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Fact Check: जुलाई 2021 में मुजफ्फरनगर में रोका गया था भाजपा का प्रचार वाहन, वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल

यूपी चुनाव 2022 से पहले कई पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इनमें फर्जी व भ्रामक पोस्ट भी शामिल हैं। सोशल मीडिया पर 30 सेकंड का एक वीडियो पोस्ट किया जा रहा है। इसमें कुछ लोग भाजपा के प्रचार वाहन को रोककर उसके ड्राइवर को धमका रहे हैं।

By Ashisha RajputEdited By: Published: Wed, 26 Jan 2022 04:40 PM (IST)Updated: Wed, 26 Jan 2022 04:40 PM (IST)
Fact Check: जुलाई 2021 में मुजफ्फरनगर में रोका गया था भाजपा का प्रचार वाहन, वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल
Fact Check: जुलाई 2021 में मुजफ्फरनगर में रोका गया था भाजपा का प्रचार वाहन, वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। यूपी चुनाव 2022 से पहले कई पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इनमें फर्जी व भ्रामक पोस्ट भी शामिल हैं। सोशल मीडिया पर 30 सेकंड का एक वीडियो पोस्ट किया जा रहा है। इसमें कुछ लोग भाजपा के प्रचार वाहन को रोककर उसके ड्राइवर को धमका रहे हैं। वे कह रहे हैं कि अगर जिला मुजफ्फरनगर में घुस गया तो इलाज कर देंगे। इसके बाद ड्राइवर उनके सामने हाथ जोड़कर सॉरी बोलता है। धमका रहे लोगों ने भाकियू कार्यकर्ताओं के जैसी टोपी लगाई हुई है। दावा किया जा रहा है कि भाजपा प्रचार वाली गाड़ी को मुजफ्फरनगर में नहीं घुसने दिया गया।

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दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट 'विश्वास न्यूज' ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वीडियो पिछले साल जुलाई की है। उस समय तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन कर रहे थे। इसका हाल—फिलहाल चुनाव से कोई संबंध नहीं है।

वायरल दावे की पड़ताल के लिए 'विश्वास न्यूज' ने कीवर्ड से न्यूज सर्च की। इसमें royalbulletin में 26 जुलाई 2021 को छपी खबर का लिंक मिला। इसमें हमें वीडियो भी मिल गया, जिसमें वायरल क्लिप भी है। खबर के मुताबिक, छपार टोल प्लाजा पर भाकियू कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। आज देर शाम को उन्होंने पूर्व ब्लाक अध्यक्ष मांगेराम त्यागी के नेतृत्व में भाजपा के प्रचार वाहन को रोककर ड्राइवर को जिले में नहीं घुसने की धमकी दी।

27 जुलाई 2021 को पत्रिका में छपी खबर के मुताबिक, दिल्ली—देहरादून हाईवे स्थित छपार टोल प्लाजा पर धरना दे रहे छह भाकियू कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज हो गया है। वे कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के प्रचार वाहन को रोककर ड्राइवर से अभद्रता की थी। प्रचार वाहन के ड्राइवर सुरेश और उनके सहयोगी नितिन ने छपार थाने में तहरीर दी है। इस आधार पर भाकियू के छह कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज हुआ है।

इसकी पुष्टि के लिए 'विश्वास न्यूज' ने पुरकाजी के पूर्व ब्लाक अध्यक्ष मांगेराम त्यागी से बात की। उनका कहना है, पिछले साल उन्होंने प्रचार वाहन को रोका था। उस समय केस भी दर्ज हुआ था।

इस बारे में मुजफ्फरनगर के दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ मनीश शर्मा का कहना है, यह वीडियो पिछले साल जुलाई का है। किसान आंदोलन के दौरान प्रचार वाहन को रोका गया था। ड्राइवर ने छपार थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में इस पर अंतिम रिपोर्ट लगाते हुए केस को खत्म कर दिया गया था।

इस पूरी खबर को विस्तार से विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

www.vishvasnews.com/politics/fact-check-july-2021-video-of-muzaffarnagar-during-kisan-andolan-viral-with-misleading-claim


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