Fact Check Story : जागरूकता और मनोरंजन के उद्देश्य से बनाये वीडियो को असली समझ किया जा रहा है वायरल
विश्वास न्यूज़ ने सबसे पहले वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए संबंधित कीवर्ड से गूगल सर्च किया। हमें वायरल दावे से जुड़ी कोई रिपोर्ट नहीं मिली। इसके बाद हमने इनविड टूल का इस्तेमाल करते हुए वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। पिछले दिनों केंद्र द्वारा लाई गई नई स्कीम अग्निपथ को लेकर देश में हुए विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर समाज में जागरुकता फैलाने के लिए वीडियोज बनाए गए। ये वीडियोज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोग इसे रियल समझने लगे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में आर्मी की वर्दी पहने एक शख्स द्वारा एक छोटी बच्ची को कार से टक्कर होने से बचाते हुए देखा जा सकता है। वायरल वीडियो को अग्निपथ योजना से जोड़ते हुए दावा किया जा रहा है कि चार साल बाद अग्निवीर होने का यह फायदा होगा कि समाज में हमारे बीच कुछ चुस्त और मुस्तैद लोग रहेंगे। सोशल मीडिया पर लोग इस घटना को सच मानकर शेयर कर रहे हैं। दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला। यह वीडियो स्क्रिप्टेड है, इसे कलाकारों द्वारा बनाया गया है।
विश्वास न्यूज़ ने सबसे पहले वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए संबंधित कीवर्ड से गूगल सर्च किया। हमें वायरल दावे से जुड़ी कोई रिपोर्ट नहीं मिली। इसके बाद हमने इनविड टूल का इस्तेमाल करते हुए वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें असली वीडियो 14 जून 2022 को 3RD EYE नाम के यूट्यूब चैनल पर अपलोड मिला। डिस्क्रिप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह एक सोशल अवेयरनेस वीडियो है। वीडियो में वायरल वीडियो के हिस्से को 55 सेकंड से लेकर एक मिनट 23 सेकंड के बीच में देखा जा सकता है। वीडियो के अंत में डिस्क्लेमर भी लगा हुआ है। पूरा वीडियो यहां देखा जा सकता है।
अधिक जानकारी के लिए हमने 3RD EYE पेज को चलाने वाले राहुल कश्यप से संपर्क किया। उन्होंने वायरल दावे को गलत बताया है। यह वीडियो शिक्षा और मनोरंजन के उद्देश्य से बनाया गया है।