FIFA 2018: नेमार और फर्मिनो के दम पर अंतिम-8 में पहुंचा ब्राजील
ब्राजील ने मेक्सिको को 2-0 से हरा दिया।
नई दिल्ली, अनादि बरुआ। आखिरकार फीफा विश्व कप में सुपर स्टार नेमार का जलवा देखने को मिला। समारा एरीना में खेले गए प्री-क्वार्टर फाइनल में पांच बार की विश्व चैंपियन ब्राजील ने मेक्सिको को 2-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। पहला हाफ गोलरहित रहने के बाद ब्राजील ने दूसरे हाफ में काफी बेहतर खेल दिखाया। इस दौरान नेमार ने जहां टीम के लिए पहला गोल दागा तो वहीं दूसरा गोल दागने वाले लिवरपूल के रॉबर्टो फर्मिनो के लिए उन्होंने गोल करने का मौका बनाया। नेमार के अलावा इस मुकाबले में ब्राजील की कमान संभाल रहे थिएगो सिल्वा और विलियन ने भी अच्छा खेल दिखाया।
ओचो का दमदार बचाव : पहला हाफ गोलरहित रहा लेकिन इस दौरान ब्राजील को गोल करने के कुछ अच्छे मौके मिले। हालांकि खेल के दूसरे ही मिनट में मेक्सिको को ब्राजील के डिफेंस में सेंध लगाने का मौका मिला। मेक्सिको के गुर्डाडो के क्रॉस को ब्राजीली गोलकीपर ने दूर धकेला लेकिन मेक्सिको के लोजोनो ने फिर से गोल पोस्ट की ओर निशाना साधा लेकिन मिरांडा ने जैसे-तैसे इस मौके को बेकार किया। हालांकि इस शुरुआती हमले के तीन मिनट बाद ही नेमार ने भी 20 गज की दूरी से गेंद को गोल पोस्ट में पहुंचाने का प्रयास किया लेकिन मेक्सिकन गोलकीपर गुलेर्मो ओचो ने उनकी कोशिश को नाकाम कर दिया। 25वें मिनट में नेमार ने मेक्सिको के दो डिफेंडरों को छकाते हुए ओचो की ओर निशाना साधा लेकिन मेक्सिकन गोलकीपर ने एक बार फिर इसे नाकाम कर दिया। 26वें मिनट में नेमार की फ्री किक पेनाल्टी एरिया में पहुंची जहां ब्राजील के तीन खिलाड़ी मौजूद थे लेकिन मेक्सिको के डिफेंडरों के झुंड ने इस मौके को भी बेकार कर दिया। आलम ये रहा कि तमाम मौके मिलने के बावजूद ओचो के दमदार बचावों की वजह से ब्राजील चाहकर भी पहले हाफ में कोई गोल नहीं कर सका।
नेमार ने तोड़ी दीवार : पहले हाफ में लगातार गोल बचाने वाले मेक्सिकन गोलकीपर ओचो ने दूसरे हाफ के तीसरे मिनट में फिलिप कॉटिन्हो की कोशिश को बेकार किया लेकिन 51वें मिनट में नेमार और विलियन की युगलबंदी को गोल करने से नहीं रोक सके। लेफ्ट फ्लैंक से विलियन के क्रॉस पर नेमार ने आगे फिसलते हुए गेंद को गोल पोस्ट में पहुंचाया और ब्राजील को 1-0 से आगे कर दिया। विलियन के क्रॉस पर पहले जीजस ने प्रयास किया लेकिन वह गेंद तक नहीं पहुंच सके लेकिन नेमार ने गेंद को गोल पोस्ट में पहुंचाकर ब्राजीली समर्थकों में जश्न में डुबो दिया।
ये ओचो हैं कि मानते नहीं : एक गोल खाने के बावजूद ओचो दीवार के रूप में मेक्सिको के गोल पोस्ट के आगे खड़े रहे। 59वें मिनट में विलियन के क्रॉस पर पॉलिन्हो ने एक तेज किक ली लेकिन ओचो ने फिर इसे बेकार कर दिया। ओचो को मौजूदा समय में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर में से एक माना जाता है और इस मुकाबले में उनके रिफ्लेक्शन बहुत अच्छे थे। वह गेंद पर आखिरी लम्हों तक नजर गड़ाए रहते और गेंद की लाइन पर आकर उसे पकड़ते।
फिर नेमार की निकली आह : चोट की वजह से तीन महीने तक मैदान से बाहर रहने वाले नेमार विश्व कप में बड़ी मुश्किल से फिट होकर मैदान पर लौटे थे। मेक्सिको के खिलाफ मुकाबले में नेमार को लगातार निशाना बनाया गया। 69वें मिनट में नेमार को दर्द से कराहते देखकर उसके प्रशंसकों की जान अटक गई। मेक्सिको के लायून टेक्निकल एरिया में नेमार के पैरों के बीच से जब गेंद उठा रहे थे तब नेमार का टखना हल्के से उनके हाथों से छू गया जिसके बाद नेमार जोर-जोर से कराहने लगे। हालांकि जल्दी ही नेमार अपनी गति के साथ खेलते नजर आए। 77वें मिनट में भी नेमार को मेक्सिको के डिफेंडर साल्सेडो ने गलत तरीके से रोकने का प्रयास किया जिसके बाद रेफरी ने उन्हें यलो कार्ड दिखाया।
नेमार-फर्मिनो की जुगलबंदी : मेक्सिको अभी पहले गोल की बढ़त को उतारने के प्रयास में जुटी हुई थी कि फिलिप कॉटिन्हो की जगह स्थानापन्न खिलाड़ी के रूप में खेलने आए रॉबर्टो फर्मिनो ने गोल करके ब्राजील की जीत करीब-करीब सुनिश्चित कर दी। मैदान में उतरने के दो मिनट बाद यानी 88वें मिनट में फर्मिनो ने नेमार के क्रॉस पर गेंद को ओचो की बायीं ओर से नेट्स में पहुंचाकर ब्राजील को 2-0 की बढ़त पर ला दिया।
नंबर गेम-
-228 गोल सबसे ज्यादा विश्व कप में ब्राजील ने किए हैं। ब्राजील ने जर्मनी के 226 गोल के रिकॉर्ड को नेमार के गोल की बदौलत पीछे छोड़ा।
- 02 गोल नेमार ने मौजूदा विश्व कप में किए हैं। इससे पहले उन्होंने कोस्टा रिका के खिलाफ मुकाबले में गोल दागा था। विश्व कप में ओवरऑल यह उनका छठा गोल है।
-05 मुकाबले फीफा विश्व कप में अब तब दोनों टीमों के बीच हुए हैं। यह चौथा मौका था जब ब्राजील ने जीत हासिल की जबकि एक मुकाबला ड्रॉ रहा था। इस दौरान मेक्सिको ने ब्राजील के खिलाफ एक भी गोल नहीं दागा है।
-07वीं बार लगातार मेक्सिको की टीम विश्व कप के प्री-क्वार्टर फाइनल से बाहर हुई।