चुरा लिया है तुमने जो दिल को..
लगातार कई दशकों से अपनी मधुर आवाज से श्रोताओं को दीवाना बनानेवाली आशा भोसले आज मना रही हैं जन्मदिन। जल्द ही फिल्म माई में पहली बार वह अभिनय का जलवा बिखेरती नजर आएंगी
आशा भोसले को उनके प्रशंसक आशा ताई भी कहते हैं। 79 साल की उम्र में अपनी आवाज से वह आज भी 16 साल की युवती लगती हैं। बिंदास गायकी से पहचानी जाने वाली आशा भोसले इन दिनों माई में पहली बार अभिनय को लेकर चर्चा में हैं। यह फिल्म जल्द ही दर्शकों के सामने आने वाली है। इसके अलावा आज से सहारा वन के सिंगिंग शो सुर-क्षेत्र में वह बतौर जज दिखेंगी।
माई फिल्म में अभिनय के बारे में आशा ताई कहती हैं, मेरा एक शो हो रहा था पुणे में राहुल ऐंड आई। उसी दौरान निर्माता नितिन शंकर और निर्देशक महेश आए। उन्होंने मुझे एक स्टोरी सुनाई। मुझे स्टोरी अच्छी लगी। उन्होंने कहा कि हमने आपके बेटे आनंद से बात कर ली है, वह भी कहते हैं कि माई आप ही बन सकती हैं। मैंने भी कहा, ठीक है, कर लूंगी। फिर वे सीरियस हो गए। बेटे ने भी कहा कि मुझे एक्टिंग करके भी देखना चाहिए। मैंने कहा, मैं नहीं करूंगी। मैंने कभी एक्टिंग नहीं की है। इस उम्र में आकर अभिनय करूंगी, तो लोग हंसेंगे..,तो वह बोला, नहीं.. आप गाने गाती हैं, शो करती हैं, टीवी पर गाती हैं, तो अभिनय क्यों नहीं कर सकतीं? इतनी मान मनौवल के बाद मैंने हां बोल दिया, लेकिन जैसे-जैसे शूटिंग के दिन नजदीक आते जा रहे थे, मैं पछताने लगी। रोजाना सोचती थी कि आज मना कर दूंगी। ऐसा करते-करते शूटिंग की तारीख करीब आ गई
आशा ताई आगे कहती हैं, मैं मानती हूं कि अभिनय एक अभिव्यक्ति है। वहां भी खुशी है, गम है, उसे जीना है। मैं अभी फिल्म के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता सकती। हां, माई अच्छे चरित्र वाली है। लोगों के यहां काम करके बच्चों को पालती है। जब बच्चे अपनी पोजीशन पा लेते हैं, उसके बाद क्या होता है यही क्लाइमेक्स है। माई देश के सभी क्षेत्रों की औरतों की कहानी है।
हालांकि माई से पहले भी आशा ताई को रोल ऑफर हुए थे, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। आशा ताई बताती हैं, जब मैं सोलह-सत्रह साल की थीं, तब मैंने यह कहते हुए इंकार किया था कि अभिनय करना मुझे पसंद नहीं है। बचपन में लता दीदी के साथ उन्होंने एक्टिंग की थी? यह पूछे जाने पर वह स्वीकार करती हैं, हां, मैं उनके साथ काम किया करती थी, जब छोटे बच्चों का काम होता था तब। मैंने मराठी फिल्म माझ बल में काम किया था। तब मुझे कैमरे से बहुत डर लगता था।
ताई से बात होती है सुर-क्षेत्र को लेकर, तो वह कहती हैं, अब लोग संगीत को कहीं ज्यादा गंभीरता से लेने लगे हैं, अपने बच्चों को इसकी तालीम भी दिलवा रहे हैं। इस बात से मैं खुश हूं। सुर-क्षेत्र को मैं खूब एंजॉय कर रही हूं। इस शो में भारत और पाकिस्तान के गायकों को नाम चमकाने का अवसर मिला है। इस शो में आशा ताई के साथ दो और जज होंगी आबिदा परवीन और रूना लैला। इनके बारे में ताई कहती हैं, दोनों की आवाज भी कमाल की है। सच बताऊं तो मैं इस शो से उनकी वजह से भी जुड़ी।
आशा ताई सिंगिंग में आज भी जमी हैं। उनके गाये गीत चंद्रा बारोट, जो पुरानी डॉन के निर्देशक हैं, की नई फिल्म में सुनने को मिलेंगे। इस उम्र में भी उनकी मधुर आवाज का राज क्या है? वह बताती हैं, मैं रोज एक घंटा रियाज करती हूं। रियाज ही मेरी आवाज का राज है। मैं कभी आइसक्रीम नहीं खाती।
उनके जीवन की सफलता का मंत्र है, कभी हिम्मत न हारो और अवसर मिले तो जिंदगी में रिस्क जरूर लो। सफलता का श्रेय माता-पिता और परमात्मा को देते हुए वह कहती हैं, मैं भगवान में विश्वास करती हूं और आशा करती हूं कि जब तक वे हमारे साथ हैं, कुछ बुरा नहीं हो सकता।
रतन
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