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IDBI Bank के लॉकर से 25 लाख के गहने चोरी, छानबीन में जुटी पुलिस

IDBI Bank अहमदाबाद में आईडीबीआई बैंक के लॉकर से 25 लाख रूपये के गहने चोरी होने का मामला सामने आया है ये महिला दो वर्ष से अमेरिका में थी और अपने सारे गहने लॉकर में रखकर वहां

By Babita kashyapEdited By: Published: Mon, 17 Feb 2020 11:40 AM (IST)Updated: Mon, 17 Feb 2020 11:40 AM (IST)
IDBI Bank के लॉकर से 25 लाख के गहने चोरी, छानबीन में जुटी पुलिस
IDBI Bank के लॉकर से 25 लाख के गहने चोरी, छानबीन में जुटी पुलिस

अहमदाबाद, जेएनएन। अहमदाबाद शहर के नवरंगपुरा की महिला का आइडीबीआइ बैंक (IDBI Bank) के लॉकर से 50 तोला सोना तथा आठ कि.ग्रा. चांदी सहित कुल 25 लाख रूपये मूल्य के जेवरात की चोरी हो गई। महिला दो वर्ष पूर्व अपने जेवरात बैंक के लॉकर में रखकर अमेरिका गई थी। अब जब वह लॉकर ऑपरेट करने आयी तब लॉकर नहीं खुलने पर उसे तोड़ना पड़ा जिसमें जेवरात के स्थान पर माताजी का फोटो और 101 रूपये मिला। पुलिस मामले की छानबीन कर रही हैं।

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अहमदाबाद शहर के नवरंगपुरा क्षेत्र की तृप्ती रमेशभाई मेहता नामक महिला 20 वर्ष से परिजनों के साथ अमेरिका में स्थायी हुई हैं। उनके परिवार के अन्य लोग अहमदाबाद में रहने के कारण वे यहाँ आती रहती हैं। तृप्ती बहन ने दो वर्ष पूर्व यहां की आइडीबीआइ बैंक में 520 नम्बर का लॉकर रखा था। उन्होंने अहमदाबाद आने पर नम्बर 2017 में लॉकर में 50 तोला सोने के जेवरात तथा आठ कि.ग्रा. चांदी के जेवरात एवं बरतन रखा था।

वे हाल ही में अमेरिका से अहमदाबाद आयी हैं। जब वे लॉकर ऑपरेट करने पहुंची तब उनकी तथा बैंक की चाभी से भी लॉकर नहीं खुला। तब बैंक के अधिकारियों ने मिस्त्री को बुलाकर लॉकर तोड़ा तो देखा उसमें से सोने-चांदी के जेवरात तथा बरतन गायब थे। इनके स्थान पर लॉकर में 101 रूपये तथा माताजी का फोटो रखा हुआ था।

 इसे देखकर तृप्ती बहन के होश उड़ गये। उन्होंने बैंक के अधिकारियों को घटना से अवगत करवाया, परन्तु वे इसे मानने को तैयार ही नहीं हुए। उन्होंने बैंक तथा नवरंगपुरा पुलिस थाने में मामले की शिकायत दर्ज करवायी हैं। इस बारे में नवरंगपुरा पुलिस थाने के पुलिस इंस्पेक्टर पी.बी.देसाई ने बताया कि अन्य लॉकर की बॉडी बाहर से ठीक थी, परन्तु तृप्ती बहन का लॉकर बाहर से टूटा हुआ दिखाई दे रहा था। उसमें गड्ढा पड़ा हुआ था। देखने से ही कुछ गड़बड़ होने का आभास होता हैं।

बैंक का लॉकर वर्ष में एकबार ऑपरेट करना जरूरी हैं। तृप्ती बहन का लॉकर दो वर्ष से आपरेट नहीं हुआ था। इसलिए रिजर्व बैंक ने दो नोटिस जारी किया था। बैंक अधिकारियों ने बताया कि उनके पास सीसीटीवी फुटेज का 90 दिन का रिकार्ड ही रहता हैं। रिकार्ड की जांच की जायेगी। यदि 90 दिनों के पहले की घटना होगी तो फुटेज नहीं मिलेगा। इस दौरान तृप्ती बहन ने बताया कि बैंक में 520 नम्बर का दो लॉकर हैं। एक बार वे गलती से दूसरे 520 नम्बर का लॉकर ऑपरेट करने पहुंची तो लॉकर ही नहीं खुला।

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