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Coronavirus: सूरत-अहमदाबाद में कोरोना विस्‍फोट को रोकने लिए केंद्रीय टीम फिर गुजरात के दौरे पर

Coronavirus गुजरात के अहमदाबाद और सूरत में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों से निजात पाने के लिए फिर केंद्रीय टीम गुजरात के दौरे पर है।

By Babita kashyapEdited By: Published: Fri, 17 Jul 2020 01:08 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jul 2020 01:08 PM (IST)
Coronavirus: सूरत-अहमदाबाद में कोरोना विस्‍फोट को रोकने लिए केंद्रीय टीम फिर गुजरात के दौरे पर
Coronavirus: सूरत-अहमदाबाद में कोरोना विस्‍फोट को रोकने लिए केंद्रीय टीम फिर गुजरात के दौरे पर

अहमदाबाद, जेएनएन। सूरत-अहमदाबाद में कोरोना विस्‍फोट को रोकने तथा कोविड-19 से निजात पाने के लिए किए जा रहे गुजरात के चिकित्‍सकों के प्रयासों की समीक्षा के लिए आइसीएमआर के महानिदेशक, एम्‍स के निदेशक सहित 4 सदस्‍यीय केंद्रीय टीम सूरत पहुंची। टीम के सदस्‍यों ने कोरोना के उपचार में कारगर इंजेक्‍शन के उपयोग व कालाबाजारी जैसे मुद्दों पर भी चिकित्‍सकों व विविध मेडिकल एसोसिएशनों के पदाधिकारियों से चर्चा की।

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 केंद्रीय टीम के सदस्‍य इंडियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने गुजरात के चिकित्‍सक व मेडिकल जगत के विशेषज्ञों से कई तरह के फीडबैक लिए तथा अपने अनुभव साझा किये। केंद्रीय टीम ने कोरोना संक्रमण के केसों को घटाने पर जोर दिया तथा सोशल डिस्‍टेंसिंग, मास्‍क व सैनिटाइजर को आम जीवन में अपनाने की बात कही। उन्‍होंने कहा कि मधुमेह, अस्‍थमा, मोटापा, रक्‍तचाप, ह्रदय संबंधी बीमारी से पीड़ित लोगों को अपना खास ध्‍यान रखना चाहिए तथा लगातार चिकित्‍सकों के संपर्क में रहना चाहिए। 

 अहमदाबाद के बाद सूरत में अचानक कोरोना के बढ़ते केसों के बीच एक बार फिर केंद्रीय टीम गुजरात के दौरे पर है। केंद्रीय टीम के सदस्‍य सूरत, अहमदाबाद के सिविल अस्‍पतालों का दौरा कर यहां कोरोना महामारी से पीड़ित मरीजों के उपचार के तरीकों व साधनों का अध्‍ययन कर रहे हैं साथ ही मरीजों को दिए जा रहे टॉसिलीजुमेब इंजेक्‍शन के परिणामों की भी समीक्षा कर रहे हैं। 

 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान एम्‍स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि इंजेक्‍शन का योग्‍य तरीके से व चिकित्‍सकों की सलाह पर ही उपयोग किया जाना चाहिए अन्‍यथा इसके नुकसान भी हो सकते हैं। शुक्रवार सुबह टीम के सदस्‍यों ने सूरत सिविल अस्‍पताल का दौरा कर यहां कोविड 19 वायरस से संक्रमितों को मुक्‍त करने के लिए किये जा रहे चिकित्‍सकीय तरीकों का अध्‍ययन किया। इसके अलावा मेडिकल एसोसिएशनों के सदस्‍यों से मुलाकात कर कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए उनसे भी सलाह मशवरा किया।

 केंद्रीय टीम ने चिकित्‍सकों के साथ चर्चा में इस बात पर जोर दिया कि कोविड 19 का सामुदायिक ट्रांसफर को रोकना आवश्‍यक है अन्‍यथा इस महामारी को काबू में करना मुश्किल होगा। केंद्रीय टीम गुजरात में कोविड 19 के कम्‍युनिटी ट्रांसफर की संभावनाओं का भी अध्‍ययन कर रही है। केंद्रीय टीम अहमदाबाद के सिविल अस्‍पताल का भी अध्‍ययन करेगी तथा उसके बाद गांधीनगर में मुख्‍यमंत्री विजय रुपाणी से मिलकर हालात पर चर्चा के साथ इस पर लगाम कसने के उपाय सुझाएंगे। टीम में नीति आयोग के सदस्‍य डॉ विनोद पाल, केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय की अतिरिक्‍त सचिव आरती आहुजाभी शामिल हैं। टीम 16 जुलाई शाम को अहमदाबाद पहुंची थी, टीम के सदस्‍य शनिवार तक गुजरात में रहेंगे। एम्‍स निदेशक डॉ गुलेरिया तथा मंत्रालय के संयुक्‍त सचिव लव कुमार पहले गुजरात आ चुके हैं।


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