Fact Check Story : रामनवमी का पुराना वीडियो त्रिपुरा हिंसा से जोड़ते हुए अमरावती के नाम से वायरल
त्रिपुरा में हुई हिंसा के बीच सोशल मीडिया में कई प्रकार की फर्जी खबरें वीडियो और तस्वीरें वायरल हुईं। अब एक पुराने वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया गया कि यह वीडियो महाराष्ट्र के अमरावती में भाजपा के विरोध प्रदर्शन का है। यह वीडियो फेक है
नई दिल्ली, विश्वास न्यूज। त्रिपुरा में हुई हिंसा के बीच सोशल मीडिया में कई प्रकार की फर्जी खबरें, वीडियो और तस्वीरें वायरल हुईं। अब एक पुराने वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया गया कि यह वीडियो महाराष्ट्र के अमरावती में भाजपा के विरोध प्रदर्शन का है। यह वीडियो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक धार्मिक स्थल के सामने बहुत-से लोगों को देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की विस्तार से जांच की। पड़ताल में पता चला कि वायरल वीडियो कर्नाटक के रामनवमी में निकाले गए जुलूस का एक पुराना वीडियो है, जिसे कुछ लोग त्रिपुरा दंगों से जोड़ते हुए अमरावती के नाम पर वायरल कर रहे हैं। विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो की सत्यता जानने के लिए सबसे पहले इसे InVID टूल में अपलोड करके कई वीडियो ग्रैब्स निकाले। फिर इन ग्रैब को यांडेक्स सर्च इंजन में अपलोड करके खोजना शुरू किया। एएनआई का एक पुराना ट्वीट मिला। अप्रैल 2019 को किए गए ट्वीट्स में चार तस्वीरों का इस्तेमाल करते हुए लिखा गया कि कर्नाटक के कलबुर्गी में रामनवमी का जुलूस निकाला गया। इसमें मुसलमानों ने जूस का वितरण किया। विश्वास न्यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए अमरावती की पुलिस आयुक्त डॉक्टर आरती सिंह से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वायरल पोस्ट फर्जी है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में अमरावती के नाम पर वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। ओरिजनल वीडियो कर्नाटक में निकाली गई रामनवमी यात्रा का है। इसे कुछ लोग महाराष्ट्र में भाजपा की रैली का बताकर वायरल कर रहे हैं।