Gujarat: स्टैच्यू आफ यूनिटी पर आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में शामिल होंगे अमित शाह
Gujarat अमित शाह 31 अक्टूबर को गुजरात के केवड़िया में सरदार पटेल जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में शिरकत करेंगे। पहले इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भी आने की चर्चा थी लेकिन इस बार वे नहीं आ रहे हैं।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह 31 अक्टूबर को गुजरात के केवड़िया में सरदार पटेल जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में शिरकत करेंगे। गुजरात सरकार सरदार पटेल जयंती को जोर-शोर से मनाने की तैयारियां कर रही है। देश के विभिन्न राज्यों के सांस्कृतिक समूह अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। राष्ट्रीय एकता दिवस पर देश की विविध जांच एजेंसियां व सैन्य इकाइयों का परेड भी होगा। सेना के तीनों अंगों के जवान बीएसएफ, सीआइएसएफ व अर्धसैनिक बलों के जवान, गुजरात पुलिस होमगार्ड आदि के जवान इस परेड में हिस्सा लेंगे। पहले इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भी आने की चर्चा थी, लेकिन इस बार वे नहीं आ रहे हैं। केंद्रीय मंत्री अमित शाह सरदार पटेल जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस के मुख्य अतिथि होंगे। गृह विभाग व सेना के कई आला अधिकारी भी समारोह में शामिल होंगे।
भूपेंद्र पटेल भी समारोह में करेंगे शिरकत
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल व मंत्रिमंडल के सदस्य व प्रदेश भाजपा के कई वरिष्ठ नेता समारोह में उपस्थित रहेंगे। केवड़िया में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू आफ यूनिटी के निर्माण के बाद से गुजरात सरकार सरदार पटेल जयंती पर एक बड़े समारोह का आयोजन करती है। मोदी सरकार ने ही सरदार पटेल जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। गौरतलब है कि गुजरात के नर्मदा जिले में स्टैच्यू आफ यूनिटी के पास स्थित एक झील से निकालकर पिछले दो वर्षों में 194 मगरमच्छों को दूसरी जगह भेजा गया है। ऐसा पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है। वर्ष 2019 में गुजरात राज्य वन विकास निगम लिमिटेड (जीएसएफ डीसी) ने इस झील में नौकायान की शुरुआत की है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि केवड़िया में सरदार वल्लभ पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा के पास पंचमुली झील है। पर्यटकों में वह काफी लोकप्रिय है, लेकिन उसमें बड़ी संख्या में मगरमच्छ रहते हैं। केवड़िया क्षेत्र के वन अधिकारी विक्रम सिंह गभानिया ने बताया कि 2019-20 (अक्टूबर-मार्च) में 143 मगरमच्छों को दूसरी जगह पहुंचाया गया। 2020-21 में 51 और मगरमच्छों को गांधीनगर व गोधरा के बचाव केंद्रों में भेजा गया है।