फीफा विश्व कप फ्लैश बैक: उरुग्वे बना था पहला विश्व कप चैंपियन
1930 में अपने देश में आयोजित हुए पहले फीफा विश्व कप के फाइनल में मेजबान उरुग्वे ने अर्जेंटीना को 4-2 से हराकर खिताब जीता था।
[उमेश राजपूत]। उरुग्वे को पहले विश्व चैंपियन के रूप में फुटबॉल की दुनिया याद करती है। 1930 में अपने देश में आयोजित हुए पहले फीफा विश्व कप के फाइनल में मेजबान उरुग्वे ने अर्जेंटीना को 4-2 से हराकर खिताब जीता था।
13 टीमें, तीन मैदान और 18 मुकाबले
तब 13 टीमों के बीच तीन मैदानों पर खेले गए कुल 18 मुकाबलों के बाद चैंपियन का फैसला हुआ था। आवागमन संबंधी दिक्कतों की वजह से यूरोप की चुनिंदा टीमें ही इस आयोजन का हिस्सा बन पाईं थीं। चार ग्रुप में 13 टीमों को विभाजित किया गया था जिसके हर ग्रुप की शीर्ष टीम ने सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
गुईलेर्मो के नाम आठ गोल
अर्जेंटीना के गुइलेर्मो स्टाबाइल ने इस विश्व कप में सबसे ज्यादा आठ गोल दागे जबकि पूरे टूर्नामेंट के दौरान कुल 70 गोल किए गए जिसमें 37 अलग-अलग खिलाड़ियों ने योगदान दिया। फ्रांस के लुसेंट लॉरेंट विश्व कप में गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बने।
उरुग्वे का प्रदर्शन शानदार
लीग चरण में सभी मुकाबले जीतने के बाद उरुग्वे और अर्जेंटीना ने फाइनल के लिए क्वालिफाई किया। सेमीफाइनल में उरुग्वे ने यूगोस्लाविया तो वहीं अर्जेंटीना ने अमेरिका को 6-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
क्वालीफिकेशन नहीं
पहला विश्व कप इकलौता ऐसा आयोजन था जिसे बिना क्वालीफिकेशन मुकाबले के खेला गया। उरुग्वे को मेजबानी इसलिए मिली क्योंकि आयोजन का प्रस्ताव रखने वाले दूसरे देशों ने बोली लगाने से मना कर दिया था।
68000 दर्शक थे सामने
1928 ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता उरुग्वे की टीम ने 68 हजार से ज्यादा घरेलू दर्शकों के सामने अर्जेंटीना को हराकर खिताब जीता। अमेरिका ने तीसरा स्थान जबकि यूगोस्लोवाकिया ने चौथा स्थान हासिल किया।