Gujarat Politics: उत्तर गुजरात में जिग्नेश मेवाणी की घेरेबंदी में जुटी एआइएमआइएम
Gujarat Politics उत्तर गुजरात में निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी के खिलाफ एआइएमआइएम घेरेबंदी में जुटी है। मेवाणी कांग्रेस से जुड़ने के बाद पहली बार रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा व कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल के साथ अपने विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क के लिए पहुंचेंगे।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। भाजपा और कांग्रेस के साथ गुजरात में आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) भी दमखम दिखाने की तैयारी कर रही है। उत्तर गुजरात में निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी के खिलाफ एआइएमआइएम घेरेबंदी में जुटी है। मेवाणी कांग्रेस से जुड़ने के बाद पहली बार रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा व कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल के साथ अपने विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क के लिए पहुंचेंगे। उधर, एआइएमआइएम ने भी इसी क्षेत्र में वारिस पठान की तीन सभाएं रखी हैं। गुजरात में जहां एक ओर पाटीदार, ओबीसी व दलित मत बैंक को साधने के प्रयास चल रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अल्पसंख्यक वर्ग को आकर्षित करने के लिए भी कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) व एआइएमआइएम में होड लगी है।
एआइएमआइएम की रणनीति
हाल ही कांग्रेस से जुड़े निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने अपने विधानसभा क्षेत्र वडगाम में पार्टी के कार्यकर्ताओं व नेताओं से मिलने का एलान किया तो एआइएमआइएम ने भी अपने प्रभारी व राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान की अहमदाबाद, सिद्धधपुर,दांता, छापी व वडगाम में सभाएं व जनसंपर्क का कार्यक्रम रखा है। एआइएमआइएम की रणनीति वडगाम सहित इसके आसपास की मुस्लिम बहुल आठ विधानसभा सीटों पर अपना वर्चस्व बढ़ाने की है। राजनीति के जानकार बताते हैं कि उत्तर गुजरात में एआइएमआइएम के दखल से कांग्रेस को सीधे नुकसान हो सकता है। विधायक जिग्नेश मेवाणी ने अपने क्षेत्र में आक्सीजन प्लांट, मनरेगा मजदूरी आदि क्षेत्रों में अच्छा काम किया है। ऐसे में एआइएमआइएम की दस्तक से उसके लिए चुनौती बढ़ सकती है।
एआइएमआइएम को मजबूत करेंगेः शमशाद पठान
एआइएमआइएम प्रवक्ता शमशाद पठान का कहना है कि हम एक राजनीतिक दल हैं तथा जहां जीत की संभावना नजर आएगी, वहां पार्टी को मजबूत करेंगे। उत्तर गुजरात की करीब आठ सीटों पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक स्थिति में हैं और उनकी पार्टी की नजर इन सीटो पर लगी है। गौरतलब है कि हाल ही हुए गांधीनगर महानगर पालिका के चुनाव में आम आदमी पार्टी की मौजूदगी के चलते कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। गांधीनगर में कांग्रेस को 26 फीसद मत मिले, लेकिन 44 में से दो सीटों पर ही उसकी जीत हुई। उधर, आप को 22 फीसद मत मिले, लेकिन एक सीट पर ही उसको सफलता मिली, जबकि भाजपा 49 फीसद मत हासिल करके 41 सीटों पर जीत दर्ज करने में सफल रही थी।