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Fact Check Story: फेसबुक, वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम बंद की वजह नहीं था यह चीनी नौजवान

आपको बता दें की फेसबुक इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप 4 अक्टूबर को कुछ घंटो के लिए तकरीबन दुनिया भर में बंद हो गया था और इसी पर विश्वास न्यूज़ को इंजीनियरिंग.facebook.com वेबसाइट पर एक लेख मिला। यहां दी गई जानकारी के मुताबिक ”इस बंद के पीछे कोई मैलिशियस गतिविधि नहीं थी।

By TilakrajEdited By: Published: Wed, 20 Oct 2021 11:14 AM (IST)Updated: Wed, 20 Oct 2021 11:14 AM (IST)
Fact Check Story: फेसबुक, वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम बंद की वजह नहीं था यह चीनी नौजवान
विश्वास न्यूज़ ने इस पोस्ट की पड़ताल की तो पता चला कि यह दावा बिल्कुल गलत

कुछ दिन पहले तकरीबन पूरी दुनिया में फेसबुक और उसके स्वामित्व से जुड़े अन्य एप्लिकेशन वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम कुछ घंटों के लिए बंद हो गयी थी और उसी के बाद से दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग टीम विश्वास न्यूज़ ने पाया कि इससे जुड़ी एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसके साथ सोशल मीडिया के यूजर यह दावा कर रहे हैं कि एक 13 साल के बच्चे ने यह तीनों ऐप हैक कर ली थी और इसकी वजह से घंटों तक कोई व्यक्ति इन ऐप का इस्तेमाल नहीं कर सका।

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विश्वास न्यूज़ ने इस पोस्ट की पड़ताल की तो पता चला कि यह दावा बिल्कुल गलत है। विश्वास न्यूज़ ने इस वायरल पोस्ट की पड़ताल की शुरुआत लड़के की तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये की। सर्च में 2014 की कई ख़बरें मिलीं। जहाँ दी गयी जानकारी के मुताबिक,‘यह बच्चा 13 वर्षीय एक इंटरनेट सिक्योरिटी प्रोडिजी है, जिसे मीडिया द्वारा “चीन का सबसे छोटा हैकर” भी कहा गया है। उसने पिछले सप्ताह बीजिंग में 2014 चीन इंटरनेट सुरक्षा सम्मेलन में दर्शकों के लिए एक भाषण दिया। खबर में आगे कहा गया कि इस चीनी बच्चे ने अपने स्कूल का इंटरनेट भी एक बार हैक कर लिया था'। विश्वास न्यूज़ ने पड़ताल को आगे बढ़ाया और इसी चीनी नौजवान से जुडी ख़बरों को तलाश करना शुरू किया और सर्च में ऐसी कोई खबर नहीं लगी, जिससे इस बात की पुष्टि होती की इस नौजवान के कारण तीनो एप्लिकेशन बंद हुई हों।

आपको बता दें की फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप 4 अक्टूबर को कुछ घंटो के लिए तकरीबन दुनिया भर में बंद हो गया था और इसी पर विश्वास न्यूज़ को इंजीनियरिंग.facebook.com वेबसाइट पर एक लेख मिला। यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, ”इस बंद के पीछे कोई मैलिशियस गतिविधि नहीं थी, बल्कि मुख्य कारण हमारी ओर से फैकल्टी कॉन्फिगरेशन में बदलाव था।

सोशल मीडिया पर यूजर के ज़रिये वायरल की जा रही पोस्ट की पुष्टि के लिए विश्वास न्यूज ने ईमेल के माध्यम से फेसबुक से संपर्क किया और मेल के जवाब में एपिक मोनेटाइजेशन, फेसबुक की संचार प्रबंधक शेफाली श्रीनिवास ने कहा: “हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि बंद के पीछे कोई असामाजिक तत्व नहीं थे। मुख्य कारण हमारी ओर से फैकल्टी कॉन्फिगरेशन में बदलाव था।

विश्वास न्यूज की इस फैक्ट चेक स्टोरी को विस्तार से पढ़ने और झूठे दावे की पोल खोलने का स्टेप बाय स्टेप प्रॉसेस देखने के लिए यहां क्लिक करें।


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