पिछले विश्व कप का भूत भगाने उतरेगा ब्राजील
ब्राजील के कोच टिटे ने कहा है कि अभी भी जर्मनी के खिलाफ 1-7 से हारने की बुरी यादें उनकी टीम को सताती हैं।
बर्लिन, एएफपी। पिछले विश्व कप के सेमीफाइनल में जर्मनी ने ब्राजील को उसी के घर में 7-1 से हराकर गहरा जख्म दिया था। एक बार फिर जर्मनी और ब्राजील की टीमें दोस्ताना मुकाबले के जरिये मैदान पर उतरने जा रही हैं। बुधवार तड़के होने वाले मुकाबले में उतरने के साथ ही ब्राजील की निगाहें उस भूत को भगाने पर होगी जिसने पिछले चार वर्षो से परेशान कर रखा है। 14 जून से रूस में फुटबॉल विश्व कप खेला जाएगा।
ब्राजील के कोच टिटे ने कहा है कि अभी भी जर्मनी के खिलाफ 1-7 से हारने की बुरी यादें उनकी टीम को सताती हैं। उन्होंने कहा विश्व कप में 1-7 से हारना किसी बुरी याद से कम नहीं है। यह वर्तमान है लेकिन लोग अभी भी उसके बारे में बात करते हैं। आप जितना इसके बारे में बात करेंगे और वह बुरी आत्म विलुप्त होती चली जाएगी। आगे उन्होंने कहा कि हम अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयारी कर रहे हैं जो कि सबसे अहम है लेकिन हम बेहतर नतीजा चाहते हैं।
मालूम हो कि पिछले विश्व कप में फिलिप स्कोलरी ब्राजील के मुख्य कोच थे। 2016 से टिटे ब्राजील की राष्ट्रीय टीम को मुख्य कोच के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सेमीफाइनल में अपनी टीम की उस हार को याद करते हुए टिटे कहते हैं कि मैं अपनी पत्नी के साथ साओ पोलो में वह मैच देख रहा था और जैसे ही तीसरा गोल हुआ मेरी पत्नी रोने लगी।
अर्जेटीना से स्पेन की भिड़ंत
बुधवार को तड़के अगले विश्व कप की दो प्रबल दावेदार अर्जेटीना और स्पेन की टीमें भी भिड़ेंगी। अपने पहले दोस्ताना मुकाबले में इटली को हराने के बाद अब अर्जेटीना की टीम स्पेन के खिलाफ उसके घर में लोहा लेने जा रही है जिसने पिछले शनिवार को मौजूदा विश्व चैंपियन जर्मनी को बराबरी पर रोक दिया था। स्पेन के पास डिएगो कोस्टा, रॉड्रिगो मोरेनो और इयेगो एसपास के रूप में अच्छे स्ट्राइकर हैं जिनमें से कोस्टा सबसे अहम हैं।
पिछले मुकाबले में सुपरस्टार लियोन मेसी को चोट की वजह से अपनी टीम को होटल में बैठकर ही खेलते देखना पड़ा था। रविवार को वह टीम के साथ दोबारा जुड़े लेकिन अभी उनकी फिटनेस पर संशय है। संभव है कि वह एहतियातन स्पेन के खिलाफ मुकाबले में भी ना उतरें। उधर अर्जेटीना के कोच जॉर्जी सांपोली ने यह कहकर खलबली मचा दी है कि दबाव मेसी का खेल बिगाड़ रहा है। बेशक गोंजालो हिंग्युयन, सर्जियो अग्युरो और एंजेल डि मरिया रूस में लय बनाते नजर आए लेकिन इनकी अनुपस्थिति में युवा खिलाडि़यों के अच्छे प्रदर्शन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
अन्य मुकाबलों में इंग्लैंड का मुकाबला इटली से होगा जबकि फ्रांस की टीम मेजबान रूस से भिड़ने उतरेगी। वहीं बेल्जियम का मुकाबला सउदी अरब से और कोलंबिया का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से होगा।