भाते हैं अपने मिजाज से अलग किरदार: जिम्मी शेरगिल
मुंबई। 'फुगली' में आपका हरियाणवी अंदाज है.. फिल्म में मैं दिल्ली पुलिस के एक ऑफिसर की भूमिका में हूं। वह हरियाणवी है। भाषा, लहजा और अंदाज हरियाणा का है। वह थोड़ा सिरफिरा है। पुलिस रूलबुक उसे याद है। गंदी और बुरी स्थितियों में भी फायदा उठाने से नहीं हिचकता। वह इ
मुंबई। 'फुगली' में आपका हरियाणवी अंदाज है.. फिल्म में मैं दिल्ली पुलिस के एक ऑफिसर की भूमिका में हूं। वह हरियाणवी है। भाषा, लहजा और अंदाज हरियाणा का है। वह थोड़ा सिरफिरा है। पुलिस रूलबुक उसे याद है। गंदी और बुरी स्थितियों में भी फायदा उठाने से नहीं हिचकता। वह इंटरेस्टिंग होने के साथ विचित्र भी है। कोई नहीं बता सकता है कि अगले पल ही वह क्या करेगा? वह अड़ियल, चालाक और तेज दिमाग है। वह सिस्टम और पब्लिक के बीच का लिंक है।
मतलब सिस्टम की कमजोरियों और सूराखों से परिचित है और उसका फायदा उठाता है?
हां, एक हद तक। अपने अनुभव के आधार पर कह सकता हूं कि कुछ पुलिस अधिकारी सारे नियम-कानून जानते हैं। कबीर ने इस किरदार को रोचक तरीके से प्रजेंट किया है। पुलिस के तौर-तरीकों को बारीकी से रखा गया है।
आपके अपने मिजाज से ऐसे किरदार मेल नहीं खाते तो फिर निभाने में दिक्कत होती होगी?
मजा आता है। जो आप नहीं होते हैं, उसे पर्दे पर निभाना हो, यही तो एक्टिंग की खूबसूरती है। मैं बेफिक्र और खुद में डूबा व्यक्ति हूं। डायरेक्टर के साथ मिल कर फिल्म का सुर पकड़ना पड़ता है। मैं डायरेक्टर की सोच के अनुसार चलता हूं। कुछ जटिल किरदारों पर बातें करते समय हम अपने सुझाव भी दे देते हैं। 'साहब बीवी और गैंगस्टर' के समय तिग्मांशु ने कहा था कि साहब ऐसा किरदार है जो बुलाए जाने पर पलट कर देखने में वक्त लेगा। वहां से मुझे किरदार का एटीट्यूड मिल गया था।
ऐसे किरदारों में और क्या खास बात होती है, जो आप आकृष्ट होते हैं?
ये किरदार नार्मल नहीं होते। फिर इन्हें निभाते समय महसूस होता है कि हर एक्शन और संवाद में कुछ कहा जा रहा है। आप पंक्तियां भी नहीं बदल सकते, क्योंकि उनमें कोई सूचना, जानकारी या प्रतिक्रिया रहती है। 'फुगली' का मेरा किरदार हरियाणवी है, लेकिन उसकी बातें सारे दर्शक समझ सकेंगे।
इस फिल्म में आपके साथ नए कलाकार हैं। क्या कोई जिम्मेदारी महसूस करते हैं?
जिम्मेदारी तो डायरेक्टर की ही रहती है। किसी सीन में साथ हों तो मैं नार्मल रहता हूं। मैं चौटाला का किरदार निभा रहा हूं। वह अड़ियल है। उसकी इमेज से किसी को झिझक हुई हो तो फिल्म के लिए अच्छा ही होगा। चारों ने बहुत अच्छा और आत्मविश्वास से काम किया है। कियारा, मोहित, विजेन्द्र और अरफी सभी अच्छे लगेंगे।
'फुगली' का मतलब क्या है?
'फुगली' का मतलब सभी के लिए अलग-अलग है। फिल्म की थीम को यह टायटल अच्छी तरह व्यक्त करता है। मेरे लिए 'फुगली' अगली से ऊपर का शब्द है।
(अजय ब्रहा्रात्मज)