अटलांटा ने वेलेंसिया को दी शिकस्त तो मैनचेस्टर सिटी ने वेस्ट हम को दी मात
अटलांटा ने यूएफा चैंपियंस लीग में अंतिम-16 के पहले चरण के मुकाबले में वेलेंसिया को 4-1 से शिकस्त दी।
मिलान, रायटर। अटलांटा ने यूएफा चैंपियंस लीग में अंतिम-16 के पहले चरण के मुकाबले में वेलेंसिया को 4-1 से शिकस्त दी। अटलांटा के लिए हैंस हेटबाएर (16वें व 62वें मिनट), जोसिप इलिचिक (42वें मिनट) और रेमो फ्रयूलर (57वें मिनट) ने गोल किए, जबकि वेलेंसिया के लिए एकमात्र गोल स्थानापन्न खिलाड़ी डेनिस चेरिशेव ने 66वें मिनट में किया। दो बार की उप विजेता वेलेंसिया अब दूसरे चरण के मैच की मेजबानी अपने घर में 10 मार्च को करेगी। अटलांटा ने पहली बार यूरोप के शीर्ष टूर्नामेंटों के लिए क्वालीफाई किया है और पिछले सत्र में सीरी-ए लीग में तीसरे स्थान पर रहा था।
दूसरी तरफ यूएफा द्वारा लगाए गए दो साल के प्रतिबंध का मैनचस्टर सिटी पर किसी तरह का असर नहीं दिखा और टीम ने इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) के मैच में वेस्ट हम युनाइटेड को 2-0 से हरा दिया। मैनचेस्टर सिटी के पास शुरुआती बढ़त लेने का मौका आया, लेकिन ग्रैबियल जीसस ने वेस्ट हम के गोलकीपर लुकास फाबियानस्की के साथ वन ऑन वन के मौके को गंवा दिया। हालांकि, मेजबान टीम को बढ़त लेने में ज्यादा समय नहीं लगा। आधे घंटे का समय निकल जाने के बाद केविन डि ब्रूयन ने रोड्रिगो के लिए मौका बनाया और रोड्रिगो गोल करने में सफल रहे। दूसरे हाफ में डि ब्रूयन ने बर्नाडो सिल्वा के पास पर गोल करते हुए मेजबान टीम को 2-0 से आगे कर दिया। यह गोल 62वें मिनट में हुआ। यह गोल विजयी गोल साबित हुआ।
यूएफा के आरोप गलत : मैनचेस्टर सिटी सीईओ
इंग्लिश फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) फेरान सोरियानो ने कहा है कि क्लब पर लगे वित्तीय गड़बडि़यों के आरोप गलत हैं। यूएफा ने पिछले सप्ताह ही क्लब को लाइसेंस और वित्तीय नियमों के उल्लंघन के कारण यूरोपियन टूर्नामेंट में हिस्सा लेने से दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। सोरियानो ने कहा, 'सबसे अहम चीज जो मुझे कहनी है वो यह है कि क्लब के ऊपर जो आरोप लगे हैं वो गलत है। वह पूरी तरह से गलत है। मालिक ने क्लब में वो पैसा नहीं लगाया है जिसकी घोषणा नहीं की गई। हम टिकाऊ क्लब हैं, हम फायदे में चल रहे हैं। हमारे ऊपर कर्ज नहीं है। ऑडिटर्स, रेग्यूलेटर्स, निवेशकों द्वारा हमारे खातों की कई बार जांच हो चुकी है और इसमें किसी तरह की गड़बड़ी नहीं पाई गई। हमने जांच प्रक्रिया में सहयोग किया था।'