फुटबॉल डायरी: अर्जेटीना फुटबॉल संघ ने कोच जॉर्ज सांपोली को हटाया
फीफा विश्व कप में टीम के खराब प्रदर्शन के बाद सांपोली कोच पद से हट गए हैं।
ब्यूनस आयर्स, एएफपी। अर्जेटीना फुटबॉल महासंघ (एएफए) और राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच जॉर्ज सांपोली के रास्ते अलग हो गए हैं। फीफा विश्व कप में टीम के खराब प्रदर्शन के बाद सांपोली कोच पद से हट गए हैं। एएफए ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि फुटबॉल संघ और सांपोली ने आपसी सहमति से फैसला लेते हुए कोच के कार्यकाल को टीम के साथ समाप्त करने का फैसला लिया है। सांपोली को पिछले साल जून में अर्जेंटीना की राष्ट्रीय टीम का मुख्य कोच बनाया गया था। एएफए के साथ सांपोली का करार पांच साल का था, लेकिन एक साल बाद ही दोनों के रास्ते अलग हो गए। फ्रांस के खिलाफ फीफा विश्व का अंतिम-16 दौर का मैच सांपोली के मार्गदर्शन में अर्जेंटीना टीम का आखिरी मैच था। सांपोली के साथ अर्जेटीना ने पिछले 12 माह में खेले गए 15 में से सात मैचों में जीत हासिल की और उसके चार मैच ड्रॉ रहे, वहीं चार मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा।
फाइनल में फ्रांस के सबसे मजबूत खिलाड़ी रहे पोग्बा : रामी
पेरिस, एएफपी : दिग्गज डिफेंडर आदिल रामी का कहना है कि पॉल पोग्बा फीफा विश्व कप के फाइनल में फ्रांस के लिए सबसे मजबूत खिलाड़ी रहे। लुज्निकी स्टेडियम में रविवार रात को खेले गए खिताबी मुकाबले में फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से हराकर विश्व कप ट्रॉफी अपने नाम की। फाइनल में पोग्बा हर तरफ से अपनी टीम की मदद करने की कोशिश कर रहे थे। रामी बेंच पर बैठे पोग्बा की इस मेहनत को देख रहे थे और इससे काफी प्रभावित भी हुए। उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानता कि कहां से पोग्बा एक नेतृत्व करने वाले खिलाड़ी बन गए। उन्होंने यह हमें दर्शाया और साबित किया है। वह एक तकनीकी खिलाड़ी हैं और उनके अंदर काफी प्रतिभा छुपी है। रामी ने कहा कि पोग्बा फ्रांस की टीम के सबसे मजबूत खिलाड़ी रहे। उन्होंने अच्छे डिफेंस से टीम की मदद की। मैं हर किसी के बारे में बात कर सकता हूं, लेकिन इस मैच में पोग्बा ने परिपक्वता साबित की है।
बैलन डि ओर मिलना मेरे हाथों में नहीं : ग्रीजमैन
मास्को, प्रेट्र : फीफा विश्व कप फाइनल में खिताबी जीत हासिल करने वाली फ्रांस की टीम के खिलाड़ी एंटोनी ग्रीजमैन ने बैलन डि ओर पुरस्कार में स्वयं की प्रबल दावेदारी के अवसरों से साफ इन्कार कर दिया है। ग्रीजमैन ने फ्रांस के लिए इस टूर्नामेंट में चार गोल किए और गोल्डन बूट की रेस में भी वह दूसरे स्थान पर रहे। मैच के बाद ग्रीजमैन ने कहा कि बैलन डि ओर के लिए लोग वोट कर रहे हैं। देखते हैं, क्या होता है? मुझे अब यूरोपियन सुपर कप में हिस्सा लेना है। आशा है कि हम इसमें जीत हासिल करेंगे। ग्रीजमैन ने कहा कि इस समय मैं अपने परिवार के साथ अच्छे वक्त का आनंद लेना चाहता हूं। मुझे छुटिट्यां बितानी हैं और यूरोपियन सुपर कप के लिए तैयार भी रहना है। बैलन डि ओर पुरस्कार मिलना मेरे हाथों में नहीं है।
खिताबी जीत पर बदले पेरिस के मेट्रो स्टेशनों के नाम
पेरिस, एएफपी : फ्रांस में राष्ट्रीय फुटबॉल टीम की विश्व कप की खिताबी जीत का जश्न अलग अंदाज में मनाया जा रहा है। इस जीत के जश्न में पेरिस के मेट्रो स्टेशनों के नाम बदल दिए गए हैं। यह टीम की खिताबी जीत के सम्मान में किया गया है। लुज्निकी स्टेडियम में रविवार रात को फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से हराकर विश्व कप की ट्रॉफी हासिल की और इसी की खुशी में पेरिस के छह स्टेशनों के नाम बदल दिए गए। ऐसे में पेरिस के नोटरे-दामे डैसचैंप्स मेट्रो स्टेशन का नाम फ्रांस के कोच के नाम पर रखते हुए नोटरे दिदिएर डैसचैंप्स कर दिया गया। चार्ल्स दे गोले इटोली स्टेशन का नाम बदलकर ओन-2 इटोलीस (हमारे पास दो सितारे हैं) कर दिया गया। स्टेशनों के नामों में किए गए ये बदलाव स्थायी नहीं हैं। इन्हें केवल कुछ समय के लिए जीत का जश्न मनाने के लिए बदला गया है।
फाइनल मैच में व्यवधान की पुसी रायट ने ली जिम्मेदारी
मास्को, प्रेट्र : फीफा विश्व कप के फाइनल मैच के दौरान मैदान में घुस आए कुछ लोगों के कारण हुए व्यवधान की जिम्मेदारी रूसी विरोधी समूह और पंक बैंड पुसी रायट ने ली है। लुज्निकी स्टेडियम में रविवार रात को खेले गए इस खिताबी मुकाबले में फ्रांस ने क्रोएशिया को हराकर विश्व कप की ट्रॉफी हासिल की। इस मैच के दौरान स्टेडियम में अचानक चार लोग दौड़ते हुए घुस गए और इस कारण कुछ समय के लिए मैच रुक गया। रूसी विरोधी समूह ने अपने ट्विटर पर जारी एक पोस्ट के जरिये मैच के दौरान हुए व्यवधान की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसने यह सब प्रदर्शन के दौरान अवैध गिरफ्तारी और राजनीतिक कैदियों के लिए किया। इस प्रदर्शन को उन्होंने पुलिसमैन एंटर द गेम का नाम दिया है। बयान में कहा गया कि दिग्गज रूसी कवि दिमित्री प्रिगोव के निधन को 11 साल पूरे हो गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रिग्रोव ने एक पुलिसवाले की छवि तैयार की थी, जो रूसी संस्कृति में राष्ट्र का वाहक है। साल 2011 से ही यह विरोधी समूह सक्रिय रहा है। यह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रशासन के खिलाफ विशेष रूप से मुखर रहा है, जिन्हें यह समूह एक तानाशाह मानता है।
मेडिकल जांच के लिए जुवेंटस पहुंचे रोनाल्डो
तुरीन, एएफपी : पुर्तगाल के सबसे चर्चित फुटबॉल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो सोमवार को मेडिकल जांच के लिए इटली के अपने नए क्लब जुवेंटस के क्लीनिक जे पहुंचे। क्लब के साथ मैदान पर उतरने से पहले उनकी मेडिकल जांच की जाएगी। रोनाल्डो रविवार को ग्रीस से छुट्टियां बिताने के बाद 10.10 बजे जे मेडिकल पहुंचे। जुवेंटस के अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा गया है कि जुवेंटस एफसी के प्रशंसकों को रोनाल्डो की झलक। वह क्लब के साथ मेडिकल जांच के लिए आए हैं। काले सूट और सफेद शर्ट पहन कर पहुंचे रोनाल्डो को देखने के लिए लोगों की भीड़ मौजूद थी। पुर्तगाल के रोनाल्डो स्पेन के दिग्गज क्लब रीयल मैड्रिड के साथ नौ सत्र बिता कर आ रहे हैं। उन्होंने स्पेनिश क्लब के साथ 16 खिताब जीते हैं जिसमें से चार चैंपियंस लीग खिताब शामिल हैं। स्पेन के क्लब से रोनाल्डो ने 438 मैच खेले और 451 गोल किए।
100 प्रतिशत पीएसजी में ही रहूंगा : एमबापे
मास्को, एएफपी : फीफा विश्व कप फाइनल में फ्रांस की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले फुटबॉल खिलाड़ी केलाइन एमबापे ने रीयल मैड्रिड में शामिल होने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है। एमबापे ने कहा कि वह अगले सत्र में 100 प्रतिशत पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) क्लब में ही रहेंगे। फीफा विश्व कप के फाइनल मैच के बाद एमबापे को विश्व कप के सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी के पुरस्कार से नवाजा गया। एमबापे से जब मैच के बाद पीएसजी में रहने की संभावनाओं के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि बिल्कुल। मैं 100 प्रतिशत इसी क्लब में रहूंगा। फ्रांस के 19 वर्षीय खिलाड़ी ने विश्व कप में सबसे कम उम्र में गोल करने वाले खिलाड़ी का गौरव हासिल किया है। वह स्टार खिलाड़ी पेले के बाद इस उपलब्धि को हासिल करने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। पेले ने यह उपलब्धि 1958 में हासिल की थी।
फ्रांस को जश्न का मौका देना है : पोग्बा
मास्को, एएफपी : विश्व कप विजेता टीम फ्रांस के मिडफील्डर पॉल पोग्बा ने फीफा विश्व कप के फाइनल मैच की शुरुआत से पहले अपनी टीम के साथी खिलाडि़यों से फ्रांस को जश्न का मौका देने की बात कही थी। इस मैच में पोग्बा ने भी फ्रांस के लिए गोल स्कोर किया था। वह 1966 के बाद विश्व कप का खिताब जीतने वाले मैनचेस्टर युनाइटेड के पहले खिलाड़ी बन गए। मैच के बाद पोग्बा ने कहा कि मैच से पहले मैंने सबको कहा था कि हम अपने सपनों को पूरा करने से केवल 90 मिनट दूर हैं। वो सपना जो हमें इतिहास में अमर करेगा और फ्रांस के लोगों को खुशी से सराबोर करेगा। उन्हें जश्न का मौका देगा। दो टीमें थी और एक कप था। हम दूसरी टीम को उस कप को नहीं ले जाने दे सकते थे। आशा है कि फ्रांस को हमारी जीत पर गर्व होगा। एक बार फिर शुक्रिया। सच में यह शानदार था। ऐसा लगा जैसे बचपन का सपना पूरा हो गया। मेरे पास कोई शब्द नहीं बचे।
पेनाल्टी पर क्रोएशियाई कोच ने जताई नाराजगी
मास्को, एएफपी : अपने पहले फीफा विश्व कप खिताब से चूकी क्रोएशियाई फुटबॉल टीम के कोच ज्लाटिको डालिक ने फाइनल में फ्रांस को मिली पेनाल्टी पर नाराजगी जताई है। इस मैच में एक समय पर दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर थीं। इसके बाद पहले हाफ में फ्रांस के खिलाड़ी ग्रीजमैन ने गेंद को बॉक्स के अंदर डालने की कोशिश की, जो क्रोएशिया के खिलाड़ी पेरिसिक के हाथों से टकरा गई। ऐसे में मैदान पर मौजूद रेफरी ने पेनाल्टी नहीं दी, लेकिन फ्रांस ने वीएआर की अपील की और वीएआर का फैसला उसके पक्ष में रहा। इस पर क्रोएशिया के कोच डालिक ने नाराजगी जताते हुए कहा कि फाइनल मैच में इस प्रकार की पेनाल्टी नहीं दी जा सकती। कोच डालिक ने कहा कि हम बेहद शानदार खेले, लेकिन पेनाल्टी के कारण मैच हमारे हाथों से निकल गया। इसके बाद मैच बेहद मुश्किल हो गया। मैं इस पेनाल्टी के बारे में केवल एक वाक्य कहना चाहूंगा कि विश्व कप के फाइनल में आप इस प्रकार की पेनाल्टी नहीं दे सकते।