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देहरादून: विश्‍वास न्‍यूज ने दी फैक्ट चेकिंग की ट्रेनिंग, समाज के लिए खतरनाक हो सकती हैं फर्जी सूचनाएं

देश की अग्रणी फैक्‍ट चेकिंग वेबसाइट विश्‍वास न्‍यूज के फैक्‍ट चेकर्स ने मंगलवार को देहरादून के वेबिनार में प्रतिभागियों को संबोधित किया। विश्वास न्यूज के फैक्ट चेकर्स ने फेक न्यूज को पहचानने के तरीकों और संबंधित ऑनलाइन टूल्स के इस्तेमाल के बारे में विस्‍तार से बताया।

By Shivam YadavEdited By: Shivam YadavPublished: Tue, 31 Jan 2023 04:28 PM (IST)Updated: Tue, 31 Jan 2023 04:28 PM (IST)
देहरादून: विश्‍वास न्‍यूज ने दी फैक्ट चेकिंग की ट्रेनिंग, समाज के लिए खतरनाक हो सकती हैं फर्जी सूचनाएं
विश्‍वास न्‍यूज के फैक्‍ट चेकर्स ने मंगलवार को देहरादून के वेबिनार में प्रतिभागियों को संबोधित किया।

देहरादून। फैक्‍ट, विचार और राय तीनों अलग-अलग बातें हैं। इसलिए इनके अंतर को समझना बहुत जरूरी है। इसी तरह फैक्‍ट और फर्जी सूचनाओं के बीच के अंतर को भी समझना है। यदि हम इसे पहचान लें तो फर्जी सूचनाओं को सोशल मीडिया और समाज में फैलने से रोक सकते हैं। यह कहना है जागरण न्‍यू मीडिया की एसोसिएट एडिटर उर्वशी कपूर का। वे फैक्‍ट चेक एक्‍सपर्ट के तौर पर देहरादून के लिए आयोजित एक खास वेबिनार में बोल रही थीं। उन्‍होंने कहा कि किसी भी समाज और इंसान के लिए फर्जी सूचनाएं खतरनाक हो सकती हैं। इसलिए इन्‍हें पहचानने की टिप्‍स सभी को पता होना चाहिए।

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देश की अग्रणी फैक्‍ट चेकिंग वेबसाइट विश्‍वास न्‍यूज के फैक्‍ट चेकर्स ने मंगलवार को देहरादून के वेबिनार में प्रतिभागियों को संबोधित किया। विश्वास न्यूज के फैक्ट चेकर्स ने फेक न्यूज को पहचानने के तरीकों और संबंधित ऑनलाइन टूल्स के इस्तेमाल के बारे में विस्‍तार से बताया। 

वेबिनार में फैक्ट चेकर ज्योति कुमारी ने सोशल मीडिया पर फेक पोस्ट्स को पहचानने और उसके चेक करने के तरीकों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सचेत रहकर फर्जी खबरों से बचा जा सकता है। कोई भी पोस्ट, तस्वीर या वीडियो को आगे फॉरवर्ड करने से पहले उसकी जांच ज़रूर करें। 

उन्होंने यह भी बताया कि किस तरह से मिस इन्फॉर्मेशन को पहचाना जा सकता है और उन्हें आगे फॉरवर्ड करने से बचा जा सकता है। ज्योति ने सोशल मीडिया पर शेयर किये जाने वाले फिशिंग लिंक्स के बारे में जानकारी देते हुए इन लिंक्स की पहचान कैसे की जा सकती है इसके बारे में भी विस्तार से बताया।

विश्‍वास न्‍यूज के ‘सच के साथी- FactsUp' अभियान के तहत उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, बिहार और झारखंड समेत अन्य राज्यों के विभिन्न शहरों में वेबिनार और सेमिनार की सीरीज का आयोजन किया जा रहा है। 'सच के साथी' विश्वास न्यूज का प्रमुख मीडिया साक्षरता अभियान है। 

विश्‍वास न्‍यूज देश के 11 राज्यों के 18 शहरों में छात्र-युवा, महिलाओं और सीनियर सिटिजंस को इस अभियान से जोड़ते हुए उन्हें प्रशिक्षित कर रहा है। जागरण न्यू मीडिया की फैक्ट चेकिंग टीम विश्‍वास न्‍यूज अपने इस अभियान के जरिए पिछले चार वर्षों से स्वास्थ्य, शिक्षा और मतदान जैसे जनहितकारी विषयों पर जागरूकता के लिए लगातार काम कर रही है। 

इस अभियान से जुड़ने के लिए आप अपने शहर, प्रदेश या सुविधाजनक दिनांक के हिसाब से विश्‍वास न्‍यूज की वेबसाइट ( https://www.vishvasnews.com/sach-ke-sathi-facts-up/) पर जाकर रजिस्‍ट्रेशन कर सकते हैं।


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