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भारत के महान फुटबालर सुभाष भौमिक का निधन, एशियन गेम्स में दिलाया था मेडल, जानें- उनके बारे मे

बीते जमाने के दिग्गज फुटबालर व 1970 में एशियन गेम्स में परचम लहराने वाली भारतीय फुटबाल टीम के सदस्य रहे सुभाष भौमिक (72) का शनिवार तड़के कोलकाता के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।

By TaniskEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 11:27 AM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 11:51 AM (IST)
भारत के महान फुटबालर सुभाष भौमिक का निधन, एशियन गेम्स में दिलाया था मेडल, जानें- उनके बारे मे
राष्ट्रीय टीम के लिए 69 अंतरराष्ट्रीय मैचों में दागे थे 50 गोल। (फोटो- ट्विटर)

कोलकाता, पीटीआइ। भारत के पूर्व महान फुटबालर और कोच सुभाष भौमिक का लंबी बीमारी के बाद शनिवार तड़के निधन हो गया। वह 72 वर्ष के थे। एक पारिवारिक सूत्र ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि भारत के पूर्व मिड-फील्डर और 1970 एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता टीम सदस्य रहे भौमिक लंबे समय से किडनी और डायबिटीज से संबंधित बीमारियों से पीड़ित थे और उन्होंने आज सुबह लगभग 3.30 बजे अंतिम सांस ली। 

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भौमिक के पारिवारिक सूत्र ने कहा कि करीब साढ़े तीन महीने तक उन्हें नियमित रूप से डायलिसिस करवाना पड़ रहा था। करीब 23 साल पहले उनकी बाईपास सर्जरी भी हुई थी। हाल ही में उन्हें सीने में संक्रमण के चलते एकबलपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बता दें कि संन्यान लेने लेने के बाद भौमिक ने पूर्वी बंगाल से जुड़ने से पहले मोहन बागान के कोच बनकर कोचिंग की ओर रुख किया।

भौमिक की कोचिंग में ईस्ट बंगाल लगातार दो नेशनल लीग खिताब जीता। वह चर्चिल ब्रदर्स के तकनीकी निदेशक के रूप में इस सफलता को दोहराया । उन्हें कोलकाता मैदान के 'जोस मोरिन्हो' के रूप में जाना जाता था। वह अपने शानदार ड्रिब्लिंग कौशल से विरोधी टीम के डीफेंस को चौंका देते थे। उन्होंने राजस्थान क्लब से 19 साल की छोटी उम्र में पदार्पण करने के बाद लगभग एक दशक तक मैदान पर राज किया।

ईस्ट बंगाल के लिए एक सीजन खेलने के बाद भौमिक प्रतिद्वंद्वी क्लब मोहन बागान में शामिल हो गए। यहां उन्होंने तीन साल तक खेला और रेड-एंड-गोल्ड ब्रिगेड में लौट आए। भारत के लिए वह 1970 में एशियाई खेलों-कांस्य पदक विजेता टीम का हिस्सा थे। उन्होंने 1974 में अगले संस्करण में देश का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने 1971 में मर्डेका कप में फिलीपींस के खिलाफ हैट्रिक गोल भी लगाई थी। उनका करियर विवादों से भी घिरा रहा। उन्हें 2005 में रिश्वत के मामले में दोषी पाए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया था और जेल में डाल दिया गया था।


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