Gujarat: उद्योगों को ग्रीन चैनल से एनओसी व राज्य में क्रूज टूरिज्म की सुविधा की सलाह
cruise tourism in Gujarat. गुजरात में उद्योगों को ग्रीन चैनल से एनओसी व राज्य में क्रूज टूरिज्म की सुविधा पर जोर दिया है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। cruise tourism in Gujarat. गुजरात की अर्थव्यवस्था व औद्योगिक विकास को गति देने के लिए निवेश, एफडीआई, ऑनलाइन सेवाओं, खास उम्र के लोगों को डिजिटल फ्रेंडली बनाने व एनआरआइ व विदेशी बैंकों के फॉरेन करेंसी अकाउंट की मंजूरी की सलाह दी है। उद्योगों को ग्रीन चैनल से एनओसी व राज्य में क्रूज टूरिज्म की सुविधा पर जोर दिया है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने लॉकडाउन के चलते पटरी से उतरी राज्य की अर्थव्यवस्था व औद्योगिक विकास को रफ्तार देने के लिए गत माह पूर्व केंद्रीय वित्त सचिव डॉ हसमुख अढिया की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था। गत 28 मई को ही उसने राज्य में आर्थिक सुधार पर एक अंतरिम रिपोर्ट सौंपी थी। शुक्रवार को उसने 231 सुझावों के साथ फाइनल रिपोर्ट सौंपी। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आत्मनिर्भर भारत के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर, इकोनोमिक सिस्टम, डेमोग्राफी, डिमांड जैसे स्तंभों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश की पालना के साथ राज्य में डिजिटल सिस्टम को तेजी से विकसित करने के सुझाव दिए गए।
प्रदेश के लोगों को स्मार्टफोन फ्रेंडली बनाने, डिजी लॉकर के जरिए उद्योगों के लिए ऑनलाइन अर्जी, ग्रीन चैनल के जरिए विविध विभागों की ओर से ऑनलाइन एनओसी देने डिजिटल सिग्नेचर, ईजी ऑफ डूइंग बिजनेस का माहौल बनाने, एफडीआइ व एनआरआइ व विदेशी बैंकों के फोरेन करेंसी अकाउंट की मंजूरी देने के सुझाव इसमें शामिल है। इसके अलावा राज्य की पर्यटन नीति में सुधार के साथ इसमें सिनेमेटिक टूरिज्म, वेलनेस टूरिज्म, क्रूज टूरिज्म की सुविधा व टेलेमेडिसिन सिस्टम बनाने का सुझाव दिया गया है।
कोरोना महामारी के चलते लागू लॉकडाउन से अस्त व्यस्त हुई गुजरात की अर्थव्यवस्था व औद्योगिक विकास को पटरी पर लाने के लिए गठित विशेषज्ञों की समिति ने अपनी फाइनल रिपोर्ट शुक्रवार को गांधीनगर में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को सौंपी।
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडास्मा, राजस्व मंत्री कौशिक पटेल, मुख्यमंत्री के विशेष प्रधान सचिव के कैलाशनाथन, मुख्य सचिव अनिल मुकीम आदि ने उच्चस्तरीय बैठक में इस रिपोर्ट पर चर्चा की।
समिति में कर सलाहकार, मुकेश पटेल, आइआइएमए के पूर्व प्राध्यापक प्रो रवींद्र ढोलकिया, वित्त विशेषज्ञ प्रदीप शाह तथा सेवानिवृत आइएएस किरीट शैलत तथा गुजरात औदोयोगिक विकास निगम के प्रबंध निदेशक एम थेन्नासरन शामिल हैं।