फीफा विश्व कप 2018 : पेरू के आगे पस्त हुए कंगारू, मिली 2-0 से हार
पेरू की टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 2-0 से हराकर उसके अंतिम-16 में पहुंचने की उम्मीदों को खत्म कर दिया।
नई दिल्ली, जेएनएन। सोच्चि के फिश्ट स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के हजारों समर्थकों ने अपनी टीम के विश्व कप के नॉकआउट में पहुंचने की उम्मीदों को तार-तार होते देखा। ग्र्रुप-सी के एक अहम मुकाबले में पहले ही नॉकआउट राउंड से बाहर हो चुकी पेरू की टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 2-0 से हराकर उसके अंतिम-16 में पहुंचने की उम्मीदों को खत्म कर दिया। पेरू की ओर से इस ऐतिहासिक जीत में मैथ्यू कारिलो और कप्तान पाओलो ग्यूरेरो ने एक-एक गोल करके अहम भूमिका निभाई।
कारिलो ने किया हैरान : मुकाबले की शुरुआत में पेरू ने अपना दबदबा दिखाना शुरू किया। खेल के 18वें मिनट में कप्तान पाओलो ग्यूरेरो ने एक लंबे पास को बेहद चपलता के साथ संभाला और मैदान के दायीं छोर पर आंद्रे कारिलो को पास दिया जिसे कारिलो ने हाफ वॉली से किक करके पेरू को 1-0 की बढ़त दिला दी। पेरू के इस गोल में ऑस्ट्रेलिया के डिफेंडरों की गलती भी रही जिन्होंने ग्यूरेरो को कारियो के लिए गोल बनाने के लिए खुला मौका दिया। इसके बाद खेल के 34वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया को बराबरी करने का एक अच्छा मौका मिला लेकिन मैथ्यू लेकी गोल करने का एक सुनहरा मौका चूक गए।
ग्यूरेरो का गोल : कारिलो को पहला गोल करने में मदद करने वाले ग्यूरेरो ने दूसरे हाफ में ऑस्ट्रेलिया को दोहरा झटका दिया। खेल के 50वें मिनट में फ्लोरेस ने ऑस्ट्रेलिया के पेनाल्टी एरिया में गेंद को ग्यूरेरो की ओर उछाला जिस पर हल्के से उन्होंने गेंद को टच किया और अपनी टीम को 2-0 से आगे कर दिया। इस गोल की बदौलत पेरू जहां 2018 विश्व कप में अपनी पहली जीत की ओर बढ़ा तो वहीं ऑस्ट्रेलिया के नॉकआउट में पहुंचने की उम्मीदें खत्म हो गईं।
नंबर गेम-
-1982 में गुलेर्मो ला रोसा द्वारा किए गए गोल के बाद कारिलो पेरू के लिए विश्व कप में गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बने।
-1978 के बाद विश्व कप में यह पेरू की पहली जीत है। 40 साल पहले पेरू ने ईरान को 4-1 से हराकर विश्व कप की आखिरी जीत दर्ज की थी।