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Kaagaz Trailer: पंकज त्रिपाठी अब बने 'भरत लाल मृतक', लड़ेंगे ख़ुद को ज़िंदा साबित करने की लड़ाई

सतीश कौशिक ने बताया कि इस फ़िल्म का बीजारोपण 20 साल पहले 2000 में हुआ था जब वो दिल्ली में कुछ कहना है की शूटिंग कर रहे थे। उन्होंने शूटिंग ब्रेक के दौरान अख़बार की कतरन में लाल बिहारी मृतक की कहानी पढ़ी और हिल गये थे।

By Manoj VashisthEdited By: Published: Thu, 24 Dec 2020 04:34 PM (IST)Updated: Thu, 24 Dec 2020 10:03 PM (IST)
Kaagaz Trailer: पंकज त्रिपाठी अब बने 'भरत लाल मृतक', लड़ेंगे ख़ुद को ज़िंदा साबित करने की लड़ाई
कागज़ में पंकज त्रिपाठी लीड रोल निभा रहे हैं। फोटो- इंस्टाग्राम

नई दिल्ली, जेएनएन। अपने सहज अभिनय से पंकज त्रिपाठी ने अदाकारी की दुनिया में अपने लिए एक ख़ास मुकाम बनाया है। पंकज अब सलमान ख़ान निर्मित फ़िल्म कागज़ में मुख्य भूमिका में नज़र आ रहे हैं, जो 7 जनवरी को ज़ी5 पर रिलीज़ हो रही है। फ़िल्म का निर्देशन सतीश कौशिक ने किया है। गुरुवार को फ़िल्म का ट्रेलर रिलीज़ कर दिया गया। 

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फ़िल्म में पंकज भरत लाल मृतक नाम का किरदार निभा रहे हैं, जिसे कागज़ों में मृत साबित कर दिया गया  है और वो अपने ज़िंदा होने की लड़ाई लड़ रहा है। ज़िंदा आदमी को मार देने वाले सिस्टम के ख़िलाफ़ वो 18 साल लम्बी लड़ाई लडता है। कागज़ की कहानी सत्य घटनाओं से प्रेरित है। ट्रेलर दिलचस्प है और भरत लाल मृतक की व्यथा और संघर्ष को ज़ाहिर करता है। 

 

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ट्रेलर रिलीज़ करने के लिए आयोजित वर्जुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में निर्देशक सतीश कौशिक ने बताया कि इस फ़िल्म का बीजारोपण 20 साल पहले 2000 में हुआ था, जब वो दिल्ली में कुछ कहना है की शूटिंग कर रहे थे। उन्होंने शूटिंग ब्रेक के दौरान अख़बार की कतरन में लाल बिहारी मृतक की कहानी पढ़ी और हिल गये थे। 2003 में उन्होंने इसके राइट्स ख़रीद लिये थे। वो इस फिल्म को लेकर कई लोगों के पास गये। भरत लाल मृतक की तरह मेरी लड़ाई भी 18 सालों तक चली। अब सलमान ख़ान ने फ़िल्म को सपोर्ट किया।

पंकज त्रिपाठी ने बताया कि जब इस फ़िल्म का बीजारोपण हुआ, वो एनएसडी में पढ़ रहे थे और फ़िल्म के किरदार की तरह उनका संघर्ष भी 18 साल लम्बा है। फ़िल्म में सतीश कौशिक वकील का किरदार निभा रहे हैं। सतीश ने बताया कि पहले यह रोल बृजेंद्र काला करने वाले थे, मगर उनकी डेट्स की दिक्कत होने के बाद उन्होंने ख़ुद ही कर लिया। पहले फ़िल्म का शीर्षक 'मैं ज़िंदा हूं' रखा गया था। सतीश एनएसडी में पंकज के सीनियर हैं। फ़िल्म ज़ी5 के साथ उत्तर प्रदेश में कुछ सिनेमाघरों में भी रिलीज़ होगी।


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