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फीफा विश्व कप जीतना दुनिया की सबसे मुश्किल चुनौती : कौटिन्हो

कौटिन्हो इस विश्व कप के लिए तैयार हैं।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 25 May 2018 07:32 PM (IST)Updated: Sat, 26 May 2018 12:00 PM (IST)
फीफा विश्व कप जीतना दुनिया की सबसे मुश्किल चुनौती : कौटिन्हो
फीफा विश्व कप जीतना दुनिया की सबसे मुश्किल चुनौती : कौटिन्हो

फिलिप कौटिन्हो 25 वर्ष के हो गए हैं लेकिन ब्राजील के लिए छठा विश्व कप जीतने के अभियान में वह अभी भी शारीरिक और मानसिक तौर शानदार हैं। माना जाता है कि उनके पैरों में जादू है और गोलपोस्ट के सामने हमेशा अपनी टीम के साथियों को ढूंढ़ लेने की उनकी क्षमता विपक्षी टीम के कोच के लिए चिंता की बात होगी। कौटिन्हो के पास विजन है। सबसे ज्यादा वह दूर से भी गोलकीपर को हैरान कर सकते हैं। विश्व कप में आगे बढ़ने के लिए नेमार के साथ ब्राजील को उनकी जरूरत होगी। 14 जून से रूस में शुरू होने वाले फीफा विश्व कप के बारे में उनका कहना है कि एक छोटी सी गलती खतरनाक साबित हो सकती है। पेश है उनसे बातचीत के अंश-

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-2014 में आप चूक गए थे और 2018 में आप यहां पर हैं। कैसा लग रहा है?

-विश्व कप का हिस्सा बनकर सच में अच्छा लग रहा है। आप हमेशा विश्व कप खेलने का सपना देखते हैं। ईमानदारी से कहूं तो 2014 में टीम में न चुने जाने पर मुझे बहुत निराशा हुई थी मगर यह बीते जमाने की बात है। मैंने वही किया, जो मेरे हाथ में था। हम विश्व कप में क्वालीफाई करने वाली पहली टीम हैं और दक्षिण अमेरिकी क्वालीफायर्स में शीर्ष पर रहे। जब मुझे विश्व कप टीम में चुना गया, तो मेरा सपना सच हो गया।

-जर्मनी के बाद फीफा रैंकिंग में दूसरे नंबर की टीम ब्राजील रूस में खिताब जीतने की प्रबल दावेदार है। इससे जरूर अतिरिक्त दबाव होगा।

-ब्राजील जून-जुलाई से ही प्रबल दावेदार है। हम पांच बार यह खिताब जीत चुके हैं और रूस में छठे खिताब के लिए उतरेंगे मगर इसे हासिल करना दुनिया की सबसे मुश्किल चुनौती होगी। हालांकि हम तैयार हैं। हम जानते हैं कि हम जीत के दावेदार हैं और ब्राजील को लेकर ऐसा होना स्वाभाविक है।

-दूसरी कौन सी टीम में आपको रोकने की योग्यता है?

-सच कहूं तो ऐसी बहुत सी टीमें हैं, जो विश्व कप जीतने की क्षमता रखती हैं। पिछली बार जर्मनी ने खिताब जीता था और उनके पास पिछली बार जैसी ही टीम है। अपनी दूसरे दर्जे की टीम के साथ उन्होंने कन्फेडरेशन कप जीता था। इससे उनकी टीम की गहराई का पता चलता है। लियोन मेसी और उनकी अर्जेटीना हमेशा से खतरा रही है जबकि पुर्तगाल यूरो चैंपियन रह चुका है। स्पेन के पास सब कुछ है, उनकी टीम में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का मिश्रण है। फ्रांस यूरो कप के फाइनल्स में चूक गया था, इसलिए वे पहले की तुलना में ज्यादा प्रतिबद्ध होंगे। उरुग्वे के पास प्रतिभा और अनुभव दोनों हैं। विश्व कप हमेशा हैरान करता है।

-स्विट्जरलैंड, सर्बिया और कोस्टा रिका और ब्राजील एक ही ग्रुप में हैं, जिसे बहुत खतरनाक माना जा रहा है, आप सहमत हैं?

निश्चित तौर पर स्विट्जरलैंड ने पहले भी हैरान किया है। अगर मुझे सही याद है तो 2010 के विश्व कप में पहले ही मैच में उन्होंने स्पेन को हराया था। उस दौरान स्पेन बस वही मैच हारा था। विश्व कप में आप कुछ भी नहीं कह सकते। यह सर्वश्रेष्ठ टीमों के बीच सर्वश्रेष्ठ टूर्नामेंट है। एक छोटी सी गलती भी खतरनाक साबित हो सकती है।

-ब्राजील के पास शानदार फुटबॉलर हैं। आपकी भूमिका क्या होगी नंबर 10, नंबर 9, या विंग्स में?

-यह फैसला मैनेजर को करना है और हम उनके आदेश का पालन करेंगे। सही परिणाम हासिल करने के लिए क्या करना है, उन्हें अच्छे से पता है। मैं कहीं भी खेलने के लिए तैयार हूं।

-मियोनेराजो का भूत तो पीछा करेगा ही?

-यह अब इतिहास का हिस्सा है और हम इससे बच नहीं सकते। बेहतर होगा कि आगे के बारे में सोचा जाए। आप इतिहास को बदल नहीं सकते, लेकिन आप हमेशा एक नया अध्याय लिखते हैं। हम सब इसी बारे में सोच रहे हैं।

-इस साल जनवरी में आपका इंग्लिश क्लब लिवरपूल से स्पेनिश क्लब बार्सिलोना में आना बड़ी खबर बनी। इन पांच महीनों में एक खिलाड़ी के तौर पर आप में क्या परिवर्तन आया?

-एफसी बार्सिलोना के लिए खेलना एक सपने के साकार होने जैसा था। उनके पास विश्वस्तरीय फुटबॉलर हैं। इनके साथ मैदान में, अभ्यास सत्र के दौरान रहने से आप एक खिलाड़ी के तौर पर आगे बढ़ते हैं। रियो में बड़े होने पर हम हमेशा चैंपियंस ट्रॉफी और बड़े यूरोपीय लीग में खेलने का सपना देखते हैं। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे इंटर मिलान, लिवरपूल और उसके बाद बार्सिलोना के लिए खेलने का मौका मिला। हालांकि चैंपियंस लीग के इस सत्र में मुझे बार्सिलोना की ओर से खेलने का मौका नहीं मिला मगर इटली, इंग्लैंड और स्पेन में प्रीमियर लीग खेलने से आप एक खिलाड़ी के तौर पर परिपक्कव होते हैं।

-बार्सिलोना में बिताए इन पांच महीनों में आपको पहला बड़ा खिताब हासिल करने का मौका मिला।

-एक नहीं दो ट्रॉफी और हम ला लीगा मैच में लेवांते के खिलाफ हार की वजह से रिकॉर्ड बनाने से चूक गए। हम बिना एक भी मैच गंवाए इसे जीत सकते थे मगर यही फुटबॉल है। यह हम सब के लिए निराशाजनक था। हालांकि हमने इससे सबक सीखा। चैंपियनशिप जीतने के बाद भी और 38 मैचों की लीग में 37वें मैच में आपको असाधारण हासिल करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ करना होगा। हालांकि पांच महीने में खिताब जीतने की खुशी और घरेलू धरती में दो खिताब जीतना हमेशा खास रहेगा।


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