Fact Check Story: कवि प्रदीप के नाम पर वायरल हुआ हरियाणा के गुलाब सिंह का बयान
सोशल मीडिया पर कवि प्रदीप के नाम से एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में एक शख्स को आजादी के वक्त हुए बंटवारे के बारे में बोलते हुए देखा जा सकता है। दावा है कि दादा साहब फाल्के अवार्ड से सम्मानित कवि प्रदीप ने बंटवारे को लेकर बयान दिया।
नई दिल्ली। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर कवि प्रदीप के नाम से एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक शख्स को आजादी के वक्त हुए बंटवारे के बारे में बोलते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स दाव कर रहे हैं कि दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित कवि प्रदीप ने 15 अगस्त और बंटवारे को लेकर यह बयान दिया है।
फेसबुक पर यूजर्स ने इस वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा : "15 Aug को क्या मिला। दादा साहब फाल्के अवार्ड से सम्मानित कवि बोले। कवि के चुभते हुए सवाल।" वीडियो के थंबनेल में लिखा हुआ है : "दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित कवि प्रदीप जी चुभते हुए सवाल। 15 अगस्त को हमें क्या मिला था? हिंदू हो तो इस वीडियो को अवश्य सुने। ऐसा सवाल जिसका जवाब शायद किसी के पास नहीं है।"
सोशल मीडिया में कई अन्य यूजर्स ने फेसबुक, ट्विटर पर इससे मिलते-जुलते दावों के साथ इसे शेयर किया है। दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। यह फर्जी निकली। वायरल वीडियो में कवि प्रदीप नहीं, बल्कि हरियाणा के गुलाब सिंह राजपूत का है। इसे कुछ लोग कवि प्रदीप के नाम से वायरल कर रहे हैं। कवि प्रदीप का निधन 1998 में ही हो चुका है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए ऑनलाइन टूल इनविड का इस्तेमाल करते हुए इसके कई ग्रैब्स निकाले। प्राप्त ग्रैब्स को गूगल रिवर्स इमेज टूल के जरिए सर्च किया। इस दौरान वायरल वीडियो में दिख रहे बुजुर्ग का एक वीडियो 22 नवंबर 2017 को केशु फिल्म्स के यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो के टाइटल में अंग्रेजी में लिखा हुआ है, "गांधी और जिन्ना के बारे में गुलाब सिंह राजपूत विकास शर्मा के साथ बात करते हुए"। वीडियो में दिए डिस्क्रिप्शन के अनुसार, 86 वर्ष के गुलाब सिंह हरियाणा सरकार के कुरुक्षेत्र सहकारी समिति से रिटायर्ड हैं।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए केशु फिल्म्स के यूट्यूब चैनल को खंगालना शुरू किया। 26 जुलाई 2017 को 03:14 मिनट का अपलोड एक वीडियो मिला। जिसका अंग्रेजी में टाइटल है, "हम 15 अगस्त क्यों मनाते हैं? इसमें गुलाब सिंह को वही बात कहते हुए देखा जा सकता है, जो वायरल वीडियो में है।
ज्यादा पुष्टि करने के लिए विश्वास न्यूज ने केशु फिल्म्स को चलाने वाले केशव मेहता से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वायरल दावा फर्जी है। वीडियो में दिख रहे व्यक्ति हरियाणा के गुलाब सिंह राजपूत हैं। पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने संगीत समीक्षक पवन झा से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो में दिख रहे व्यक्ति कवि प्रदीप नहीं हैं। उनकी मृत्यु तो 90 के दशक में हो गई थी।