Fact Check News: जोधपुर में घायल हुए पुलिसकर्मी के वीडियो को झूठे दावे के साथ किया गया वायरल
राजस्थान के जोधपुर में हुई हिंसा के दौरान एक पुलिसकर्मी को चोट लग गई थी। पुलिसकर्मी की चोट को लेकर एक झूठा दावा वायरल किया जा रहा है। दावा है कि पुलिस वाला सिर पर चोट लगने का नाटक कर रहा है।
नई दिल्ली। राजस्थान के जोधपुर में पिछले दिनों हुई सांप्रदायिक हिंसा के के बाद से ही सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक पुलिस वाले को अपने सिर पर खून से सना हुआ रूमाल बांधते हुए देखा जा सकता हैं। साथ में एक अखबार की कटिंग का भी इस्तेमाल किया गया है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि पुलिस वाला सिर पर चोट लगने का नाटक कर रहा है।
दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज़ ने वायरल दावे की जांच की। पड़ताल में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। हिंसा के दौरान पुलिस वाले के सिर पर चोट लगी थी और आरोपियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है।
विश्वास न्यूज़ ने वायरल वीडियो के साथ किए जा रहे दावे की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले वीडियो को इनविड टूल में अपलोड करके वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले और उसे गूगल रिवर्स इमेज टूल की मदद से सर्च किया। सर्च के दौरान ईटीवी राजस्थान के बेवसाइट पर 6 मई को एक रिपोर्ट प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, "सरदारपुरा थाने के एएसआई धन्नाराम के सिर में पथराव से चोट आई थी। जिससे खून बहने लगा था। बहते खून को पोंछने के लिए एएसआई ने रूमाल निकाल कर सिर पर बांध लिया। इस दौरान खून उसके हाथ में लग गया।"
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने कीवर्ड की सहायता से गूगल ओपन सर्च किया। जहां जोधपुर पुलिस के अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर 6 मई को अपलोड एक ट्वीट मिली। जिसमें वायरल वीडियो को भ्रामक बताया गया और आरोपियों पर एफआईआर दर्ज करने की पुष्टि की गई। अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने सरदारपुरा थाने के एएसआई धन्नाराम से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि ड्यूटी के दौरान उन्हें तीन पत्थर लगे, जिनमें से एक पत्थर उनकी बाईं आंख के ऊपर लग गया था। जिसके कारण खून बहने लगा। जिसके बाद उनके सहयोगी ने रूमाल देकर उसे बांधने को कहा, क्योंकि खून बहने के कारण उनके चेहरे पर खून आ गया था। इसलिए उन्होंने पहले रूमाल से खून पोछा फिर बाद में रूमाल सिर पर बांधा। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि अफवाह फैलाने वाले कई ट्विटर अकाउंट सहित लोकल समाचार पत्र पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुष्टि के लिए हमने दैनिक जागरण के जोधपुर रिपोर्टर रंजन दवे से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि यह घटना सत्य है कि पुलिस वाले को चोट लगी है, लेकिन कुछ भ्रामक खबरें आ रही है। जिसमें इसे फेक बताया गया है, जबकि हकीकत में पुलिस के सिपाही के सिर और हाथ में चोट लगी थी।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। वायरल वीडियो में दिख रहे पुलिसकर्मी के सिर पर लगी चोट नकली नहीं है। जोधपुर में हुए बवाल के दौरान पुलिसकर्मी के सिर पर पत्थर लगी थी।
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