FIFA: विश्व कप के लिए फैन ने बढ़ाया 24 किलो वजन, बेहद दिलचस्प है वजह
अपनी टीम को 36 साल बाद फीफा विश्व कप में देखने के लिए पेरू के फैंस बड़ी संख्या में रुस पहुंचे।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक फुटबॉल के प्रति फैंस की दिवानगी देखते ही बनती है। हमने कई बार देखा है कि फुटबॉल मैच के दौरान दो टीमों के फैंस के बीच लड़ाई तक हो जाती है और तो और कई बार तो फैंस इस तरह जश्न मनाते हैं कि जमीन पर भूकंप जैसे हालात तक बन जाते हैं। लेकिन फुटबॉल विश्व कप 2018 के लिए एक फैन ने 3 महीने में अपना वजन 24 किलो तक बढ़ाया और ऐसा करने के पीछे वजह काफी दिलचस्प है।
पेरू के फैन ने बढ़ाया वजन
पेरू की टीम 36 साल बाद विश्व कप में जगह बनाने में सफल हुई है और अपनी टीम की हौसलाअफजाई करने के लिए एक फैन ने अपना वजन बढ़ाया। फैन ने फीफा विश्व कप में अपनी टीम का मैच देखने के लिए 3 महीने में अपना वजन 24 किलो तक बढ़ाया। ऐसा करने के पीछे गुइलर्मो स्पिनज़ा जो कि लिमा में एक इंग्लिश टीचर हैं ने एक खास वजह बताई। स्पिनज़ा ने बताया कि उन्होंने विश्व कप देखने के लिए अपना वजन 24 किलो तक बढ़ाया है। ऐसे उन्होंने 'अधिक वज़नी' लोगों की विशेष श्रेणी वाली टिकट खरीदने के लिए किया। फैन ने बताया कि साधारण टिकट बुक हो जाने के चलते उन्होंने अपना वजन बढ़ाया ताकि वो विशेष श्रेणी (अधिक वज़न वाले लोगों की) आरक्षित टिकट हासिल कर सके।
उमड़ा फैंस का सैलाब
अपनी टीम को 36 साल बाद फीफा विश्व कप में देखने के लिए पेरू के फैंस बड़ी संख्या में रुस पहुंचे। डेनमार्क के खिलाफ खेले गए मैच से पहले पेरू के फैंस अपनी टीम की हौसलाअफज़ाई करने के लिए बड़ी संख्या में स्टेडियम में मौजूद रहे।
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खिलाड़ियों ने किया फैंस को निराश
पेरू की 36 साल बाद फीफा विश्व कप में वापसी के जश्न को डेनमार्क के यूसुफ पॉलसन ने फीका कर दिया। यूसुफ के गोल और क्रिस्टियन कुएवा की पेनाल्टी में चूक की बदौलत डेनमार्क ने ग्रुप-सी के मुकाबले में पेरू को 1-0 से शिकस्त देकर अपने अभियान का सकारात्मक आगाज किया। पेरू ने लगातार हमले किए, लेकिन अंतिम क्षणों की चूक के कारण आखिर में उसे हार का सामना करना पड़ा।
यूसुफ ने 59वें मिनट में गोल कर डेनमार्क को बढ़त दिलाई जो आखिर में निर्णायक साबित हुई। यह गोल बेशक यूसुफ ने किया, लेकिन इसमें डेनमार्क के स्टार खिलाड़ी क्रिस्टियन एरिक्सन की भूमिका भी अहम रही, जो मैदान के बीच से गेंद लेकर आगे बढ़े। उन्होंने बड़ी कुशलता के साथ पेरू के डिफेंस में सेंध लगाई और फिर गेंद को खूबसूरती के साथ यूसुफ की तरफ बढ़ा दिया। यूसुफ ने 10 गज की दूरी से गोलकीपर पेड्रो गालिसे को छकाते हुए गोल कर दिया।
इससे पहले पेरू को 44वें मिनट में वीडियो सहायक रेफरी (वीएआर) की मदद से पेनाल्टी मिली। विश्व कप में दूसरी बार इस प्रणाली का उपयोग किया गया। तब यूसुफ ने कुएवा को बॉक्स के अंदर गिरा दिया था। रेफरी ने वीएआर का इस्तेमाल करते हुए पेरू को पेनाल्टी दी। कुएवा पेनाल्टी लेने के लिए आए, लेकिन उनका शॉट हवा में लहराता हुआ क्रॉस बार के काफी ऊपर से बाहर चला गया।
इस रोमांचक मुकाबले में डेनमार्क की जीत के हीरो गोलकीपर कास्पर श्माइकल रहे, जिन्होंने मैच में, खासकर दूसरे हाफ में कई शानदार बचाव करते हुए पेरू को बराबरी नहीं करने दी और अपनी टीम को पूरे तीन अंक दिलाए। पेरू ने पहले हाफ में ज्यादा मौके नहीं बनाए थे, लेकिन दूसरे हाफ में उसकी आक्रमण पंक्ति ने अधिकतर समय डेनमार्क के खेमे में बिताया। हालांकि, उसके खिलाड़ी श्माइकल की बाधा को पार नहीं कर पाए।इस मैच से पहले ये दोनों टीमें 2016 से लगातार 15 मैच तक अजेय रही थीं, लेकिन डेनमार्क ने इस रिकॉर्ड को आगे बढ़ाया, जबकि पेरू का अभियान थम गया।
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