Gujarat: गोडसे पर भाषण प्रतियोगिता कराने की आरोपित अधिकारी निलंबित
Gujarat भाषण प्रतियोगिता का विषय मेरा आदर्श नाथूराम गोडसे रखने पर विवाद हो गया। जिला शिक्षाधिकारी ने प्रतियोगिता कराने की आरोपित युवा विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया है। गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। दक्षिण गुजरात के वलसाड में स्थित एक स्कूल में भाषण प्रतियोगिता का विषय 'मेरा आदर्श : नाथूराम गोडसे' रखने पर विवाद हो गया है। इसके बाद जिला शिक्षाधिकारी ने प्रतियोगिता कराने की आरोपित युवा विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया है। गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जिम्मेदार सभी लोगों को निलंबित किया जाएगा। कांग्रेस ने इस घटना पर रोष जताते हुए कहा कि सिर्फ निलंबन ही नहीं, अधिकारी पर देशद्रोह के तहत मुकदमा भी चलाया जाना चाहिए। वलसाड के कुसुम विद्यालय में 14 फरवरी को बाल प्रतिभा खोज भाषण प्रतियोगिता आयोजित हुई थी। 11-13 वर्ष के विद्यार्थियों की प्रतियोगिता का विषय 'मेरा आदर्श : नाथूराम गोडसे' रखा गया था। महात्मा गांधी की आलोचना कर नाथूराम गोडसे को हीरो बताने वाली छात्रा को प्रथम पुरस्कार दिया गया था। इसे लेकर विवाद पैदा होने के बाद वलसाड की युवा विकास अधिकारी मीता गवली को निलंबित कर दिया गया। जिला स्तरीय इस प्रतियोगिता के लिए दो अन्य विषय भी रखे गए थे, लेकिन मीता गवली ने 'मेरा आदर्श : नाथूराम गोडसे' को चुना था।
जानें, किसने क्या कहा
जानकारी के मुताबिक, स्कूल की संचालिका सूरत शहर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष नैषध देसाई की बहन अर्चना देसाई हैं। देसाई परिवार खुद को पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का वंशज बताता है। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने कहा है कि भाजपा सरकार गांधी की विचारधारा को खत्म करने का प्रयास कर रही है। बच्चों को विकृत इतिहास पढ़ाया जा रहा है तथा सरकार चुप्पी साधे है। उधर, घटना के विरोध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर, वरिष्ठ नेता दीपक बाबरिया, प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोशी, गांधीवादी जनेश बढीया आदि ने गांधी आश्रम में प्रार्थना व महात्मा गांधीजी के 11 व्रत का पाठ कर उनके मूल्यों को याद किया। प्रदेश में इस मामले को लेकर राजनीति गरमा सकती है।