जानिए, कहां से लीक हुआ गुजरात सिपाही भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र
गुजरात पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने के मामले में पुलिस ने चार और आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। गुजरात पुलिस ने इस मामले में और चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि दिल्ली के एक गिरोह ने यह प्रश्नपत्र लीक किया है। मुख्य आरोपित यशपाल सिंह 30 अभ्यार्थियों को दिल्ली ले गया था। जहां इन्हें प्रश्नपत्र दिखाया गया था।
रविवार को गुजरात पुलिस सिपाही की 9700 भर्ती के लिए करीब 8 लाख 76 हजार अभ्यार्थी परीक्षा देने वाले थे। लेकिन परीक्षा देने से कुछ घंटे पहले ही प्रश्नपत्र लीक होने से भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष विकास सहाय ने परीक्षा रद कर दी थी। पुलिस की त्वरित कार्रवाई के बाद इस प्रकारण में भाजपा के नेता मनहर पटेल, मुकेश चौधरी सहित पीएसआई पीवी पटे और हॉस्टेल की संचालिक रुपल शर्मा को गिरफ्तार किया गया था।
गांधीनगर पुलिस अधीक्षक मयूर चावड़ा ने बताया कि सोमवार गिरफ्तार इन चार आरोपितों की पूछताछ में प्रतेश पटेल, नरेन्द्र चौधरी, अजय सिंह और उत्तम भाटी की भूमिका सामने आई है। इसके बाद इन चारों को भी अलग-अलग शहरों से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला है कि मुख्य आरोपित यशपाल सिंह सोलंकी और गिरफ्तार हुए यह चारों आरोपित गांधीनगर के पास नाना चिलोड़ा में एक होटल में एकत्रित हुए थे। इनके साथ परीक्षा देने वाले अन्य 50 अभ्यार्थी भी थे। इनमें से 30 अभ्यार्थियों को 30 नंवबर को गाड़ियों में दिल्ली के गुरुग्राम ले जाया गया। जहां दिल्ली के गिरोह द्वारा पांच-पांच अभ्यर्थियों की टीम बनाकर अलग-अलग गाड़ियों में दिल्ली लाया गया।
पुलिस अधीक्षक मयूर चावड़ा ने बताया कि गिरफ्तार हुए चारों आरोपितों से पूछताछ में पता चला है कि यहां अभ्यार्थियों को प्रश्नपत्र हल करने के लिए दिया गया। हालांकि काफी देर तक प्रश्नपत्र हल नहीं कर पाने में दिल्ली के गिरोह ने कहा कि अन्य राज्यों की परीक्षा के प्रश्न पत्र भी हम लीक करते हैं लेकिन अभ्यार्थियों को प्रश्नपत्र हल करने के इतना समय नहीं लगता। पुलिस के मुताबिक दो घंटे में प्रश्नपत्र हल करने के बाद दिल्ली के गिरोह द्वारा तय अनुसार सभी से पांच-पांच लाख रुपये के चेक लिये गये और इसके उन्हें गुरुग्राम उतारा गया। यहां से ये सभी अपनी-अपनी गाड़ियों में बैठक गुजरात आ गए थे। पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपित यशपाल सोलंकी भी परीक्षा देने वाला था, उसका सेंटर सूरत में था। वह दिल्ली से वड़ोदरा आया था और मनहर पटेल तथा मुकेश चौधरी सहित आरोपियों को प्रश्नपत्र दिया था। पुलिस ने बताया कि जांच में स्पष्ट हो गया है कि गुजरात पुलिस सिपाही की परीक्षा का प्रश्नपत्र दिल्ली लीक किया गया है। गुजरात एटीएस और क्राइम ब्रांच की टीम दिल्ली रवाना हो गई। जल्द ही अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी।
जानें, कब होगी परीक्षा
लोकरक्षक भर्ती परीक्षा अब संभवत छह जनवरी को होगी, गत रविवार को प्रश्नपत्र लीक होने के बाद भर्ती बोर्ड ने परीक्षा रद कर दी थी। करीब ढाई हजार परीक्षा केंद्र पर नौ लाख परीक्षार्थी शामिल होने थे। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मुख्य सचिव व डीजीपी के साथ बैठक के बाद 30 दिन बाद परीक्षा लेने की घोषणा की है।
ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्य सचिव डॉ जेएन सिंह व पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा के साथ बैठक कर लोकरक्षक भर्ती परीक्षा के आयोजन पर चर्चा की। भर्ती बोर्ड अध्यक्ष विकास सहाय भी इसमें शामिल हुए। पटेल ने बताया कि सरकार ने परीक्षा रद कर प्रश्नपत्र लीक करने वालों के मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया, लेकिन कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के इरादे से इस मुद्दे को उठा रही है। प्राथमिक जांच में एक राष्ट्रीय स्तर के गिरोह के इसमें शामिल होने की जानकारी मिली है। मुख्य आरोपित यशपाल खुद वडोदरा के एक केंद्र पर परीक्षा देने वाला था। 30 नवंबर को ही वह करीब 30 परीक्षार्थियों को दिल्ली ले जाकर एक गुप्त स्थल पर पेपर देकर उन्हें परीक्षा का रिहर्सल भी कराया था। परीक्षा देने के लिए वह खुद विमान से यात्रा कर वडोदरा पहुंचा था।