KBC के 21 साल पूरे होने पर निर्माता बोले- सिर्फ दुखभरी कहानी नहीं, लोगों के दिलों को छूता है ये शो
21 Years of kaun banega crorepati केबीसी निर्माता सिद्धार्थ बसु से उस आलोचना के बारे में पूछा गया जो शो को दुखभरी कहानी बेचने के लिए मिलती है। उन्होंने कहा कि रेटिंग के लिए हम लोगों की भावनाओं से नहीं खेलते।
नई दिल्ली, जेएनएन। अमिताभ बच्चन द्वारा होस्ट किया जाने वाला कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) जल्द ही अपने तेरहवें सीजन के साथ जल्द ही टीवी पर प्रसारित होने वाला । पॉपुलर रियालिटी शो के रूप में 3 जुलाई को केबीसी ने छोटे पर्दे पर अपने 21 साल पूरे कर लिए। इस दौरान प्रोड्यूसर सिद्धार्थ बसु ने इंटरव्यू में शो का बचाव किया। केबीसी पर अक्सर आरोप लगते हैं कि शो पर लोगों की दुख भरी कहानी ही दिखाई जाती है।
KBC ने पूरे किए 21 साल
3 जुलाई 2000 को, कौन बनेगा करोड़पति का टेलीविजन पर प्रीमियर हुआ, जिसमें अमिताभ बच्चन ने छोटे पर्दे पर डेब्यू किया। शो में पहले प्रतिभागी को बिग बी के 15 सवालों के जवाब देने पड़ते थे तब जा कर वो 1 करोड़ की रकम जीत पाते। लोगों के बीच ये क्विज शो काभी पॉपुलर हो गया है।
द इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक इंटरव्यू में, केबीसी निर्माता सिद्धार्थ बसु से उस आलोचना के बारे में पूछा गया जो शो को 'दुखभरी कहानी बेचने' के लिए मिलती है। उन्होंने कहा कि रेटिंग के लिए हम लोगों की भावनाओं से नहीं खेलते।
केबीसी सिर्फ दुखभरी कहानी नहीं
सिद्धार्थ बसु ने कहा,'केबीसी कभी भी सिर्फ एक और क्विज शो नहीं रहा है। मानवीय कहानी हमेशा मायने रखती है, और इसने भारत में पहले सीज़न से ही सनसनी पैदा की, जिसके आधार पर विकास ने अपनी किताब क्यू एंड ए लिखी। हालांकि केबीसी पर यह कभी भी केवल सिसकने वाली कहानियां नहीं रही है। अगर लोग भावुक हो जाते हैं, तो वह नकली नहीं होता है। जिंदगी बदल देने वाले, और सदी के महानायक जैसे होस्ट वाले शो में ये सब होना स्वाभाविक है'।
अन्होंने आगे कहा- केबीसी पर भारत भर के आम लोगों की खास बनने की कहानी दिखाई देती है, यह एक ऐसा शो है जो जीवन के साथ-साथ दिल को भी छूता है।
पिछले साल की तरह केबीसी 13 के लिए भी ऑडिशन की पूरी प्रक्रिया अलग-अलग शहरों में जाने की बजाय ऑनलाइन हो रही है। KBC 12 के साथ, निर्माताओं ने कोविड -19 महामारी को ध्यान में रखते हुए कई बदलाव किए। कुछ बदलावों में ऑडियंस पोल की लाइफलाइन को खत्म करना शामिल था, क्योंकि शो को बिना लाइव ऑडियंस के शूट किया गया था, और फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट राउंड में कम प्रतियोगी थे।