Gandhinagar Local Body Election 2021: गांधीनगर में भाजपा व कांग्रेस ने इन नेताओं को सौंपी जिम्मेदारी
Gandhinagar Local Body Election 2021 गांधीनगर में भाजपा ने 11 मंत्रियों को गांधीनगर के 11 वार्ड की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं कांग्रेस ने भी हर एक वार्ड में दो-दो नेताओं की नियुक्ति की। आम आदमी पार्टी के गांधीनगर के मैदान में उतरने के बाद मुकाबला काफी रोचक हो गया।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात में गांधीनगर महानगर पालिका की जंग जीतने के लिए भाजपा ने 11 मंत्रियों को गांधीनगर के 11 वार्ड की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं, कांग्रेस ने भी हर एक वार्ड में दो-दो नेताओं की नियुक्ति की है। आम आदमी पार्टी के गांधीनगर के मैदान में उतरने के बाद मुकाबला काफी रोचक हो गया है। आप के इस चुनावी मैदान में आने से महानगर पालिका का चुनाव त्रिकोणीय बन गया है। सूरत महानगर पालिका के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को साफ कर उसकी जगह प्रमुख विपक्षी दल बन गई थी। इसलिए कांग्रेस अपनी पार्टी के दिग्गज नेताओं को गांधीनगर महानगरपालिका का चुनावी रण जिताने के लिए मैदान में उतारा है। पाटीदार दिग्गज व प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल, सागर रायका, हिम्मत सिंह पटेल, जगदीश ठाकोर, दीपक बाबरिया, हिमांशु पटेल, नरेश रावल, जैसे नेताओं को कांग्रेस ने गांधी नगर महानगर पालिका के चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी है।
भारतीय जनता पार्टी ने एक दिन पहले ही सरकार के 11 मंत्रियों को गांधीनगर महानगरपालिका के 11 वार्ड की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इनमें राजस्व मंत्री, शिक्षा मंत्री, सामाजिक विकास, महिला कल्याण, गृह राज्य मंत्री आदि विभागों के मंत्री भी शामिल हैं। आम आदमी पार्टी गांधीनगर महानगर पालिका के चुनाव को पूरी ताकत के साथ लड़ रही है। पार्टी ने जिला कलेक्टर को अपने स्टार प्रचारकों की सूची सौंपी है, जिसमें दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया विधायक व गुजरात के प्रभारी गुलाब सिंह यादव, विधायक राखी बिरला सहित दिल्ली के कई दिग्गज नेताओं वह प्रदेश के नेताओं के नाम शामिल है। फरवरी व मार्च 2021 में हुए महानगरपालिका के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने सूरत में 27 सीट पर जीत दर्ज कर प्रमुख विपक्षी दल का दर्जा हासिल कर लिया था। कांग्रेस इस महानगर पालिका में एक भी सीट नहीं जीत पाई। इससे पहले कांग्रेस के 31 कारपोरेटर थे। गांधीनगर में आम आदमी पार्टी के जोरदार चुनाव प्रचार को देखते हुए कांग्रेस सूरत महानगर पालिका के चुनाव परिणाम को यहां दोहराने से बचने के लिए अब तीन अक्टूबर को होने वाले चुनाव से एक सप्ताह पहले अपने चुनाव प्रचार को तेज करने के लिए प्रदेश स्तर के नेताओं को उतार दिया है।