फीफा विश्व कप 2018: प्री-क्वार्टर फाइनल में मेजबान रूस से पूर्व विश्व चैंपियन स्पेन का मुकाबला
मेजबान रूस का सामना स्पेन से होगा।
मास्को, एएफपी। फीफा विश्व कप 2018 में धमाकेदार आगाज करने वाले मेजबान रूस को स्पेन के खिलाफ रविवार को लुज्निकी स्टेडियम में होने वाले अंतिम-16 के मुकाबले में वापसी की राह तलाशनी होगी। हालांकि 2010 की चैंपियन स्पेन के लिए भी अब तक मौजूदा आयोजन उतार-चढ़ाव से भरा रहा है जिसकी वजह से उसकी संभावनाओं पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
दमदार शुरुआत, फिर फिसले : सऊदी अरब और मिस्र पर धमाकेदार जीत के बाद रूस ने सबको हैरान कर दिया लेकिन उरुग्वे के खिलाफ पिछले मुकाबले में स्टानिस्लाव चेरीशेव की टीम की 0-3 से हार ने मेजबान टीम को फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है। टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले रूस से कुछ खास उम्मीद नहीं की जा रही थी लेकिन घरेलू समर्थकों की हौसलाअफजाई से टीम अंतिम-16 में जगह बनाने में सफल रही। एक कमजोर टीम के रूप में शुरुआत करने वाली रूस की टीम सोवियत युग खत्म होने के बाद पहली बार विश्व कप के नॉकआउट दौर में जगह बनाने में सफल रही।
आठ महीने का इंतजार : मेजबान रूस की टीम जब विश्व कप खेलने उतरी थी तब पिछले आठ महीनों से उसे कोई जीत नसीब नहीं हो पाई थी लेकिन मेजबान टीम टूर्नामेंट की शुरुआत में लय हासिल करने में सफल रही। टीम पिछले साल नवंबर में स्पेन के खिलाफ 3-3 से ड्रॉ खेलने के बाद जीत के लिए तरस रही थी। रूस की टीम एक बार फिर लुज्निकी स्टेडियम में खेलेगी जहां टीम ने विश्व कप का अपना पहला मैच खेला था। टीम घरेलू समर्थकों के बीच स्पेन के खिलाफ उलटफेर करने की कोशिश करेगी। मिडफील्डर एलन जागोएव पैर की मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या से उबरने के बाद रूस की टीम से जुड़ गए हैं लेकिन उरुग्वे के खिलाफ मिले रेड कार्ड की वजह से इगोर स्मोलनिकोव स्पेन के खिलाफ नहीं खेल पाएंगे।
उम्मीदों पर नहीं उतरे खरे : उधर स्पेन की टीम उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रही है और टीम के पहले मैच से पूर्व ही कोच जुलेन लोपेतेगुइ को हटाए जाने से उसके प्रदर्शन पर फर्क पड़ा है। हालांकि नए कोच और पूर्व डिफेंडर फर्नांडो हीरो स्थिति को कम समय में सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। स्पेन ने ग्र्रुप बी में मोरक्को के खिलाफ अपने आखिरी लीग मुकाबले में इयागो अस्पास के गोल की बदौलत 2-2 से ड्रॉ के साथ पुर्तगाल को पछाड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया लेकिन टीम का डिफेंस उसके लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। सर्जियो रामोस और गेरार्ड पिक की सेंटर बैक जोड़ी के बावजूद टीम के खिलाफ तीन लीग मैच में पांच गोल हुए जिस दौरान गोलकीपर डेविड डि गिया भी अपने शीर्ष खेल की झलक नहीं दिखा पाए। आंकड़े कहते हैं कि हाल के समय में किसी ऐसी टीम ने ट्रॉफी नहीं जीती है जिसने जिसने चार से अधिक गोल खाए हों और इस बात से राइट बैक डानी कार्वाजल भी सहमत हैं। ग्र्रुप स्टेज पर स्पेन ने कुल छह गोल किए जिसमें से तीन गोल अकेले ब्राजीली मूल के स्पेनिश स्ट्राइकर डिएगो कोस्टा ने किए हैं। आखिरी लीग मुकाबले में अगर अस्पास ने इंजुरी टाइम में गोल ना किया होता तो टीम की स्थिति बेकार हो सकती थी।
लुज्निकी का रोमांच : लुज्निकी स्टेडियम ग्र्रुप स्टेज पर चार मुकाबलों की मेजबानी करने के बाद अब सेमीफाइनल और फाइनल से पहले अपने आखिरी मुकाबले की मेजबानी करने के लिए तैयार है। बेशक रूस के पास उसके घरेलू समर्थकों का साथ होगा लेकिन इस मुकाबले में स्पेन को वह कमतर आंकने की भूल नहीं करेगा। खासतौर से तब जबकि उसे अपने आखिरी लीग मुकाबले में उरुग्वे के खिलाफ करारी हार झेलनी पड़ी है।
संभावित टीम-
स्पेन : डि गिया, कार्वाजल, पिक, रामोस, अल्बा, बास्क्यूट्स, कोके, इनेस्ता, इस्को, कोस्टा और अस्पास।
कोच - फर्नांडो हीरो
रूस : अकिनफीव, फर्नांडीस, कुतुपोव, इग्नाशेविच, झिर्कोव, जोबिन, कूज्येव, सोमेदोव, गोलोविन, चेरीशेव, डेजुबा।
कोच - स्टानिस्लाव चेरीशेव
नंबर गेम-
- 2089 पास स्पेन की टीम ने मौजूदा विश्व कप में पूरे किए हैं जो कि किसी भी दूसरी टीम से ज्यादा हैं।
-03 गोल रूस के डेनिस चेरीशेव ने 2018 विश्व कप में दागे हैं जबकि इतने ही गोल स्पेन के डिएगो कोस्टा ने भी किए हैं।
-2010 में चैंपियन बनने के बाद स्पेन की टीम पहली बार विश्व कप के नॉकआउट राउंड में पहुंची है। 2014 विश्व कप से वह ग्र्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी।
आमने-सामने
कुल मैच -06
स्पेन जीता -04
रूस जीता -00
ड्रॉ - 02
फीफा विश्व रैंकिंग
स्पेन - 10
रूस - 70
ग्र्रुप स्टेज में स्पेन
बनाम पुर्तगाल, 3-3
बनाम ईरान, 1-0
बनाम मोरक्को, 2-2
ग्र्रुप स्टेज में रूस
बनाम सऊदी अरब, 5-0
बनाम मिस्र, 2-1
बनाम उरुग्वे, 0-3
शैली
स्पेन - 4-2-3-1
रूस - 4-2-3-1
नतीजे की संभावना
स्पेन - 65 फीसद
रूस - 35 फीसद