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कॉमेडियन सिद्धार्थ सागर का घरवालों पर प्रताड़ना और पागलखाने भेजने का आरोप

सिद्धार्थ ने कहा है कि अब उनकी कोशिश है कि अब वह नए तरीके से अपने काम की शुरुआत फिर से करें और अब उन्होंने अपने परिवार से दूरी बना ली है।

By Manoj KhadilkarEdited By: Published: Mon, 02 Apr 2018 03:47 PM (IST)Updated: Mon, 02 Apr 2018 04:03 PM (IST)
कॉमेडियन सिद्धार्थ सागर का घरवालों पर प्रताड़ना और पागलखाने भेजने का आरोप
कॉमेडियन सिद्धार्थ सागर का घरवालों पर प्रताड़ना और पागलखाने भेजने का आरोप

अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। मौसी के रूप में हिट रहे कॉमेडियन सिद्धार्थ सागर के अचानक गायब हो जाने से तहलका मच गया था। आखिरकार सिद्धार्थ सागर ने पहले वीडियो के माध्यम से अपनी स्थिति के बारे में लोगों को बताया और फिर रविवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी कि उनकी ज़िंदगी नर्क हो गई थी।

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सिद्धार्थ ने आरोप लगाते हुए बताया कि इसकी शुरुआत तब हुई जब उनकी मां की जिंदगी में सुयश गाडगीळ नामक व्यक्ति की एंट्री हुई। बता दें कि सिद्धार्थ के माता-पिता 20 साल से अलग रह रहे हैं। सिद्धार्थ अपनी मां से काफी करीबी थे लेकिन इसके बाद से वह काफी डिप्रेशन में चले गए। वह एक बुरे दौर से गुजरने लगे थे। उन्होंने इस बारे में अपने पेरेंट्स को बताया था और फिर उन लोगों ने उन्हें मेडिसिन्स पर रखना शुरू कर दिया और उन्हें लगा कि यह बाईपोलर बीमारी हैं। उस वक्त वह दुखी रहने लगे और खुद भी चौंक गए थे। उन्होंने कहा कि वह इस बीमारी के बारे में जानते थे, लेकिन उन्हें खुद में ऐसे कोई भी लक्षण नजर नहीं आये थे। इसके बाद उनके पेरेंट्स ने उन्हें खाने में ड्रग मिला कर देना शुरू कर दिया था। सिद्धार्थ ने यह भी कहा कि उन्होंने कभी भी अपनी कमाई का हिसाब-किताब खुद नहीं संभाला है। बाद में मुझे महसूस हुआ कि मां परेशान कर रही है और हमारे पास पैसे नहीं हैं।

इस दौरान सिद्धार्थ ने कहा कि वह इतने अधिक डिस्टर्ब हो गये कि उन्होंने तय किया कि वह अब अपने घर से बाहर चले जायेंगे और कहीं दूर जाकर रहने लगेंगे। लेकिन वह वापस घर आये और उन्होंने सोचा कि वह रिहैब में जाकर ठीक हो जायेंगे। लेकिन सिद्धार्थ ने बताया कि उनकी हालत और ख़राब हो गई। रिहैब में उनके साथ बहुत गलत व्यवहार होने लगा। वहां के कुछ लोग उन्हें मारा करते थे। फिर उनके एक मैनेजर ने उन्हें वहां से निकालने में मदद की। जब वह घर पर होते थे तो सुयश से उनकी बहुत लड़ाई होती थी और उनकी जिंदगी धीरे धीरे जब बद से बदतर होती गई। तब ताकर उन्होंने तय किया कि वह नॉन कोग्निजेब्ल रिपोर्ट फ़ाइल करेंगे। ऐसे में जब सिद्धार्थ गोवा के लिए रवाना हए तो वह उन्हें इन लोगों ने अपहरण कर पागलखाने में भेज दिया जहां उन्हें काफी टॉर्चर किया गया लेकिन जब उनकी माँ को यह जगह महंगी लगने लगी तो उन्हें एक आशा की किरण नाम की जगह पर शिफ्ट कर दिया गया। वहाँ के लोगों ने उन्हें नयी शुरुआत करने के लिए प्रेरणा दी। सिद्धार्थ ने कहा है कि अब उनकी कोशिश है कि अब वह नए तरीके से अपने काम की शुरुआत फिर से करें और अब उन्होंने अपने परिवार से दूरी बना ली है। बता दें कि सिद्धार्थ और भारती सिंह को लेकर भी विवाद हुए थे। लेकिन बाद में वह स्क्रीन से गायब थे।

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