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Champions League: नेमार की हैट्रिक, इस्तांबुल बशाक्षेहिर के खिलाफ 5-1 जीता PSG

नेमार की हैट्रिक और उनकी टीम के साथी कायलियन एमबापे के दो गोल की मदद से फ्रांस के फुटबॉल क्लब पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) ने यूएफा चैंपियंस लीग के ग्रुप-एच के मैच में इस्तांबुल बशाक्षेहिर के खिलाफ 5-1 से जीत दर्ज की।

By Viplove KumarEdited By: Published: Thu, 10 Dec 2020 08:09 PM (IST)Updated: Thu, 10 Dec 2020 08:09 PM (IST)
Champions League: नेमार की हैट्रिक, इस्तांबुल बशाक्षेहिर के खिलाफ 5-1 जीता PSG
फ्रांस के फुटबॉल क्लब पेरिस सेंट जर्मेन के स्ट्राइकर नेमार

पेरिस, एपी। विश्व के सबसे महंगे फुटबॉलर नेमार की हैट्रिक और उनकी टीम के साथी कायलियन एमबापे के दो गोल की मदद से फ्रांस के फुटबॉल क्लब पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) ने यूएफा चैंपियंस लीग के ग्रुप-एच के मैच में इस्तांबुल बशाक्षेहिर के खिलाफ 5-1 से जीत दर्ज की।

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पीएसजी के लिए पहला गोल नेमार ने किया। उन्होंने 21वें मिनट में गोल किया। उन्होंने राफिन्हा और एमबापे के साथ काउंटर अटैक पर 38वें मिनट में दूसरा गोल किया। एमबापे ने 42वें मिनट पर पेनाल्टी पर गोल करते हुए पीएसजी के लिए तीसरा गोल किया। नेमार ने 50वें मिनट में अपनी हैट्रिक पूरी की। 57वें मिनट में इस्तांबुल ने टोपल की मदद से अपना पहला गोल किया। एमबापे ने 62वें मिनट में अपना दूसरा और पीएसजी के लिए पांचवां गोल किया।

21 वर्ष और 355 दिन के हैं पीएसजी के कायलियन एमबापे और वह चैंपियंस लीग के इतिहास में 20 गोल करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बना गए हैं। उन्होंने इस मामले में बार्सिलोना के लियोन मेसी को पीछे छोड़ दिया। मेसी जब 22 वर्ष और 266 दिन के थे तब उन्होंने इतने गोल दागे थे।

कायलियन एमबापे ने कहा, 'हम थक चुके हैं, हम दोबारा नस्ली मामलों से नहीं गुजरना चाहते। हम नहीं खेलकर निराश नहीं थे। लेकिन हमने यह फैसला लिया था। हमें गर्व है। काफी कुछ कहा गया, लेकिन कदम उठाने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता।'

नस्लवाद के खिलाफ खिलाड़ियों ने किया विरोध 

मैच मंगलवार को शुरू हुआ था, लेकिन 15 मिनट के बाद रोक दिया गया और दोनों टीमों ने चौथे मैच रेफरी सेबेस्टियन कोटेस्कू की नस्ली टिप्पणी के कारण मैदान से बाहर जाने का फैसला किया था। इस्तांबुल बशाक्षेहिर की टीम का कहना था कि सेबेस्टियन ने उनके सहायक मैनेजर पियरे वेबो के खिलाफ नस्ली टिप्पणी की थी। बाद में वेबो ने इस पर नाराजगी जताते हुए छह बार कहा था कि तुमने काला क्यो कहा।

मैच बुधवार को जब दोबारा शुरू हुआ तो मैच के शुरू होने से पहले दोनों टीमों के कुछ खिलाडि़यों के साथ तीन मैदानी मैच रेफरियों ने मैदान के बीच में घेरा बनाकर एक घुटने के बल बैठ कर नस्लवाद के खिलाफ अपना विरोध जताया। वेबो को मंगलवार को रेड कार्ड दिखाया था, लेकिन बुधवार को वह मैदान पर उतरे क्योंकि यूएफा ने उनके लाल कार्ड को खारिज कर दिया और मामले की जांच कराने का फैसला किया था।


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