देखें, खेल के मैदान पर फिर हुआ एक दर्दनाक हादसा, इस दिग्गज खिलाड़ी ने गंवा दी जान
खेल के मैदान पर इन-इन खिलाड़ियों को गंवानी पड़ी अपनी जान।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। खेल के मैदान पर की गई एक छोटी सी गलती कई बार खिलाड़ियों के लिए जानलेवा साबित हो जाती है। दुनिया ने पहले भी ऐसे हादसे देखे हैं और एक बार फिर से एक खिलाड़ी को खेल की वजह से ही अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। इंडोनिशया में खेले जा रहे एक फुटबॉल टूर्नामेंट के लीग मैच में दिग्गज गोलकीपर कौरूल हुडा की मृत्यु हो गई। अपने साथी खिलाड़ी से टकराने की वजह से उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी। हुडा 2014 से इंडोनेशिया की नेशनल टीम के लिए भी खेल रहे थे और अब लेजेंड कहलाए जाने लगे थे।
इस तरह हुआ ये दर्दनाक हादसा
ये दुर्घटना पहले हाफ में हुई जब पर्सेला की टीम सेमेन पेडेन्ग के खिलाफ मैच खेल रही थी लेकिन अचानक हुडा अपने टीम के एक अन्य साथी रेमन रोड्रिग्स के साथ टकरा गए और मैदान पर गिर पड़े। 38 साल के कौरूल फुटबॉल को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे तभी तेज़ी से आते हुए उनकी ही टीम के खिलाड़ी का घुटना उन्हें लग गया। जिसके बाद वो मैदान पर ही गिर गए। इस घटना के तुरंत बाद मेडिकल स्टाफ ने उनकी देखरेख शुरू की और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल पहुंचने के कुछ ही देर बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
(देखिए इस घटना का वीडियो)
R.I.P. Indonesian Liga 1 goalkeeper #ChoirulHuda passed away after a collision with teammate. Sending my thoughts to his family & friends. pic.twitter.com/mWYVlr8oWb
— Aurimas Adomaitis (@AdomaitisAuris) October 15, 2017
खेल के मैदान पर पहले भी कई बार ऐसे जानलेवा हादसे हो चुके हैं। चलिए अब आपको बताते हैं ऐसी ही कुछ दर्दनाक घटनाओं के बारे में।
दो साल पहले गई एक जान
दो साल पहले 2015 में एक नाइजीरियाई फुटबॉलर डेविड ओनिया के मैदान पर गिर जाने से उनकी मौत हो गई थी। डेविड मलेशिया में एक दोस्ताना मैच खेल रहे थे। दूसरे दर्जे की क्लब टीम टी-टीम की ओर से खेलते हुए केलांटन क्लब के खिलाफ डेविड मैच के तीसरे ही मिनट में मैदान पर गिर पड़े थे। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। इस घटना के तुरंत बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डेविड की मृत्यु के बाद मैच को 60 मिनट में ही रोक दिया गया था।
खेल ने ही ली लांबा की भी जान
भारत के पूर्व क्रिकेटर रमन लांबा ने भी क्रिकेट के मैदान पर ही अपनी जान गंवाई थी। 20 फरवरी, 1998 को रमन ढाका में बांग्लादेश के क्रिकेट क्लब अबाहानी क्रइरा चाकरा के लिए खेल रहे थे। लांबा शॉर्ट लेग पर फील्डिंग कर रहे थे। गेंदबाज ने एक शॉर्ट गेंद फेंकी और बल्लेबाज ने उस पर करारा शॉट जमा दिया। गेंद शॉर्ट लेग पर खड़े लांबा के सिर पर लगी और फिर विकेटकीपर के पास चली गई। इसके बाद लांबा खड़े हुए और ड्रेसिंग रूम में चले गए। लेकिन लांबा की तबीयत बिगड़ने लगी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। तीन दिन बाद 23 फरवरी को ढाका के पोस्ट ग्रेजुएट अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी।
बाउंसर ने दिया बड़ा झटका
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिलिप ह्यूज की मौत भी क्रिकेट खेलने की वजह से हुई। सिडनी में दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के साथ शैफील्ड शील्ड ट्रॉफी के मैच में ह्यूज 63 रन बनाकर खेल रहे थे। वह न्यू साउथ वेल्स के 22 वर्षीय गेंदबाज सीन एबोट की एक गेंद को हुक करने के लिए आगे बढ़े, लेकिन शॉट चूक गए और गेंद सीधे उनके सिर के पीछे जा लगी। ह्यूज ने बाउंसर लगने के बाद पहले अपने हाथ घुटने पर रखे और फिर वे मैदान पर मुंह के बल गिर गए। मेडिकल स्टाफ और मैदान पर मौजूद सभी खिलाड़ी दौड़कर उनके पास आए। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था, जहां ब्रेन हैमरेज से उनकी मौत हो गई थी।
रफ्तार के खेल में गंवाई जान
ब्राजील के आर्यटन सेना की रेसिंग ट्रैक पर दुर्घटना में हुई मौत एफ-1 इतिहास की सबसे दुखद मौत है। आर्यटन तीन बार के चैंपियन थे और वो एफ-1 के सबसे बेहतरीन ड्राइवर में शुमार थे। 32 साल के आर्यटन सेना 1994 में मारिनो ग्रांप्री के दौरान कार का एक्सीडेंट हो जाने पर अपनी जान गंवा बैठे। 7वें लैप के दौरान उनकी कार टैमबुरेलो कॉर्नर से टर्न लेने के दौरान करीब 135 किमी प्रति घंटे की स्पीड से कंक्रीट की दीवार से टकरा गई। दुर्घटना से सिर्फ दो मिनट के अंदर प्रोफेसर सिड वाटकिंस और मेडिकल टीम ने उन्हें कार से निकाल लिया। अस्पताल पहुंचने के एक घंटे बाद सेना को मृत घोषित कर दिया गया।