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Coronavirus: गुजरात में कोरोना के 14120 नए मामले और 174 मौतें

Coronavirus गुजरात में कोरोना के 14120 नए मामले सामने आए 174 मौतें हुईं और 8595 रिकवर हुए। प्रदेश के कई जिलों में कोरोना के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। नित नए मामले सामने आ रहे हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 28 Apr 2021 09:27 PM (IST)Updated: Wed, 28 Apr 2021 09:27 PM (IST)
Coronavirus: गुजरात में कोरोना के 14120 नए मामले और 174 मौतें
गुजरात में कोरोना के 14120 नए मामले और 174 मौतें। फाइल फोटो

अहमदाबाद, एएनआइ। Coronavirus: गुजरात में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 14120 नए मामले सामने आए, 174 मौतें हुईं और 8595 रिकवर हुए। प्रदेश के कई जिलों में कोरोना के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। नित नए मामले सामने आ रहे हैं। इधर, अहमदाबाद के अस्‍पतालों में भर्ती होने के लिए आधार कार्ड व 108 की अनिवार्यता को प्रशासन ने समाप्‍त कर दिया है। अहमदाबाद मनपा के विशेष अधिकारी डॉ राजीव गुप्‍ता व मनपा आयुक्‍त मनोज कुमार ने बैठक के बाद इसकी घोषणा की। मरीज अपने साधन से या पैदल जाकर भी अस्‍पताल में भर्ती हो सकेगा। प्रशासन ने अहमदाबाद के निजी अस्‍पतालों में आरक्षित 20 प्रतिशत बेड के लिए आधार अनिवार्य किया था उसे भी अब समाप्‍त कर दिया है। वहीं, गुजरात के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सिविल हॉस्पिटल में नॉन मेडिकल सेवाओं के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के 180 कार्यकर्ताओं ने मोर्चा संभाला है।

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अहमदाबाद महानगर के कार्यवाहक तेजस पटेल ने गद्दी लो सिविल हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ जेवी मोदी से चर्चा कर यह प्रस्ताव दिया था कि 30 वर्ष से कम उम्र के 180 स्वयंसेवक सिविल हॉस्पिटल में 24 घंटे नॉन मेडिकल कामकाज में मेडिकल स्टाफ की मदद करेंगे। कोरोना के मरीजों के पंजीकरण, उनको वार्ड, जांच दवा तथा स्ट्रेचर आदि की सुविधाओं के साथ स्वयंसेवक मरीजों के परिजनों तथा कोरोना से मरने वालों के शवों को उनके परिजनों तक पहुंचाने का भी काम देखेंगे। 12 सौ बेड के सिविल हॉस्पिटल में हाल मेडिकल तथा नाॅन मेडिकल दोनों ही तरह के स्टाफ की कमी महसूस की जा रही है। इस बीच, आरएसएस के 180 स्वयंसेवक के यहां 24 घंटे सेवाएं देने के प्रस्ताव को अस्पताल प्रबंधन ने तुरंत स्वीकार कर लिया। 60-60 स्वयंसेवक आठ-आठ घंटे की ड्यूटी तीन पारी में देंगे। आरएसएस कार्यकर्ता पहले भी भूकंप सुनामी प्राकृतिक आपदाओं बाढ़ तथा अन्य मानव जनित आपदा में अपनी सेवाएं देते रहे हैं। कोरोना महामारी के दौरान आरएसएस के कार्यकर्ताओं का सेवा कार्य के लिए आगे आना तथा स्पेशल कोविड-19 में सेवाएं देने की काफी सराहना हो रही है। 


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