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दिदिएर डेसचैंप्स के पास इतिहास रचने का मौका, फाइनल में पहुंचने पर मिली अपार खुशी

विश्व कप के दौैरान फ्रांस के कोच दिदिएर डेसचैंप्स की कई बार आलोचना भी हुई थी।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Wed, 11 Jul 2018 08:01 PM (IST)Updated: Thu, 12 Jul 2018 01:33 AM (IST)
दिदिएर डेसचैंप्स के पास इतिहास रचने का मौका, फाइनल में पहुंचने पर मिली अपार खुशी
दिदिएर डेसचैंप्स के पास इतिहास रचने का मौका, फाइनल में पहुंचने पर मिली अपार खुशी

सेंट पीटर्सबर्ग। फ्रांस के कोच दिदिएर डेसचैंप्स एक खिलाड़ी और एक कोच के तौर पर विश्व कप जीतने वाले तीसरे शख्स बन सकते हैं। अब तक यह कमाल जर्मनी के फ्रांज बैकनउर और ब्राजील के मारियो जागालो ही कर पाए हैं। फाइनल में पहुंचने के बाद डेसचैंप्स ने कहा कि मैं अपने खिलाडि़यों के लिए बेहद खुश हूं। यह एक अच्छी बेल्जियम की टीम के खिलाफ कड़ा मुकाबला था। मैं अपने खिलाडि़यों और कोचिंग सटाफ को सलाम करता हूं। हमें फाइनल जीतना ही होगा क्योंकि हम अब तक दो साल पहले मिली एक बड़ी हार के सदमे से नहीं उबर पाए हैं।

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यूरो 2020 में फिर लौटेगा बेल्जियम
फीफा विश्व कप 2018 के सेमीफाइनल में फ्रांस के खिलाफ मामूली अंतर से हारने वाली बेल्जियम की टीम निराश है। टीम के पास पहली बार विश्व कप फाइनल खेलने का मौका था जिसे वह बेहद करीब से चूक गई लेकिन बेल्जियम के कोच रॉबर्टो मार्टिनेज को भरोसा है कि उनकी टीम 2020 यूरोपीयन चैंपियनशिप में एकउबार फिर अपने सुनहरे दौर के साथ मैदान पर वापस लौटेगी। मार्टिनेज ने कहा कि बेल्जियम की टीम में प्रतिभाशाली युवा खिलाडि़यों आ रहे हैं और मेरी नजर यूरो कप 2020 पर है।

मार्टिनेज ने विश्व कप शुरू होने से पहले अपने करार को अगले दो साल के लिए बढ़ाया था और वह 2022 तक टीम के कोच बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि रूस विश्व कप के प्रदर्शन का अभी आंकलन करना जल्दबाजी होगी। हमें सेंट पीटर्सबर्ग में होने वाले तीसरे स्थान के मुकाबले पर ध्यान लगाने की जरूरत है। इसके बाद हमें फिर से इकट्ठे होने की जरूरत होगी जो कि हर टूर्नामेंट के बाद होता है। हमें युवा खिलाडि़यों की ओर देखने की जरूरत है और टूर्नामेंट दर टूर्नामेंट हमें मजबूत होने की कोशिश करनी होगी।

युवा खिलाडि़यों की फौज
बेल्जियम के पास युवा खिलाडि़यों की फौज है। कप्तान ईडन हैजार्ड, केविन डि ब्रून, रोमेलू लुकाकू और गोलकीपर कौर्टोइस थिबॉट जैसे खिलाडि़यों की उम्र 28 साल से नीचे है जो कि दूसरे मौके की तलाश में होंगे। सेमीफाइनल में हार के बाद डि ब्रून ने कहा कि हम बहुत ज्यादा निराश हैं लेकिन हमें यथार्थवादी होना चाहिए। हमारे लिए यह एक बढि़या टूर्नामेंट था, यहां तक कि फ्रांस के खिलाफ भी हमारा मुकाबला अच्छा रहा और हारने के बावजूद हमें खुद पर नाज कर सकते हैं।

हम मामूली अंतर से हारे
मार्टिनेज ने कहा कि यह एक बेहद करीबी मुकाबला था। हमने गेंद पर ज्यादा समय तक कब्जा जमाए रखी और मुझे लगता है कि फ्रांस की जीत का श्रेय उसके डिफेंस को देना चाहिए। उनकी डिफेंस में बेहद गहराई थी और उन्होंने हमें बेहद सम्मान भी दिया लेकिन तब भी हम गोल के सामने जगह नहीं बना पाए। इस मुकाबले में बेल्जियम के राइट बैक थॉमस म्यूनियर निलंबन की वजह से खेलने नहीं उतर सके और मार्टिनेज को लगता है कि इसने भी हार जीत में एक अंतर पैदा किया। मार्टिनेज ने कहा कि वह एक अंतर था लेकिन मुझे अपने खिलाडि़यों पर गर्व है। आपको इसे स्वीकार करना पड़ेगा और फ्रांस को बधाई देनी पड़ेगी और उसे फाइनल के लिए शुभकामनाएं भी देनी पड़ेगी।

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