36 साल बाद जर्मनी में होगा यूरो कप, तुर्की को पछाड़कर हासिल की मेजबानी
जर्मनी में होने वाले यूरो कप में 24 देश हिस्सा लेंगे। 51 मैच 32 दिनों में समाप्त होंगे। वोटिंग के दौरान जर्मनी के पूर्व कप्तान फिलिप लाम मौजूद रहे।
नियोन, रायटर। जर्मनी ने तुर्की को पछाड़कर यूरो कप 2024 की मेजबानी हासिल की। जर्मनी 36 साल के बाद इस टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा। 1988 के बाद पहली बार जर्मनी टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा। तब पश्चिमी जर्मनी ने यूरो कप का आयोजन किया था।
गुरुवार को यूएफा कार्यकारी समिति ने मतदान के जरिए जर्मनी को मेजबान चुना। इस रेस में तुर्की दूसरे स्थान पर रहा। जर्मनी में होने वाले यूरो कप में 24 देश हिस्सा लेंगे। 51 मैच 32 दिनों में समाप्त होंगे। वोटिंग के दौरान जर्मनी के पूर्व कप्तान फिलिप लाम मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि हम अपने देश में एक बेहतरीन फुटबॉल पार्टी आयोजित करने वाले हैं। 2020 में यह टूर्नामेंट यूरोप के 12 देशों के 12 शहर में आयोजित होगा। तुर्की ने इससे पहले 2008, 2012 और 2016 के लिए दावेदारी पेश की थी। वह अब तक कोई भी अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट का मेजबान नहीं बना सका।
चैंपियंस लीग और यूरों में होगा वार तकनीक का इस्तेमाल
यूएफा ने कहा कि चैंपियंस लीग में 2019-20 सत्र से वीडियो एसिस्टेंट रेफरी (वार) तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा और 2020 यूरोपीय चैंपियनशिप में इसे शुरू किया जाएगा। यूरोपीय फुटबॉल संचालन संस्था ने अपनी कार्यकारी समिति की बैठक के दौरान इस पर फैसला लिया। इस तकनीक का इस्तेमाल चैंपियंस लीग में प्लेऑफ राउंड में और ग्रुप चरण में किया जाएगा। इसका अगले साल यूएफा सुपर कप और 2020-21 सत्र से यूरोपा लीग में भी इस्तेमाल होगा। एशियाई फुटबॉल परिसंघ की अगले साल एशियन कप फाइनल में वार तकनीक का इस्तेमाल कर सकता है।