एशियन गेम्स: भारतीय फुटबॉल टीम को ना भेजे जाने से नाराज हुए कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन
भारतीय फुटबॉल टीम के कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने एशियन गेम्स में पुरुष और महिला टीमों को नहीं भेजने केॉ आइओए के फैसले की आलोचना की
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय फुटबॉल टीम के कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने एशियन गेम्स में पुरुष और महिला टीमों को नहीं भेजने के भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) के फैसले की आलोचना की है। आइओए ने एशिया ओलंपिक परिषद (ओसीए) के शर्तो को पूरा करने के बावजूद पुरुष और महिला फुटबॉल टीमों को एशियन गेम्स के लिए नहीं भेजने का फैसला किया था। उन्होंने कहा कि एशियन गेम्स का आयोजन चार वर्ष में एक बार होता है और पिछले प्रदर्शन के आधार पर इसके बारे में फैसला नहीं लिया जा सकता।
आप को बता नहीं सकता कि मैं कितना निराश हूं। यह एक निराशाजनक फैसला है। पिछले एशियन गेम्स के प्रदर्शन के आधार पर आप ऐसे फैसले नहीं ले सकते। हर चार साल में एक जैसी टीम नहीं होती है। हम वैसी टीम नहीं है जो चार और आठ साल पहले हुआ करती थी। कोच ने कहा कि मुझे लगता है कि हमारे पास ग्रुप चरण से क्वालीफाई करने का अच्छा मौका था।
टीम को एशियन गेम्स में नहीं भेजने के पीछे आइओए की दलील थी कि टीम भेजने के लिए जो पैमाना तय किया गया था, फुटबॉल टीम उससे काफी पिछड़ गई है और उस पर बिल्कुल खरी नहीं उतरती। इसके बाद फुटबॉल संघ ने अपने खर्चे पर भी टीम को भेजने का सुझाव दिया, जिसे भी आइओए मे नहीं माना। इसके बाद संघ ने खेल मंत्रालय से अनुरोध किया, जिस पर अभी कोई फैसला नहीं आया।