पेप्सिको के उत्पादों के बहिष्कार का ऐलान, किसान संगठन गुजरात के बाहर भी करेंगे प्रदर्शन
अमरीकी कंपनी पेप्सिको ने गुजरात में आलू का उत्पादन करने वाले साबरकांठा व बनासकांठा के चार किसानों के खिलाफ पैटेंट कानून के तहत एक एक करोड़ का दावा किया है।
अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। लगातार दूसरी साल अमरीकी कंपनी पेप्सिको की ओर से गुजरात के किसानों के खिलाफ पैटेंट कानून के तहत मुकदमा दायर कर करोड़ों का दावा ठोकने के बाद गुजरात के किसान संगठनों ने पेप्सिको के पेय पदार्थ, चिप्स। बीज आदि के बहिष्कार का ऐलान किया है।
गुजरात विद्यापीठ में किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए विविध संगठनों की बैठक हुई इसमें बताया गया कि गुजरात में आलू का उत्पादन करने वाले साबरकांठा व बनासकांठा के 4 किसानों के खिलाफ पैटेंट कानून के तहत एक एक करोड़ का दावा किया है।
यह मामला अहमदाबाद की कॉमर्शियल कोर्ट में है, यहां 12 जून को सुनवाई होगी। भारतीय किसान संघ के महामंत्री बाबूभाई पटेल बताते हैं कि गत वर्ष अरावली व मोडासा के 5 किसानों पर 25-25 लाख का दावा किया गया था। किसान संगठनों का आरोप है कि एक ओर पेप्सिको कोर्ट से केस वापस लेकन किसानों से समझौते की बात सरकार के साथ कर रही है वहीं दूसरी ओर अभी तक लिखित में कंपनी की ओर से कोई आश्वादसन नहीं दिया गया है। बीज अधिकार मंच के संयोजक कपिल शाह का मानना है कि प्लांट प्रोटेक्शेन एंड वैरायटी फार्मर्स राइट के तहत किसानों को किसी भी तरह का बीज बोकर उत्पादन लेने का हक है। किसानों पर किसी तरह की कोई पाबंदी नैसर्गिक न्याय के खिलाफ है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को गांधीनगर में पेप्सिको के अधिकारियों ने राज्य सरकार से मुलाकात कर किसानों के खिलाफ केस वापस लेने की बात कही थी। उपमुख्य मंत्री नितिन पटेल ने यह ऐलान भी कर दिया कि सरकार की पहल के बाद पेप्सिको किसानों के खिलाफ दायर केस वापस लेने को तैयार है। लेकिन बीज अधिकार मंच ने इस मामले में किसानों के अधिकारों की मांगों के समर्थन में पेप्सिको के कोल्ड ड्रिंक्सस, वेफर्स, बीज आदि उत्पादों के बहिष्कार की घोषणा के साथ राज्याभर में रैली, सम्मेलन आदि करने का ऐलान कर दिया। आंदोलन को गुजरात के बाहर अन्यक राज्योें में भी ले जाया जाएगा।
शुक्रवार को भारतीय किसान संघ, गुजरात खेडुत समाज सहित विविध संगठनों व सामाजिक कार्यकर्ताओं की बैठक के बाद किसानों के अधिकारों की लडाई के लिए बीज अधिकार मंच गुजरात नामक संगठन का गठन किया गया। स्वरयंसेवी संस्थाज जतन के प्रमुख कपिल शाह इसके संयोजक बनाए गए तथा भारतीय किसान संघ, लोकनाद, गुजरात एसोसिएशंस एग्री साइन्स के एक एक पदाधिकारी को इसमें शामिल किया गया है। यह मंच पेप्सिको, राज्यु सरकार व किसानों के खिलाफ अदालत में चल रहे मामलों की देखरेख करेगा तथा किसानों के अधिकारों के लिए निर्णय करने के लिए स्व तंत्र होगा।
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