Gujarat Assembly Election 2022: जेनी वीरजीभाई थुम्मर बनी गुजरात प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष
Gujarat Assembly Election 2022 गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने जेनी वीरजीभाई थुम्मर की प्रदेश महिला कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति के प्रस्ताव को तत्काल प्रभाव से रविवार को मंजूरी दे दी है। प्रदेश में साल के अंत में चुनाव होंगे।
अहमदाबाद, एएनआइ। कांग्रेस ने जेनी वीरजीभाई थुम्मर को गुजरात प्रदेश महिला कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति के प्रस्ताव को तत्काल प्रभाव से रविवार को मंजूरी दे दी है। गुजरात में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) सक्रिय हैं। सभी सियासी दल अपनी-अपनी रणनीति बना रहे हैं। हर सियासी दस की चाहत है कि इस बार उसकी पार्टी की गुजरात विधानसभा चुनाव में जीत हो। प्रदेश में इस बार रोचक चुनाव मुकाबले होने के आसार हैं। इस बार ओवैसी की पार्टी भी गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती है। पंजाब विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीत के बाद आप भी गुजरात में भी चुनाव जीतना चाहती है।
इधर, गुजरात चुनाव से पहले उत्तर गुजरात के दिग्गज आदिवासी नेता व विधायक अश्विन कोटवाल कांग्रेस पार्टी से नाराज हैं। उनके अगले माह भाजपा में शामिल होने की अटकलें है। कोटवाल कांग्रेस की आदिवासी अधिकार रैली व डिनर पार्टी में भी गैरहाजिर थे। प्रदेश कांग्रेस ने लंबे समय बाद राजधानी गांधीनगर में आदिवासी व किसानों के हकों के लिए रैली व सभा का आयोजन किया था। उत्तर गुजरात के खेडब्रम्हा से कांग्रेस विधायक अश्विन कोटवाल इसमें अनुपस्थित रहे। गुरुवार शाम को कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री भरत सिंह सोलंकी ने कांग्रेस विधायकों के लिए एक डिनर पार्टी का आयोजन किया था। कोटवाल इसमें भी शामिल नहीं हुए थे, अब माना जा रहा है कि वे कांग्रेस पार्टी की उपेक्षा से नाराज हैं तथा अगले माह तक भाजपा में भी शामिल हो सकते हैं।
वहीं, चुनाव से पहले गुजरात में प्रदेश कांग्रेस पद पर उत्तर गुजरात के ओबीसी नेता जगदीश ठाकोर व नेता विपक्ष पद पर दक्षिण गुजरात के आदिवासी नेता रामसुख राठवा की नियुक्ति के बाद से प्रदेश भाजपा उत्तर व दक्षिण गुजरात में ओबीसी, आदिवासी नेताओं को बखूबी साधने में जुटी है। कोटवाल भाजपा में शामिल होते हैं तो उत्तर गुजरात में कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है। खेडब्रम्हा के अलावा वे आसपास की अन्य सीटों को भी प्रभावित कर सकते हैं। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष व अन्य कई वरिष्ठ नेता कोटवाल को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल उनकी नाराजगी दूर नहीं हो सकी है।