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Fact Check Story: लालू प्रसाद यादव की यह तस्वीर करीब तीन साल पुरानी है, भ्रामक दावे के साथ हो रही वायरल

दावा किया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले तक जीप चलाकर घूम रहे लालू यादव की तबीयत कोर्ट में पेशी से ठीक पहले ही बिगड़ गई और यह तस्वीर अस्पताल में उनके भर्ती होने से ठीक पहले की है।

By Nitin AroraEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 11:43 AM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 11:43 AM (IST)
Fact Check Story: लालू प्रसाद यादव की यह तस्वीर करीब तीन साल पुरानी है, भ्रामक दावे के साथ हो रही वायरल
Fact Check Story: लालू प्रसाद यादव की तीन साल पुरानी है फोटो भ्रामक दावे के साथ हो रही वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के एम्स में भर्ती होने के बाद सोशल मीडिया पर उनकी एक तस्वीर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले तक जीप चलाकर घूम रहे लालू यादव की तबीयत कोर्ट में पेशी से ठीक पहले ही बिगड़ गई और यह तस्वीर अस्पताल में उनके भर्ती होने से ठीक पहले की है।

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विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रही तस्वीर करीब तीन साल से अधिक पुरानी तस्वीर है, जिसे हाल का बताकर इस दावे के साथ वायरल किया जा रहा है कि कोर्ट में पेशी से बचने के लिए उन्होंने बीमारी का बहाना बनाया।

गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह तस्वीर dnaindia.com की वेबसाइट पर लगी मिली। 25 अगस्त 2018 को प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को झारखंड हाई कोर्ट के आदेश की वजह से सीबीआई कोर्ट में सरेंडर करने के लिए मुंबई से लौटना पड़ा था।

हालांकि, इस रिपोर्ट से यह स्पष्ट नहीं हुआ कि यह तस्वीर वास्तव में कब की है। तस्वीर का ओरिजिनल सोर्स खोजने के लिए हमने एक बार फिर से गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। सर्च में हमें राष्ट्रीय जनता दल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 25 अगस्त 2018 को साझा किया गया एक वीडियो मिला, जिसके दृश्य वायरल तस्वीर से मेल खाते हैं।

सर्च में हमें 26 अगस्त 2018 को दैनिक जागरण की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें इस्तेमाल की गई तस्वीर वही है, जो वायरल हो रही है।

रिपोर्ट के मुताबिक, 'मुंबई के एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट से डिस्चार्ज होने के बाद शनिवार को पटना लौटे राजद प्रमुख लालू प्रसाद लगतार दूसरे दिन मीडिया से दूर हैं। इसके पहले शनिवार को पटना पहुंचने पर उन्होंोने मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से इनकार किया।'

अब तक की पड़ताल से यह स्पष्ट है कि वायरल हो रही लालू प्रसाद यादव की तस्वीर 2018 की है, जिसे हाल का बताकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

'द हिंदू' में 23 नवंबर 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, 'चारा घोटाला से जुड़े एक मामले में राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव 23 नवंबर को पटना की सीबीआई अदालत में पेश हुए। सुनवाई के दौरान उन्होंने खराब सेहत का हवाला देते हुए अगली सुनवाई के दौरान व्यक्तिगत पेशी से छूट की मांग की, जिसे स्पेशल कोर्ट के जज प्रजेश कुमार ने स्वीकार कर लिया। कोर्ट ने इस मामले के सभी 28 आरोपियों (लालू यादव समेत) को सशरीर कोर्ट में उपस्थित होने के लिए कहा था। इस मामले की अगली सुनवाई की तारीख 30 नवंबर तय हुई थी।'

23 नवंबर 2021 को ndtv.com की रिपोर्ट में लालू प्रसाद यादव के वकील सुधीर सिन्हा का बयान भी है, जिसके मुताबिक, 'अगली तारीख (30 नवंबर) को कोर्ट गवाहों की जांच करेगा। इस तारीख को लालू जी को पेश नहीं होने के लिए कहा गया है। हालांकि, जब कोर्ट उन्हें कहेगी तो वह अदालत में पेश होंगे।'

पड़ताल के इस चरण से यह स्पष्ट है कि चारा घोटाला से जुड़े एक मामले में लालू यादव 23 नवंबर को पटना की सीबीआई अदालत में पेश हुए थे और उन्होंने कोर्ट से खराब सेहत का हवाला देते हुए व्यक्तिगत पेशी से छूट की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था। इसलिए 30 नवंबर को लालू यादव को कोर्ट में पेश नहीं होना था, जबकि वायरल पोस्ट में दावा किया गया है कि लालू यादव 30 नवंबर को कोर्ट में होने वाली पेशी की वजह से बीमारी का बहाना कर अस्पताल में भर्ती हो गए। हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के पटना ब्यूरो चीफ अरविंद शर्मा ने बताया, '23 नवंबर को चारा घोटाला मामले में लालू यादव कोर्ट में पेश हुए और 24 तारीख को उन्होंने पार्टी दफ्तर में लालटेन का अनावरण किया। इसके बाद सेहत ठीक नहीं होने के कारण उनके दिल्ली में एम्स में भर्ती होने की सूचना मिली।'

न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, लालू यादव को किडनी संबंधित समस्याओं की वजह से दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया है। 30 नवंबर को बिहार विधान परिषद भवन में पत्रकारों के साथ बातचीत में राबड़ी देवी ने बताया कि किडनी की बीमारी के कारण एम्स के डॉक्टर्स ने उन्हें ज्यादा पानी पीने से रोक दिया है और ज्यादा पानी पीने की वजह से ही लालू यादव को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

इससे पहले लालू प्रसाद यादव 22 नवंबर को पटना आए थे और 23 को उनकी सीबीआई कोर्ट में पेशी हुई। इसके बाद 24 नवंबर को आरजेडी कार्यालय में आयोजित रजत जयंती वर्ष के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए उन्होंने छह टन के लालटेन का लोकार्पण किया था। इस कार्यक्रम की तस्वीरों को लालू प्रसाद यादव के आधिकारिक ट्विटर प्रोफाइल से भी साझा किया गया है।

इसी तारीख को उन्होंने दिन में अपने आवास पर अपनी पहली गाड़ी (जीप) को भी चलाया और इसके वीडियो को भी उन्होंने अपनी ट्विटर प्रोफाइल से साझा किया।

विश्वास न्यूज की जांच से यह स्पष्ट है कि बीमारी का बहाना बनाकर कोर्ट में पेश नहीं होने के दावे के साथ वायरल हो रही लालू प्रसाद यादव की तस्वीर करीब तीन साल पुरानी है, जब वह 2018 में मुंबई से इलाज करा पटना वापस लौटे थे। चारा घोटाला से जुड़े एक मामले में लालू यादव 23 नवंबर को पटना की सीबीआई अदालत में पेश हुए थे और उन्होंने कोर्ट से खराब सेहत का हवाला देते हुए व्यक्तिगत पेशी से छूट की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था। इसके बाद खराब सेहत की वजह से लालू यादव को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराना पड़ा।

विश्वास न्यूज की इस फैक्ट चेक रिपोर्ट में इस दावे की विस्तृत पड़ताल और जांच की प्रक्रिया के बारे में पढ़ा जा सकता है।


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