वेब सीरीज ‘डेल्ही क्राइम’ के नए सीजन में एक बार फिर नजर आएंगी शेफाली शाह , अपने किरदार को लेकर कही ये बात
इस सीजन में कुछ चीजें देखने के बाद उसको एहसास हुआ है कि शायद किसी जल्दबाजी में सारे अपराधियों को एक ही वर्ग में रखा जा रहा है और वह सळ्धार के बारे में सोचती है। वह गलती करती है लेकिन अब माफी मांगने से कतराती नहीं।
दीपेश पांडेय। 26 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो रही वेब सीरीज ‘डेल्ही क्राइम’ के नए सीजन में एक बार फिर डीसीपी वर्तिका चतुर्वेदी के किरदार में नजर आएंगी शेफाली शाह। इस साल यह उनका चौथा प्रोजेक्ट है। उनसे बातचीत की दीपेश पांडेय ने...
हर कलाकार ज्यादा से ज्यादा काम करना चाहता है, क्या कभी व्यस्तता को लेकर कोई शिकायत होती है?
मैं व्यस्त तो हूं, लेकिन इस साल के शुरुआत से मैं सिर्फ प्रमोशन कर रही हूं। पिछले साल मैंने छह प्रोजेक्ट की शूटिंग की थी, मुझे सेट पर ही सबसे ज्यादा खुशी मिलती है। मैं जिस तरह का काम करना चाहती हूं, अगर मुझे उस तरह का काम मिले, तो मैं साल के हर दिन और 24 घंटे काम करने के लिए तैयार हूं।
दूसरे सीजन में डीसीपी वर्तिका दर्शकों के लिए क्या चौंकाने वाली चीजें लेकर आ रही हैं?
पहले सीजन में वर्तिका हीरो बन चुकी थी। दूसरे सीजन में उसकी सोच इंसानियत के नजरिए से भी दिखेगी। पहले सीजन में वह ज्यादातर गुस्से में, निराश या दुखी रहती थी। उसके दिमाग में सिर्फ एक ही चीज चलती थी कि सारे अपराधी बुरे हैं।
अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार एमी जीतने के बाद क्या दूसरे सीजन को लेकर कोई दबाव भी था?
निश्चित ही! पहले सीजन में वर्तिका को जिस तरह का प्यार और सराहना मिली, वो मेरे लिए अनपेक्षित था। यह शो इतना बड़ा बन गया, जो मैंने सोचा भी नहीं था। अब दोबारा उस किरदार को अच्छी तरह से निभाने का दबाव तो हमेशा ही रहता है। वर्तिका का व्यक्तित्व भी विकसित हो रहा है, ऐसे में मैं पहले सीजन के अंदाज को दोहरा नहीं सकती थी।
अब महिला केंद्रित विविधतापूर्ण कहानियां आ रही हैं, इस बदलाव को कैसे देखती हैं?
देर आए, दुरुस्त आए। यह बहुत पहले हो जाना चाहिए था। इसके लिए दर्शक जिम्मेदार नहीं हैं। पहले हम उनके सामने ऐसी चीजें लाते ही नहीं थे, तो उनके पास विकल्प ही नहीं थे। अब वह सब बदल रहा है। इंडस्ट्री का रवैया बदला है।
फिल्म ‘वक्त’ में आपने अपने से बड़ी उम्र के अक्षय कुमार की मां का किरदार निभाया था, अब उस दौर में क्या अंतर देखती हैं?
वो रोल मेरा अपना चुनाव था, अगर देखा जाए तो मैं अपने करियर में उल्टा चली हूं। पहले मैंने ज्यादा उम्र के किरदार निभाए और अब अपनी उम्र के अनुसार किरदार निभा रही हूं। मेरी जो मौजूदा उम्र है, मैं उसी के हिसाब से रोल करना चाहती हूं और किस्मत से अब वैसे प्रस्ताव मिल भी रहे हैं।
इस बदलाव में कहीं न कहीं डिजिटल प्लेटफार्म का भी योगदान मानती हैं?
बिल्कुल। ओटीटी पर काम करने वाले ज्यादातर कलाकार स्टार नहीं, अच्छे एक्टर हैं। कलाकारों के लिए यह अच्छा समय है।
फिल्म ‘डाक्टर जी’ में क्या नया कर रही हैं?
यह बहुत ही स्वीट, संवेदनशील और मनोरंजक फिल्म है। फिल्म में मेरा छोटा किरदार है। मैंने इस फिल्म के लिए बहुत पहले वादा किया था। इसके अलावा अविनाश अरुण निर्देशित एक और फिल्म ‘थ्री आफ अस’ भी कतार में है।