बॉलीवुड डेब्यू से पहले इन टीवी धारावाहिकों में काम कर चुके थे शाह रुख खान, कुछ के तो नाम भी नहीं सुने होंगे
शाह रुख खान का अभिनय करियर 23 साल की उम्र में शुरू हो गया था जब उन्होंने लेख टंडन के धारावाहिक दिल दरिया साइन किया था मगर निर्माण में देरी की वजह से उनका पहला धारावाहिक फौजी बना जो 1988 में आया।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली की गलियों से निकलकर बॉलीवुड का बादशाह बनने तक की शाह रुख खान की कहानी में छोटे पर्दे ने अहम भूमिका निभायी है। फिल्मों में करियर शुरू करने से पहले शाह रुख टीवी के एक लोकप्रिय और व्यस्त कलाकार होते थे। अपने अभिनय करियर की इस दौर में शाह रुख की फिल्मों में दिलचस्पी भी नहीं थी और छोटे पर्दे का बड़ा सितारा बनकर ही वो खुश थे, मगर जब कायनात खुद आपको कामयाबी दिलाने के लिए जुटी हो तो फिर रास्ते खुद ही निकल आते हैं।
शाह रुख का अभिनय करियर 23 साल की उम्र में शुरू हो गया था, जब उन्होंने लेख टंडन के धारावाहिक दिल दरिया साइन किया था, मगर निर्माण में देरी की वजह से उनका पहला धारावाहिक फौजी बना, जो 1988 में आया। कर्नल राज कुमार कपूर के इस धारावाहिक में शाह रुख ने अभिमन्यु नाम के फौजी का किरदार निभाया था। 13 एपिसोड्स के इस शो ने शाह रुख को काफी लोकप्रियता दिलवायी।
1989 में शाह रुख अजीज मिर्जा के धारावाहिक उम्मीद में नजर आये। अजीज मिर्जा के साथ बाद में शाह रुख ने राजू बन गया जेंटलमैन, यस बॉस, फिर भी दिल है हिंदुस्तानी और चलते-चलते में काम किया था।
अजीज मिर्जा के ही टीवी शो सर्कस में शाह रुख खान ने मुख्य भूमिका निभायी, जो 1989 से 1990 के बीच प्रसारित हुआ था। इस शो में शाह रुख के साथ मकरंद देशपांडे, पवन मल्होत्रा और आशुतोष गोवारिकर अहम भूमिकाओं में दिखायी दिये थे। आशुतोष ने बाद में शाह रुख को लेकर स्वदेस फिल्म बनायी थी। यह शाह रुख के करियर की यादगार परफॉर्मेंसेज में शामिल है।
(1989) Shahrukh Khan in the TV series 'Doosra Keval', directed by Lekh Tandon.#LekhTandon @iamsrk pic.twitter.com/mn26Y7VxAv— Film History Pics (@FilmHistoryPic) October 16, 2017
1989 में ही शाह रुख लेख टंडन के एक अन्य धारावाहिक दूसरा केवल में दिखे थे, जो केवल नाम के गांव के लड़के की कहानी थी। 1991 में शाह रुख मणि कौल निर्देशित मिनी सीरीज इडियट में दिखायी दिये थे। इसके अलावा कुंदन शाह के शो वागले की दुनिया और बासु चटर्जी के धारावाहिक रजनी में उन्होंने गेस्ट अपीयरेंस किया था।
1992 में आयी राज कंवर निर्देशित दीवाना से शाह रुख खान का फिल्मों में करियर शुरू हुआ और इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। हालांकि, फिल्मों में उन्हें ब्रेक देने का क्रेडिट हेमा मालिनी को जाता है, जिन्होंने अपनी डायरेक्टोरियल फिल्म दिल आशना है के लिए 1991 में शाह रुख को साइन किया था। हालांकि, निर्माण में देरी की वजह से यह शाह रुख की डेब्यू फिल्म नहीं बन सकी थी।