Taarak mehta ka ooltah chashmah: आखिर क्यों अपनी चमक खो रहा है 'तारक मेहता'? वजह बोरिंग किरदार हैं या घिसी पिटी कहानी!
Taarak Mehta ka Ooltah Chashmah Is Loosing His Fan Base तारक मेहता के फैंस अभी इंटरनेट पर पुराने वीडियो ही सर्च करके दिखते हैं। उनका मानना है कि पिछले 14 सालों में शो को और भी बोरिंग बना दिया गया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Taarak Mehta ka Ooltah Chashmah Is Loosing His Fan Base: टीवी का सबसे लंबे समय से चल रहा शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' हर उम्र के दर्शकों के दिल के काफी करीब है। जेठालाल की उलझने, टप्पू की शरारतें, बापूजी की सख्ती और बबीता जी की मुस्कान, पिछले 14 सालों से लोगों के दिलों पर राज कर रही है। सब टीवी पर 8.30 का टाइम लोगों के लिए दिन भर की थकान को दूर करने का होता है। पर पिछले कुछ सालों से इस सिटकॉम की पॉपुलैरिटी में भारी गिरावट आई हैं। सोशल मीडिया पर गाहे बगाहे लोगों को गुस्सा भी फूट पड़ता हैं। तो आइए जानते हैं कि आखिर इतने साल टीआरपी में बने रहने वाले शो की चमक क्यों खोती जा रही है?
घिसी पिटी कहानी
जेठालाल का किरदार निभाने वाले दिलीप जोशी ने एक इंटरव्यू में खुद माना था कि ज्यादातर एपिसोड अब उबाऊ हो गए हैं। स्क्रिप्ट में कुछ भी नयापन नहीं है। दर्शकों के रिएक्शन को देखें तो ये सच भी लगता है। लोग हर सोमवार बड़ी उम्मीदों से टीवी खोलते हैं और वही कई बार दिखाई जा चुकी कहानी देख कर निराश हो जाते हैं। सोशल मीडिया पर तो यूजर लिखते भी हैं कि 'इसके एपिसोड और कुछ नहीं बस नई बोतल में पुरानी शराब हैं'। किसी भी शो की कामयाबी उसकी कहानी पर टिकी होती है तो अब वक्त आ गया है कि तारक मेहता के स्क्रिप्ट राइटर इसमें कुछ नयापन ले आएं।
टप्पू सेना की अभी भी बच्चों वाली हरकतें
तारक मेहता को देखने वाले जानते हैं कि गोकुलधाम सोसाइटी में बच्चों का एक ग्रुप है जिसको टप्पू हेड करता है और इसे कहते हैं 'टप्पू सेना'। शो की शुरुआत में टप्पू सेना में छोटे बच्चे थे, स्कूल जाते और खूब धमाल करते। उन बच्चों पर ये कहानी सूट भी करती थी। इनके माता-पिता की केयर, इनके वेकेशन, इनकी शरारतें सब कुछ दर्शकों को खूब गुदगुदाती थी। 14 साल में ये बच्चे भी जवान हो गए, पर शो के मेकर्स हैं कि उन्हें अभी बच्चा ही बनाए हुए हैं। कॉलेज में पढ़ते इन युवाओं को बच्चों जैसी हरकतें करते देख फैंस चिढ़ जाते हैं। इस शो को नकारने की एक ये भी वजह है।
बोरिंग कैरेक्टर्स
14 सालों से असित मोदी ने शो के किसी भी कैरेक्टर के साथ कोई एक्सपेरिमेंट नहीं किया। ना ही कोई नया किरदार शामिल किया गया है। वहीं टप्पू, वहीं भिड़े और वहीं पोपटलाल, किसी के जीवन में कुछ भी बदलाव नहीं आ रहा। इतने तेज भागते वक्त में इनकी लाइफ मानों रुक सी गई है। बाघा, बावरी जैसे कुछ किरदार आए तो थोड़ा नयापन आया, पर फिर वहीं ढाक के तीन पात। अगर मेकर्स को अपने शो को फिर से टीआरपी में वापस लाना है तो नए किरदार शामिल करने ही होंगे।
विवादों में घिरे रहना
शो के किरदार अपनी रियल लाइफ को लेकर भी काफी विवादों में घिरे रहते हैं। जैसा कि अभी हाल ही में पुरानी अंजलि भाभी यानी नेहा मेहता ने शो के मेकर्स पर आरोप लगाया कि उन्हें अभी तक उनके बकाया पैसों का भुगतान नहीं किया गया है। तो वही पिछले साल बबीता जी यानी मुनमुन दत्ता एक समुदाय विशेष पर टिप्पणी कर मुसीबत में फंस गई थीं। यहां तक की उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट भी जारी हो चुका था। ऐसी खबरों से दर्शकों के बीच निगेटिव इमेज बनती है।
शो छोड़कर जाने वालों की लंबी लिस्ट
'तारक मेहता' को पिछले 14 सालों में जाने कितने लोगों ने अलविदा कह दिया। सबसे पहले तो दयाबेन पिछले 5 सालों से गायब हैं और वापस लौटने का नाम नहीं ले रही हैं। अब तो लोगों का सब्र भी जवाब दे गया है और पिछले दिनों सोशल मीडिया पर ये गुस्से के रूप में बाहर आया। दूसरी तरफ शैलेश लोढ़ा ने ताजा ताजा शो छोड़ा है, जिससे फैंस काफी खफा हैं। इतने सालों से दर्शकों का एक बॉन्ड बन जाता है शो के साथ फिर कलाकार के छोड़ने से सीरियल की पॉपुलैरिटी पर असर पड़ता है। शो छोड़ने वालों कि एक लंबी लिस्ट है और ये दर्शकों को निराश करती है। फैंस भी चाहते हैं कि ये शो नंबर बने।