Fact Check Story : सावरकर के नाम से वायरल वीडियो क्लिप की जानिए पूरी सच्चाई
विश्वास न्यूज ने विनायक दामोदर सावरकर के जेल में सजा काटने के दावे के साथ शेयर किए जा रहे वीडियो की जांच की और पाया कि यह वीडियो वास्तव में एक डॉक्युमेंट्री का हिस्सा है। जिसे लोग सच समझ कर शेयर कर रहे हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सावरकर एक स्वतंत्रता सेनानी, लेखक, राजनीतिज्ञ, वकील, समाज सुधारक और देशभक्त थे। विनायक दामोदर सावरकर ने कालापानी की सजा काटी थी। इसी सजा से जोड़कर 1 मिनट 39 सेकेंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में शख्स को कभी जेल की कोठरी में अकेले बैठे हुए, तो कभी चक्की पीसते हुए और कभी हाथ पैरों में हथकड़ियां बांधे खड़े हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को सोशल मीडिया यूजर्स कई दावों के साथ शेयर कर रहे हैं। कई सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को असली घटना का बताकर शेयर कर रहे हैं। यूजर्स यह भी दावा कर रहे हैं कि यह दुर्लभ वीडियो बीबीसी द्वारा भी प्रसारित किया गया है।
दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की जांच की और पाया वायरल दावा भ्रामक है। वायरल वीडियो वास्तव में भारत सरकार द्वारा बनाई गई एक डॉक्युमेंट्री का हिस्सा है।
फेसबुक यूजर जड़ी बूटी स्वदेशी चिकित्सा ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “एक ब्रिटिश पत्रकार ने अंडमान की जेल में जाकर वीर #सावरकर का वीडियो फुटेज लिया था वह दुर्लभ फुटेज बीबीसी ने भी अपने चैनल पर दिखाया था आप एक बार यह दुर्लभ फोटो देखिए जिसमें एक छोटी सी कोठी में वीर सावरकर कैद हैं।”
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए विश्वास न्यूज ने सबसे पहले वीडियो को ध्यान से देखा। गौर करने पर विश्वास न्यूज ने पाया कि वायरल वीडियो पर नीचे की तरफ फिल्म्स डिवीजन का लोगो लगा हुआ है। फिल्म्स डिवीजन केंद्रीय सूचना मंत्रालय के अंतर्गत आता है और सामाजिक मुद्दों पर फिल्म, डॉक्युमेंट्री और शॉर्ट वीडियोज बनाता है।
इस दावे की पूरी सच्चाई जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक कर पूरे फैक्ट चेक को पढ़ा जा सकता है।