरी भूमिका निभाने वाले नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। राहुल ने पर्यवेक्षकों के साथ हुई बैठक में दो प्रेजेंटेशन दिए। सभी की भूमिका व जिम्मेदारी तय करने की बात कही।

    37 दिनों में राहुल गांधी ने तीन बार की गुजरात की यात्रा

    बीते 37 दिनों में राहुल का गुजरात का यह तीसरा दौरा है। वह मंगलवार से राज्य की दो दिन की यात्रा पर हैं। पहले दिन देश व प्रदेश के दो सौ से अधिक पर्यवेक्षकों, राज्यभर के जिलाध्यक्षों से चर्चा के बाद पार्टी की रीति-नीति पर बात की। बुधवार को उत्तर गुजरात के मोढासा में वह संगठन सृजन अभियान की शुरुआत करेंगे। पार्टी पदाधिकारियों को भावी जिम्मेदारियों के लिए तैयार करने के साथ ही पेशेवरों को पार्टी से जोड़ने पर जोर रहेगा।

    राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद कांग्रेस का एजेंडा स्पष्ट

    राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद से कांग्रेस का एजेंडा काफी हद तक स्पष्ट हो चुका है। भाजपा व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का खुलकर विरोध करने के साथ ही दलितों, मुस्लिमों व आदिवासियों को साधने की रणनीति पर वह आगे बढ़ रही है। कांग्रेस परंपरागत वोट बैंक को साधकर अपने खोये जनाधार को हासिल करने का प्रयास करेगी। गुजरात प्रदेश अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने बताया कि प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने के लिए देशभर से कांग्रेस के पूर्व मंत्रियों, सांसदों, राज्यों के पूर्व प्रभारी स्तर के 50 नेताओं को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

    जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में किसी की सिफारिश नहीं चलेगी: राहुल

    कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में किसी की सिफारिश नहीं चलेगी। उन्होंने कांग्रेस की संयोजन समिति की बैठक में मौसमी नेताओं को दूर रखने को कहा। स्पष्ट किया कि केवल चुनाव के दौरान सक्रिय रहने वाले नेताओं को टिकट नहीं मिलेगा।

    बेहतर काम करने वाले जिलाध्यक्ष को सरकार बनने पर मंत्री बनाने की बात भी कही गई। 23 अप्रैल से आठ मई तक पर्यवेक्षक जिलों में जाकर जिलाध्यक्ष के लिए 6-6 नाम के पैनल तैयार कर 31 मई तक कांग्रेस आलाकमान को भेजेंगे। पार्टी नेताओं को 2027 में भाजपा को हराने का लक्ष्य सौंपा गया।