अहमदाबाद सीरियल बम धमाकों के पीछे इस आतंकी का था दिमाग
तौकीर को भारत का बिन लादेन भी कहते हैं।
अहमदाबाद, जेएनएन। 2008 के सीरियल ब्लास्ट कांड के मुख्य आरोपियों में से एक सिमी व इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी अब्दुल सुभान तौकीर की गिरफ्तारी से देश में टेरर फंडिंग तथा स्लीपर सेल की कई परतें उघड़ सकती हैं। करीब नौ साल बाद हाथ लगे इस आतंकी का पकड़ा जाना गुजरात ही नहीं बल्की भारत के कई शहरों में काम कर रहे आतंकी मॉड्यूल की कमर तोड़ सकता है। तौकीर को भारत का बिन लादेन भी कहते हैं चूंकि 2006 के मुंबई ट्रेन बम कांड व 2008 के अहमदाबाद सीरियल बम धमाकों के पीछे उसका दिमाग था।
1972 में जन्मे तौकीर ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में शिक्षा पाने के बाद बेंगलूर में एक नामी कंपनी से जुड़ गया था, लेकिन इस्लामिक कट्टर विचारधारा के प्रभाव में आने के बाद उसने नौकरी छोड़ दी और प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आॅफ इंडिया से जुड़ गया तथा भारत में आतंक के मास्टर माइंड रियाज भटकल आदि के संपर्क में आकर इंडियन मुजाहिदीन के लिए काम करने लगा।
गुजरात में 2002 के दंगों का बदला लेने के लिए उसने 2008 में अहमदाबाद में 21 स्थलों पर बम रखकर लगातार एक घंटे तक धमाके कर तौकीर ने सबको चौंका दिया था। इन घटना में 57 लोग मारे गए थे तथा 200 घायल हुए थे। दो धमाके अहमदाबाद के सबसे बड़े सिविल अस्पताल व एलजी अस्पताल में भी किए गए।
धमाकों की प्लानिंग इतनी खतरनाक थी कि जब बम धमाकों में घायलों को लेकर लोग अस्पतालों में पहुंचे तो वहां भी धमाके कर बड़ी संख्या में लोगों को मौत के घाट उतारा जा सके। सिविल के हमले में गुजरात के ग्रह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा बाल बाल बचे थे। जाडेजा स्थानीय विधायक भी हैं तथा धमाकों के दौरान भी राज्यमंत्री थे।