Gujarat Politics: विधायकों को लेकर जोर आजमाइश जारी, भाजपा में सेंधमारी की तैयारी कर रही है कांग्रेस
Gujarat Politics गुजरात भाजपा व कांग्रेस एक दूसरे के विधायकों को अपने पाले में लाने का प्रयास कर रहे हैं। अशोक गहलोत के सलाहकार संयम लोढ़ा के बायान एक नई बहस छेड़ दी है जिसके बाद से गुजरात कांग्रेस में वार पलटवार चल रहा है।
अहमदाबाद, जेएनएन। चुनावी साल में गुजरात के दो प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा एवं कांग्रेस एक दूसरे के विधायकों को अपने पाले में करने को जोर आजमाइश में लगे हैं। कांग्रेस नेता सुखराम राठवा ने जब भाजपा विधायकों के कांग्रेस के संपर्क में होने की बात कही तो भाजपा के प्रदेश महामंत्री प्रदीप सिंह वाघेला ने कहा कि कांग्रेस के कई विधायक हमारे संपर्क में हैं।
राजस्थान के निर्दलीय विधायक एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार संयम लोढ़ा ने गत दिनों कांग्रेस के एक दर्जन विधायकों पर भाजपा की नजर होने का बयान देकर नई बहस छेड़ दी है। इसके बाद से गुजरात कांग्रेस की सियासत में वार पलटवार चल रहा है। गुजरात भाजपा के प्रदेश महामंत्री प्रदीप सिंह वाघेला ने कांग्रेस समर्थक विधायक के पीठ के बाद कहा कि कांग्रेस के कई विधायकों ने उनकी पार्टी का संपर्क किया है कितने विधायक उनके संपर्क में हैं यह तो उन्होंने नहीं बताया लेकिन इनकी संख्या काफी बताई जा रही है।
बयानबाजी के इस दौर में गुजरात विधानसभा में नेता विपक्ष सुखराम राठवा भी पीछे नहीं रहे और उन्होंने कहा कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए कई विधायक तथा पार्टी में अपना टिकट कटने के डर से भाजपा के कई विधायक उनके साथ संपर्क में है तथा फिर से कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं। राठवा काफी अनुभवी एवं राजनीति के कुशल खिलाड़ी हैं, हर बयान बड़ा सोच समझकर देते हैं, ऐसे में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने वाले विधायकों की वापसी की बात सही भी साबित हो सकती है।
गुजरात के आगामी विधानसभा चुनाव में सभी 182 सीट जीतने का लक्ष्य लेकर मैदान में उतरे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटील कई बार संकेत दे चुके हैं की कोई भी नेता एवं विधायक अपने टिकट को लेकर दावेदारी नहीं जताएगा। पार्टी जिस नेता को भी टिकट देगी उसको जिताना ही पार्टी के सब नेताओं का कर्तव्य है। पाटिल अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं और गुजरात प्रदेश भाजपा में उनका विरोध करने काम आता किसी नेता में नहीं है, बहरहाल कुछ नेता एवं भाजपा विधायक भी अपनी पार्टी से बाहर अपनी जमीन तलाशने लगे हैं तथा कांग्रेस इसी बात का फायदा उठाकर भाजपा में सेंधमारी की तैयारी कर रही है।
हालांकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व नेता विपक्ष परेश धनानी ने गुजरात में कांग्रेस की प्रचंड जीत का भरोसा जताते हुए एक कार्यक्रम में जनता से यह आह्वान तक कर डाला की गुजरात में विपक्ष की भूमिका को जिंदा रखने के लिए गुजरात की जनता कुछ सीटें भाजपा को भी दें, उनका यह मानना है कि कांग्रेस राज्य की अधिकांश सीटों पर चुनाव जीतने वाली है लेकिन राज्य में विपक्ष की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए धनानी राज्य के लोगों से यही अपील कर रहे हैं कि भाजपा को भी कुछ सीटें जिताएं ताकि विधानसभा में विपक्ष नजर आ सके। हालांकि धनानी के इस बयान की कोई पुष्टि नहीं करता है तथा राज्य में इस तरह के कोई राजनीतिक हालात भी नजर नहीं आते लेकिन राजनीतिक दलों एवं नेताओं की ओर से जारी बयानों के चलते गुजरात की सियासत पूरी तरह गरमा गई है।
गुजरात प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता डॉ मनीष दोशी का कहना है कि यह बड़े दुख की बात है, भाजपा खुलेआम जोड़-तोड़ की राजनीति को स्वीकार कर रही है। पहले भाजपा ने कहा था वह किसी कांग्रेसी नेता को भाजपा में शामिल नहीं करेगी लेकिन अब खुलेआम कांग्रेस नेताओं एवं विधायकों को भाजपा में शामिल कराने के दावे कर रहे हैं। मनीष दोषी का यह भी दावा है कि भाजपा के कई विधायक, मंत्री पद छिन जाने तथा टिकट कटने के डर से कांग्रेस में वापसी के इंतजार में हैं भाजपा के भी कई असंतुष्ट नेता, राजनीतिक के नये समीकरण को देखकर पाला बदलने की तैयारी में है।