Delhi Crime Season 2 में एक बार फिर पुलिस अधिकारी नीति खन्ना के किरदार में नजर आएंगी रसिका दुग्गल
आगामी प्रोजेक्ट्स के बारे में रसिका बताती हैं ‘आगे कई चीजें कतार में हैं जिसमें एक अमेजन प्राइम वीडियो के लिए सुपरनेचुरल हारर शो है एक स्पोट्र्स ड्रामा शो है। फिल्म लार्ड कर्जन की हवेली भी है। फिलहाल मिर्जापुर 3 की शूटिंग भी कर रही हूं।’
दीपेश पांडेय। डेल्ही क्राइम सीजन 2 में एक बार फिर पुलिस अधिकारी नीति खन्ना के किरदार में नजर आएंगी रसिका दुग्गल। आज से नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध इस शो के पहले सीजन को वर्ष 2020 में अंतरराष्ट्रीय एमी अवाड्रस में बेस्ट ड्रामा सीरीज पुरस्कार से नवाजा गया था।
डिजिटल प्लेटफार्म पर रसिका दुग्गल अलग-अलग अवतारों में नजर आ रही हैं। वेब सीरीज मिर्जापुर में जहां वह कम पढ़ी-लिखी किंतु महत्वाकांक्षी औरत के रूप में दिखीं, वहीं डेल्ही क्राइम में वह समाज से अपराध मिटाने की चुनौती स्वीकार करती नजर आ रही हैं। डेल्ही क्राइम के दूसरे सीजन में रसिका का किरदार नीति आईपीएस ट्रेनी से प्रमोशन पाकर एसीपी बन चुका है। रसिका कहती हैं, ‘आम लोगों के मन में पुलिस को लेकर काफी संदेह या भय होता है।
डेल्ही क्राइम में काम करने से पहले मेरे मन में भी था, पर किरदार की तैयारी के दौरान जब मळ्झे असल जिंदगी में आईपीएस नेहा यादव के साथ समय बिताने का मौका मिला तो विचार बदल गए। अब उनके लिए सिर्फ सम्मान है। बतौर नागरिक हमें सिस्टम पर सवाल उठाने का अधिकार है, लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू भी देखें। वे एक ही दिन में सुबह दो पड़ोसियों के बीच झगड़ा सुलझा रहे होते हैं तो शाम को मर्डर के मामले में छानबीन कर रहे होते हैं। यह कोई आसान काम नहीं है।’
इंडस्ट्री में उम्मीदों के मुताबिक अपने प्रमोशन पर रसिका कहती हैं, ‘एक्टर की जिंदगी में कोई पोस्ट नहीं होती है। यह एक्टर बनने की खासियत भी है और बुराई भी, क्योंकि बिना किसी पैमाने के आपको पता नहीं चलता कि आप और आपका काम आगे बढ़ रहा है या कम हो रहा है। हमारी जिंदगी में भी संशय बरकरार रहता है। कई बार हमें लगता है कि हम अच्छा कर रहे हैं, फिर एक महीना ऐसा चला जाता है कि महसूस होता है कि नहीं...यह अच्छा काम नहीं हो रहा है।
अगर आप दिमाग में कुछ खास चीजें रखकर मौके की तलाश करते हैं तो 90 प्रतिशत पूरी नहीं होती हैं। (हंसते हुए) कभी-कभी तो सेट पर चीजें सोच के बिल्कुल विपरीत होती हैं। इसलिए अब मैंने सोच लिया है कि अन्य चीजों पर ध्यान देने के बजाय अपना सौ फीसद देना है।’