फीफा विश्व कप के बाद संन्यास के फैसले पर मैं अडिग : इनेस्ता
इनेस्ता एफसी बार्सिलोना के लिए अपना आखिरी मैच खेल चुके हैं और वह अपना आखिरी विश्व कप खेल रहे हैं।
मौजूदा पीढ़ी के सबसे शानदार मिडफील्डर को देखकर रूस खुशी के गीत गाएगा। इनेस्ता एफसी बार्सिलोना के लिए अपना आखिरी मैच खेल चुके हैं और वह अपना आखिरी विश्व कप खेल रहे हैं। 2010 में उनके गोल की बदौलत ही स्पेन ने विश्व कप जीता था और वह इस बार भी सुनिश्चित करना चाहेंगे कि रूस में उनकी टीम का अभियान शानदार रहे। स्पेनिश सुपरस्टार ने 14 जून से शुरू हो रहे फीफा विश्व कप के लिए खास तैयारी की है। पेश है उनके साक्षात्कार के मुख्य अंश-
-जोहानिसबर्ग में 116वें मिनट में किया गया आपका गोल ला रोजा के प्रशंसकों के लिए अभी भी यादगार है। क्या आप उस क्षण के बारे में बता सकते हैं?
-ऐसे कुछ लम्हे होते हैं, जो कभी भुलाए नहीं जा सकते। हमारे करियर का संभवत: वह सर्वश्रेष्ठ क्षण था। हमने इतिहास में पहली बार विश्व कप जीता था। विजयी गोल करना हमेशा बेहद खास होता है और उस गोल पर खिताब जीतना तो हमेशा ही याद रहेगा। हम सभी बहुत खुश थे। उस रात को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
-2008 से 2012 के बीच आपने कम से कम एक महाद्वीपीय ट्रॉफी जीती, चाहे वह क्लब के लिए हो या फिर देश के लिए। क्या वह आपके करियर का सर्वश्रेष्ठ समय था?
-मुझे हमेशा लगता है कि मैं अपने खेल में और सुधार कर सकता था। हां यह सही है कि एफसी बार्सिलोना और स्पेन दोनों के लिए एक शानदार सफर रहा। हमने दो चैंपियंस लीग खिताब जीते और राष्ट्रीय टीम के साथ दो यूरो कप के बीच में विश्व कप जीता। स्वाभाविक तौर पर इन जीत के साथ जुड़े सभी लोगों के लिए बेहद रोचक चरण था। फुटबॉल एक टीम गेम है, आपको एक टीम के रूप में खेलना होता है और उन पांच साल में हम बहुत अच्छा खेले।
-कुछ दिनों में रूस में एक और विश्व कप शुरू होने वाला है और आप फिर से टीम के अहम हिस्सा होंगे मगर 2014 में स्पेन के प्रदर्शन से आपको कितनी निराशा हुई थी?
-ईमानदारी से कहूं, हम अपनी योग्यता के अनुसार सर्वश्रेष्ठ नहीं खेले। टीम के तौर पर कुछ ठीक नहीं हुआ और हम पहले ही दौर में बाहर हो गए। गत चैंपियन होने के नाते हमें अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए था। नीदरलैंड्स के खिलाफ पहले ही मुकाबले में 1-5 से हार मिली और इसके बाद चिली ने 0-2 से भी हार गए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे मैच का कोई मतलब नहीं था। अचानक फॉर्म में आई गिरावट के बारे में सोचकर हम आज भी उदास हो जाते हैं मगर जिंदगी चलती रहती है और हम फिर से विश्व कप में हैं।
-इस बार फिर से स्पेन को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है?
-हम अच्छा खेले। नए खिलाड़ी टीम से जुड़े हैं जबकि अनुभवी खिलाड़ी अभी भी मौजूद हैं। यह एक बहुत अच्छा मिश्रण है। नए कोच के नेतृत्व में हमने एक मुश्किल ग्रुप से इटली को हराकर क्वालीफाई किया। हमने अपने ग्रुप में एक भी मैच नहीं गंवाया, हम आत्मविश्वास से भरे हैं और अच्छा प्रदर्शन करने को बेताब है।
-आपका पहला मुकाबला सोची में पुर्तगाल से है?
-यह हमारे लिए अच्छा है क्योंकि हमें पहले ही मुकाबले में शीर्ष प्रदर्शन करना होगा। पुर्तगाल वर्तमान यूरो चैंपियन है। वह एक बेहद अच्छी टीम है और दोनों टीमों के बीच मुकाबला हमेशा खास रहता है। इसके अलावा मोरक्को और ईरान भी ग्रुप में रोचक विपक्षी टीम हैं।
-आप पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि यह विश्वकप आपका आखिरी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है। आदर्श स्थिति में आप एक और विश्व कप खिताब के साथ संन्यास लेना चाहेंगे।
-मैं पहले ही कह चुका हूं, मैं टीम में अपने बीते हुए कल के प्रभाव के साथ नहीं रहना चाहता। यह मेरा आखिरी टूर्नामेंट होगा। ला रोजा के लिए खेलते हुए मैंने शानदार समय बिताया है और राष्ट्रीय टीम की जर्सी में हमने काफी सफलताएं अर्जित की हैं। हम सभी रूस में विश्व कप जीतना चाहते हैं।
-आप कई कोच के नेतृत्व में खेले हैं। आप जूलेन लोपेतेगुई को कैसे आंकेंगे?
-हर कोच का अपना एक तरीका होता है। हमें उनकी सोच के अनुसार चलना है और परिणाम बताते हैं कि उनके नेतृत्व में टीम अभी तक अच्छा प्रदर्शन कर रही है। विश्व कप खिलाडि़यों के साथ मैनेजर के लिए भी सबसे बड़ी चुनौती है। हमें पहले उनकी मानसिकता को समझना होगा और उसे मैदान पर उतारना होगा।
-जावी हर्नाडेज को अक्सर आपका भाई कहा जाता है, वह इस बार टीम में नहीं हैं। आपको उनकी कितनी कमी खलेगी?
-जावी की जगह कोई और नहीं ले सकता। 2014 विश्व कप के बाद संन्यास लेने के बाद मुझे उनकी हर टूर्नामेंट में कमी खली है। हमने एक साथ मिलकर क्लब और राष्ट्रीय टीम के लिए काफी कुछ किया मगर जिंदगी ऐसी ही होती है। वह हमसे थोड़े सीनियर थे और ब्राजील में पहले दौर में बाहर होने के बाद उन्होंने अलविदा कह दिया। हमारे पास थियागो एल्कान्त्रा और सर्गियो हैं, जो मैदान में हर जगह मौजूद दिखते हैं। जावी एक शानदार दोस्त रहे और जरूरत पड़ने पर हम अब भी एक-दूसरे से बात करते हैं।
-आपके क्लब से आपका एक और दोस्त लियोन मेसी भी पहली बार विश्र्व कप जीतने को बेताब है?
-फुटबॉल में कोई भी अकेले दम पर ट्रॉफी नहीं जीत सकता। आपको टीम से पूरे समर्थन की जरूरत होती है। लियो को अपनी टीम से और टीम को मेसी से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की जरूरत है। फुटबॉल टेनिस नहीं है। आप इसे अकेले नहीं जीत सकते। हालांकि वह हमेशा की तरह इस बार भी शानदार फॉर्म में हैं मगर उन्हें याद रखना होगा कि हम भी रूस बड़े लक्ष्य के साथ आए हैं।